Tuesday, May 13, 2025
HomeIndian Newsक्या पीएम मोदी के खिलाफ अब खड़ा होगा विपक्ष?

क्या पीएम मोदी के खिलाफ अब खड़ा होगा विपक्ष?

पीएम मोदी के खिलाफ अब विपक्ष खड़ा हो सकता है! राहुल गांधी की सांसदी खत्म होने को मुद्दा बनाकर कांग्रेस ने जहां शनिवार को देशभर में सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया, वहीं रविवार को दिल्ली में महात्मा गांधी की समाधि राजघाट और सभी जिला मुख्यालयों में एक दिन के सत्याग्रह की घोषणा की है। केरल के वायनाड में शनिवार को पार्टी ने काला दिवस के रूप में मनाया। कई शहरों में रास्ते रोके गए और विरोध-प्रदर्शन किया गया।  आंदोलन को धार देने की जिम्मेदारी पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और प्रियंका वाड्रा ने संभाली है। दोनों राजघाट के धरने में शामिल होंगे। प्रदेश इकाइयों को निर्देश दिए हैं कि रविवार को जिला मुख्यालयों पर गांधी प्रतिमा के सामने सुबह 10 से शाम 5 बजे तक सत्याग्रह करें। इसे संकल्प सत्याग्रह का नाम दिया गया है।

कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा कि वह देश में लोकतंत्र की रक्षा के लिए लड़ते रहेंगे, भले ही उन्हें आजीवन संसद से अयोग्य घोषित कर दिया जाए या जेल में डाल दिया जाए। कांग्रेस नेता ने कहा, मैं डरने वाला नहीं और सवाल उठाता रहूंगा। वहीं, भाजपा नेता रविशंकर प्रसाद ने पलटवार किया कि वह आलोचना करें, लेकिन किसी का अपमान न करें। रविशंकर ने मामले में कांग्रेस पर जानबूझकर कोर्ट से सजा निलंबित न करवाने का आरोप लगाया। कहा, कर्नाटक चुनाव में फायदा लेने के लिए राहुल नाखून कटाकर शहीद बनना चाहते हैं।राहुल गांधी ने शनिवार को मीडिया से कहा, मुझे इसलिए अयोग्य ठहराया गया है, क्योंकि प्रधानमंत्री संसद में अदाणी मुद्दे पर मेरे अगले भाषण से डरे हुए थे।  यह पूरा खेल इस मुद्दे और उस पर सरकार की घबराहट से लोगों का ध्यान हटाने के लिए है। लेकिन, मैं संसद में रहूं या बाहर, सवाल पूछना जारी रखूंगा कि मोदी और अदाणी का रिश्ता क्या है। अदाणी की शेल कंपनियों में लगे 20 हजार करोड़ रुपये किसके हैं। वहीं, पटना में रविशंकर ने कहा, अदाणी मामले से मुद्दे का लेना देना नहीं है।

भाजपा नेता रविशंकर प्रसाद ने कहा कि राहुल ने प्रेस काॅन्फ्रेंस में कहा है कि वह सोच-समझकर बोलते हैं। यानी 2019 में उन्होंने ओबीसी वर्ग का अपमान सोच-समझ कर किया था। कोर्ट ने राहुल से पूछा था कि माफी मांगेंगे क्या? उन्होंने माफी नहीं मांगी, तो सजा हुई। इससे पहले भाजपा नेताओं समेत 32 लोगों को सजा हो चुकी है।

कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने शनिवार को मुंबई समेत महाराष्ट्र के अन्य शहरों में प्रदर्शन किया। वहीं इसके जवाब में भाजपा भी सड़कों पर उतर आई और राहुल गांधी से अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) को अपमान करने के लिए माफी मांगने की मांग की गई। राहुल ने 2019 में एक चुनावी सभा के दौरान मोदी उपनाम पर टिप्पणी की थी। राहुल के समर्थन में मुंबई से सटे कल्याण शहर में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने दोपहर में रेलवे स्टेशन के पास रास्ता रोको धरना दिया। पुलिस ने उन्हें तितर-बितर कर सड़क को यातायात के लिए खाली कराया।

