क्या ममता बनर्जी की बिछाई विषात का सामना कर पाएंगे पीएम मोदी?

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यह सवाल उठना लाजिमी है कि क्या पीएम मोदी ममता बनर्जी द्वारा बिछाई गई विषात का सामना कर पाएंगे या नहीं! प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उत्तरी पश्चिम बंगाल में 4,500 करोड़ रुपये से अधिक की बुनियादी ढांचा परियोजनाओं का शनिवार को लोकार्पण किया। इस दौरान पीएम मोदी ने कहा कि आज पूरा देश कह रहा है। गांव-गांव से आवाज उठ रही है। बंगाल के कोने-कोने से आवाज उठ रही है, अबकी बार 400 पार। उन्होंने कहा कि उत्तर बंगाल का एक क्षेत्र हमारे उत्तरी पूर्वी राज्यों का द्वार है और यहां से पड़ोसी देशों के साथ व्यापार के रास्ते भी जाते हैं। इसलिए इन 10 सालों में बंगाल और विशेषकर नॉर्थ बंगाल का विकास भी हमारी सरकार की प्राथमिकता रही है। प्रधानमंत्री ने इस महीने राज्य की अपनी तीसरी यात्रा के दौरान क्षेत्र के सबसे बड़े शहर सिलीगुड़ी में एक कार्यक्रम में परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया। इनके नेता, मंत्री राशन घोटाले के मामले में जेल में हैं। टीएमसी सरकार आपको कदम-कदम पर लूट रही है। प्रधानमंत्री ने रेलवे लाइन विद्युतीकरण की कई परियोजनाओं का उद्घाटन किया। इससे उत्तरी पश्चिम बंगाल और आसपास के इलाकों के लोगों को फायदा मिलेगा। इन रेलवे लाइन में एकलाखी-बालुरघाट खंड, बारसोई-राधिकापुर खंड, रानीनगर जलपाईगुड़ी-हल्दीबाड़ी खंड, बागडोगरा के माध्यम से सिलीगुड़ी-अलुआबाड़ी खंड, और सिलीगुड़ी-सिवोक-अलीपुरद्वार जंक्शन-समुक्तला खंड शामिल हैं।कार्यक्रम में राज्यपाल सीवी आनंद बोस भी मौजूद थे। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मोदी ने आरोप लगाया कि आजादी के बाद पूर्वी भारत की उपेक्षा की गई लेकिन उनकी सरकार इसे देश का विकास इंजन मानती है।

पीएम मोदी ने ममता पर हमला बोलते हुए कहा कि टीएमसी वालों को भतीजे की चिंता है। कांग्रेस वालों को अपने शाही परिवार के बेटे-बेटी को आगे बढ़ाना है। लेफ्ट वालों को इन दोनों के साथ तालमेल बनाए रखना है, ताकि उनकी भी गाड़ी चलती रहे। इन लोगों को आपके बच्चों की परिवाह नहीं है। आपके बच्चों के भविष्य की चिंता करने वाला अगर कोई है तो… वो मोदी है, बीजेपी है, एनडीए का गठबंधन है। पीएम मोदी ने कहा कि संदेशखाली में गरीब, दलित और आदिवासी बहनों के साथ टीएमसी के नेताओं ने क्या-क्या किया है? इसकी चर्चा आज पूरे देश में हो रही है। महिलाओं पर अत्याचार और गरीब की कमाई को लूटना… यही टीएमसी के तोलाबाजों का काम रहा है।इस महीने अपनी पहली दो यात्राओं के दौरान, प्रधानमंत्री ने दक्षिणी पश्चिम बंगाल के विभिन्न जिलों – हुगली, नदिया और उत्तर 24 परगना का दौरा किया था और इन जिलों को तृणमूल कांग्रेस टीएमसी का गढ़ माना जाता है।

प्रधानमंत्री ने कहा कि भ्रष्ट टीएमसी सरकार दलित, आदिवासी, ओबीसी और महिला विरोधी है। टीएमसी सरकार ने आपके राशन के योजना में ही घोटाला कर दिया। इनके नेता, मंत्री राशन घोटाले के मामले में जेल में हैं। टीएमसी सरकार आपको कदम-कदम पर लूट रही है। प्रधानमंत्री ने रेलवे लाइन विद्युतीकरण की कई परियोजनाओं का उद्घाटन किया। इससे उत्तरी पश्चिम बंगाल और आसपास के इलाकों के लोगों को फायदा मिलेगा। इन रेलवे लाइन में एकलाखी-बालुरघाट खंड, बारसोई-राधिकापुर खंड, रानीनगर जलपाईगुड़ी-हल्दीबाड़ी खंड, बागडोगरा के माध्यम से सिलीगुड़ी-अलुआबाड़ी खंड, और सिलीगुड़ी-सिवोक-अलीपुरद्वार जंक्शन-समुक्तला खंड शामिल हैं।

इन परियोजनाओं से रेल संपर्क में सुधार होगा। माल ढुलाई की सुविधा मिलेगी और क्षेत्र में रोजगार सृजन और आर्थिक विकास में योगदान मिलेगा। प्रधानमंत्री ने पश्चिम बंगाल में 3,100 करोड़ रुपये की दो राष्ट्रीय राजमार्ग परियोजनाओं का भी उद्घाटन किया। ये चार-लेन घोषपुकुर-धूपगुड़ी खंड और राष्ट्रीय राजमार्ग 27 पर चार-लेन का इस्लामपुर बाईपास हैं। प्रधानमंत्री ने इस महीने राज्य की अपनी तीसरी यात्रा के दौरान क्षेत्र के सबसे बड़े शहर सिलीगुड़ी में एक कार्यक्रम में परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया। कार्यक्रम में राज्यपाल सीवी आनंद बोस भी मौजूद थे। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मोदी ने आरोप लगाया कि आजादी के बाद पूर्वी भारत की उपेक्षा की गई लेकिन उनकी सरकार इसे देश का विकास इंजन मानती है।घोषपुकुर-धूपगुड़ी खंड उत्तर-दक्षिण परिवहन गलियारे का हिस्सा है, जो पूर्वी भारत को देश के बाकी हिस्सों से जोड़ता है।ममता पर हमला बोलते हुए कहा कि टीएमसी वालों को भतीजे की चिंता है। कांग्रेस वालों को अपने शाही परिवार के बेटे-बेटी को आगे बढ़ाना है। लेफ्ट वालों को इन दोनों के साथ तालमेल बनाए रखना है, ताकि उनकी भी गाड़ी चलती रहे। इन लोगों को आपके बच्चों की परिवाह नहीं है। इस महीने अपनी पहली दो यात्राओं के दौरान, प्रधानमंत्री ने दक्षिणी पश्चिम बंगाल के विभिन्न जिलों – हुगली, नदिया और उत्तर 24 परगना का दौरा किया था और इन जिलों को तृणमूल कांग्रेस टीएमसी का गढ़ माना जाता है।