क्या पोखरण में दिखाएंगे भारतीय सेना अपना बल ?

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भारतीय सेना अपना बल अब पोखरण में दिखने वाली है! अगले हफ्ते भारत-पाकिस्तान बॉर्डर के पास पोखरण में भारत की रक्षा क्षेत्र में आत्मनिर्भरता की ताकत दिखेगी। पहली बार भारतीय सेना, नौसेना और वायुसेना की इस तरह की जॉइंट एक्सरसाइज हो रही है जिसमें सभी स्वदेशी प्लेटफॉर्म और वेपन सिस्टम का इस्तेमाल किया जाएगा। इस एक्सरसाइज को ‘भारत शक्ति’ नाम दिया गया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी इस जॉइंट एक्सरसाइज के गवाह बनेंगे। सूत्रों के मुताबिक इस एक्सरसाइज के जरिए दिखाया जाएगा कि कैसे युद्ध की स्थिति में आर्मी, नेवी और एयरफोर्स मिलकर काम करती है और कितनी तेजी से सेनाओं के बीच कॉर्डिनेशन होता है। तीनों सेनाओं को मिलाकर इंटीग्रेटेड थिएटर कमांड बनाने की तैयारी भी चल रही है और इसका फाइनल स्वरूप तय होना बाकी है। ऐसे में तीनों सेनाओं का किस तरह से इंटीग्रेशन होता है और अलग अलग लोकेशन पर होने के बाद भी कैसे तेजी से कम्युनिकेशन होता है, यह सब ‘भारत शक्ति’ एक्सरसाइज में दिखाई देगा। भारत ने पिछले कुछ सालों में आत्मनिर्भरता पर काफी फोकस किया है और तीनों सेनाओं ने भी आत्मनिर्भरता की तरफ तेजी से कदम बढ़ाए हैं।

अब तक रक्षा मंत्रालय पॉजिटिव इंडिनाइजेशन की पांच लिस्ट जारी कर चुका है। यानी उन रक्षा उपकरणों की लिस्ट जो विदेश से नहीं लिए जाएंगे बल्कि स्वदेशी से ही खरीद होगी। यह भी तय किया गया कि रक्षा खरीद के लिए सभी कैटेगरी में कम से कम 50 परसेंट स्वदेशी कंटेंट होना चाहिए, जिसमें मटेरियल, कंपोनेंट, सॉफ्टवेयर शामिल हो सकता है, ये भारत में ही बने होने चाहिए। भारत शक्ति एक्सरसाइज में ड्रोन से लेकर रडार तक और फाइटर जेट से लेकर मिसाइल तक भारत की आत्मनिर्भरता की तरफ बढ़ते कदमों की कहानी कहेंगे।

सूत्रों के मुताबिक एक्सरसाइज में इंडियन एयरफोर्स का तेजस फाइटर जेट भी शामिल रहेगा। यह पहला स्वदेशी लाइट कॉम्बैट एयरक्राफ्ट है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी इसमें उड़ान भर चुके हैं और कई देशों ने इसमें रुचि दिखाई है। एयरफोर्स का एडवांस लाइट हेलिकॉप्टर भी एक्सरसाइज का हिस्सा होगा। साथ ही एयरफोर्स का बेसिक ट्रेनर एयरक्राफ्ट एचटीटी-40 भी दिखाई देगा। इंडियन नेवी के पास मौजूद स्वदेशी प्लेटफॉर्म और वेपन सिस्टम भी एक्सरसाइज का हिस्सा होंगे। इसमें कुछ प्लेटफॉर्म पोखरण में मौजूद होंगे और कुछ दूर समंदर में मौजूद होंगे और तीनों सेनाओं के समन्वय के साथ कैसे युद्ध लड़ा जाता है यह दिखाएंगे। नेवी के लाइट वेट टॉरपीडो, मोबाइल एंटी ड्रोन सिस्टम, फायर फाइटिंग बोट भी दिखाई देगी। इंडियन आर्मी का सर्वत्र रडार सिस्टम से लेकर सारंग गन सिस्टम, पिनाका मल्टी बैरल रॉकेट लॉन्चर, ब्रह्मोस मिसाइल से लेकर ड्रोन डिटेक्शन सिस्टम भी एक्सरसाइज का हिस्सा होगा। सूत्रों के मुताबिक एक्सरसाइज में रोबोटिक म्यूल रोबोटिक खच्चर भी दिखाई देगा।

बता दे कि भारत एक के बाद एक डिफेंस डील कर रहा है। रक्षा क्षेत्र में भारत की तरक्की से चीन और पाकिस्तान की नींद उड़ी हुई है। रक्षा मंत्रालय ने शुक्रवार को 39,125 करोड़ रुपये का पांच सैन्य खरीद सौदों पर साइन किए। इसमें हाई पावर रेडार, नेवी के लिए ज्यादा रेंज की ब्रह्मोस मिसाइल और एयरफोर्स के मिग-29 फाइटर जेट के लिए इंजन के सौदें शामिल हैं। मिग-29 फाइटर जेट के इंजन के लिए हिंदुस्तान एरोनॉटिक्स लिमिटेड के साथ 5249.72 करोड़ रुपये का कॉन्ट्रैक्ट साइन किया गया है। ऐसे में तीनों सेनाओं का किस तरह से इंटीग्रेशन होता है और अलग अलग लोकेशन पर होने के बाद भी कैसे तेजी से कम्युनिकेशन होता है, यह सब ‘भारत शक्ति’ एक्सरसाइज में दिखाई देगा। भारत ने पिछले कुछ सालों में आत्मनिर्भरता पर काफी फोकस किया है और तीनों सेनाओं ने भी आत्मनिर्भरता की तरफ तेजी से कदम बढ़ाए हैं।ये एयरो-इंजन रूस की कंपनी से ट्रांसफर ऑफ टेक्नॉलजी लाइसेंस लेकर बनाए जाएंगे!

नए हाई पावर रेडार एयरफोर्स के मौजूदा लॉन्ग रेंज रेडार की जगह लेंगे। इससे एयर डिफेंस क्षमता बढ़ेगी और छोटे फ्लाइंग टारगेट को डिटेक्ट करने की क्षमता भी बढ़ेगी। नेवी के लाइट वेट टॉरपीडो, मोबाइल एंटी ड्रोन सिस्टम, फायर फाइटिंग बोट भी दिखाई देगी। इंडियन आर्मी का सर्वत्र रडार सिस्टम से लेकर सारंग गन सिस्टम, पिनाका मल्टी बैरल रॉकेट लॉन्चर, ब्रह्मोस मिसाइल से लेकर ड्रोन डिटेक्शन सिस्टम भी एक्सरसाइज का हिस्सा होगा। सूत्रों के मुताबिक एक्सरसाइज में रोबोटिक म्यूल रोबोटिक खच्चर भी दिखाई देगा।दो कॉन्ट्रैक्ट ब्रह्मोस एरोस्पेस प्राइवेट लिमिटेड के साथ साइन किए गए हैं। इसमें एक कॉन्ट्रैक्ट ब्रह्मोस मिसाइल के लिए हैं और दूसरा कॉन्ट्रैक्ट शिप से दागी जाने वाली ब्रह्मोस मिसाइल के लिए है, ये मिसाइल ज्यादा रेंज की हैं।