कांग्रेस नेता विक्रांत चव्हाण के नेतृत्व में ठाणे में बी आर अंबेडकर की प्रतिमा के पास तख्तियां और बैनर लेकर कांग्रेस कार्यकर्ता एकत्र हुए। उन्होंने भाजपा और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ नारेबाजी की। राकांपा ने भी कई स्थानों पर बैनर भी लगाए कि देश बदले की राजनीति को बर्दाश्त नहीं करेगा। बैनरों में भारत जोड़ो यात्रा के दौरान गांधी की बड़ी-बड़ी तस्वीरें लगी हैं।

वहीं भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) राहुल गांधी से माफी मांगने पर अड़ी हुई है। भाजपा के नेताओं और कार्यकर्ताओं ने महाराष्ट्र समेत अन्य राज्यों में राहुल गांधी के खिलाफ धरना दिया। महाराष्ट्र में पार्टी के पूर्व मेयर मिलिंद पाटणकर ने विरोध का नेतृत्व किया, जिसमें उन्होंने कहा कि राहुल गांधी को मानहानि के मामले में जेल की सजा काटनी चाहिए।

भाजपा की महाराष्ट्र इकाई के अध्यक्ष चंद्रकांत बावनकुले ने कहा कि ओबीसी का अपमान देश बर्दाश्त नहीं करेगा। राहुल गांधी को ओबीसी से माफी मांगनी चाहिए। मंगल प्रभात लोढ़ा सहित राज्य के भाजपा नेता भी विरोध प्रदर्शन में शामिल हुए। गांधी को मानहानि मामले में दो साल की सजा सुनाए जाने और फिर उन्हें लोकसभा सदस्यता से अयोग्य करार दिए जाने को लेकर कांग्रेस ने पुणे में विरोध प्रदर्शन किया।

कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी को लोकसभा की सदस्यता से अयोग्य घोषित किए जाने के खिलाफ शनिवार को पश्चिम बंगाल, महाराष्ट्र और असम में प्रदर्शन किया। पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता में प्रदर्शनकारी कार्यकर्ताओं ने हाजरा इलाके में आशुतोष मुखर्जी रोड को अवरुद्ध किया। उन्होंने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर ‘बदले की राजनीति करने और ‘लोकतंत्र को दबाने की कोशिश करने’ का आरोप लगाते हुए उसके खिलाफ नारेबाजी की।

कोलकाता में राज भवन के गेट के पास युवा कांग्रेस के 50 कार्यकर्ताओं को धरना देते देखा गया। इन कार्यकर्ताओं ने हाथों में तख्तियां थाम रखी थीं, जिन पर राहुल की अयोग्यता की निंदा करने वाला संदेश लिखा हुआ था। पुलिस के मुताबिक, कई प्रदर्शनकारियों को वाहन में भरकर लालबाजार इलाके में स्थित कोलकाता पुलिस मुख्यालय ले जाया गया। एक अधिकारी ने बताया कि कई प्रदर्शनकारियों को कुछ समय के लिए हिरासत में लिया गया था और फिर बाद में उन्हें छोड़ दिया गया। पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद, बर्धमान पूर्व, बर्धमान पश्चिम और जलपाईगुड़ी सहित कई अन्य जिलों में भी कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने बड़े पैमाने पर विरोध-प्रदर्शन किए।

Disclaimer:

Mojo Patrakar may publish content sourced from external third-party providers. While we make every reasonable effort to verify the accuracy, reliability, and completeness of this information, Mojo Patrakar does not guarantee or endorse the views, opinions, conclusions, or authenticity of content provided by these third-party entities. Such content is presented solely for informational purposes, and it is not intended to substitute professional advice or to serve as a comprehensive basis for decision-making.

Mojo Patrakar expressly disclaims any liability for errors, omissions, or inaccuracies that may arise from third-party content, as well as any reliance readers may place upon it. Users are strongly encouraged to conduct independent verification and consult with qualified professionals as necessary before making any decisions based on information obtained through Mojo Patrakar.

RELATED ARTICLES

Most Popular

Recent Comments