क्या अब ऑनलाइन ठगी का शिकार करेगी एफबीआई?

0
155

एफबीआई अब ऑनलाइन ठगी का शिकार करने जा रही है! उन्होंने ऐसा जाल बुना कि बुजुर्ग उनके उस जाल में फंसते चले गए। मीठी-मीठी बातें, रोमांस, सेक्स और पॉर्न का ऐसा जादू चलाया कि वो खुद को नहीं रोक पाए और फिर गंवा बैठे करोड़ों रुपये। उनका काम है सात समंदर पार के बुजुर्गों के साठ ठगी करना और इसके लिए इन ठगों ने चुना ऑनलाइन रोमांस का रास्ता। एक दो नहीं बल्कि कई अवैध कॉल सेंटर्स भारत में चल रहे हैं जो अमेरिका के बुजुर्गों को अपनी जालसाजी का शिकार बनाकर अरबों रुपये लूट चुके हैं। FBI ने एक डॉटा जारी किया है, इसके मुताबिक पिछले दो सालों में ये साइबर क्रिमिनल्स अलग-अलग तरह से अमेरिकी सीनियर सिटीजन के साथ 25000 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी कर चुके हैं। ये कॉल सेंटर्स सालों से इस काम में लगे हैं। वैसे तो इनके पास लूट के कई ऑनलाइन तरीके हैं, लेकिन इनका सबसे बड़ा हथियार होता है एडल्ट मैटेरियल। यानी पोर्न साइट्स या फिर रोमांस साइट्स। इन साइट्स के जरिए ये वहां के बुजुर्गों को अपने निशाने पर लेते हैं। बुजुर्गों के सामने पॉर्न साइट्स परोसी जाती हैं। न्यूड पिक्चर्स और पॉर्न साइट्स के चक्कर वो ऐसे साइबर क्रिमिनल्स के जाल में फंसते जाते हैं। कभी ऑनलाइन सेक्स के नाम पर उनसे पैसा एंठा जाता है तो कभी उन्हें सेक्टॉर्शन के नाम पर पैसे की डिमांड की जाती है। ऑनलाइन के जाल में ऐसे बुजुर्ग फंसते चले जाते हैं और फिर अपनी मेहनत की कमाई ऐसे ठगों को देने पर मजबूर हो जाते हैं।

इस तरह से अवैध काम कर रहे इन कॉल सेंटर्स पर अब एफबीआई की नज़र पूरी नज़र है। रोमांस फ्रॉड के अलावा इनका दूसरा तरीका होता है टेक्निकल सपोर्ट यानी टेक्निकल मदद के नाम पर बुजुर्गों को ठगना। ये इस तरह से काम करते हैं कि जरूरी साइट्स जैसे ऑनलाइन बैंकिंग, बिजली का बिल, पानी का बिल या इस तरह की अन्य साइट्स पर ये मदद के लिए ऑफर करते हैं। जैसे अगर कोई बैंक की साइट पर काम कर रहा है तो ये वहां पर अपनी मदद ऑफर करते हैं। जैसे ही इनकी साइट पर मदद के लिए बुजुर्ग क्लिक करते हैं वो इनके जाल में फंस जाते हैं।

इसके अलावा कई और तरीकों से भी ये अवैध भारतीय कॉल सेंटर अमेरिका के लोगों से ठगी कर रहे हैं। जिनमें इन्वेस्टमेंट भी एक है। ये कॉल सेंटर्स फर्जी इन्वेस्टमेंट प्लान अमेरिकी लोगों के सामने पेश करते हैं। उन्हें अच्छे रिटर्न्स देने के जाल में फंसाते हैं। लोगों को लगता है कि ये कंपनी में इन्वेस्ट करके अच्छा पैसा मिल रहा है तो वो इनके बहकावे में आ जाते हैं और अपनी मेहनत की कमाई को इनके पास इन्वेस्ट करते हैं, लेकिन बाद में उन्हें समझ आता है कि वो अपना पैसा गंवा चुके हैं। जिनमें इन्वेस्टमेंट भी एक है। ये कॉल सेंटर्स फर्जी इन्वेस्टमेंट प्लान अमेरिकी लोगों के सामने पेश करते हैं। उन्हें अच्छे रिटर्न्स देने के जाल में फंसाते हैं। लोगों को लगता है कि ये कंपनी में इन्वेस्ट करके अच्छा पैसा मिल रहा है तो वो इनके बहकावे में आ जाते हैं और अपनी मेहनत की कमाई को इनके पास इन्वेस्ट करते हैं, लेकिन बाद में उन्हें समझ आता है कि वो अपना पैसा गंवा चुके हैं। ये फर्जी कॉल सेंटर क्रिप्टो करंसी या फिर वायर जैसे अवैध तरीकों से ही पैसे का लेनदेन करते हैं।ये फर्जी कॉल सेंटर क्रिप्टो करंसी या फिर वायर जैसे अवैध तरीकों से ही पैसे का लेनदेन करते हैं।

अब तक इस तरह के अवैध कॉल सेंटर बेशक जितने भी फ्रॉड कर चुके हों, लेकिन अब इनकी खैर नहीं है क्योंकि अब ये सीबीआई, दिल्ली पुलिस के साथ-साथ एफबीआई के निशाने पर भी हैं। इतनी सारी शिकायतें दर्ज होने के बाद एफबीआई ने अब इन सेंटर्स को लेकर कड़ा रुख अपनाया है। अमेरिकी एजेंसी एफबीआई अब सीबीआई, इंटर पोल और दिल्ली पुलिस के साथ मिलकर इन कॉल सेंटर्स के खिलाफ कार्रवाई कर रही है। दिल्ली में अमेरिकन एंबेसी में इस मामले को लेकर बकायदाअधिकारियों की नियुक्ती कर दी गई है जो इस तरह के फ्रॉड के मामलों पर काम करेंगे। अभी कुछ समय पहले ही ऐसे कॉल सेंटर चला रहे तीन लोगों को दिल्ली से गिरफ्तार किया गया है। ये लोग 20 हज़ार से ज्यादा अमेरिकी नागरिकों को 80 करोड़ का चुना लगा चुके थे।