वरुण गांधी बीजेपी से बाहर जा सकते हैं! भाजपा सांसद वरुण गांधी को लेकर लगातार संशय बना हुआ है। क्योंकि पिछले काफी समय से वो अपनी ही सरकार को आड़े हाथ ले रहे हैं। जिससे राजनीतिक गलियारों में उनको लेकर चर्चा हो रही है। कभी वो समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष की तारीफ करते हैं तो कभी कांग्रेस की तरफ उनका रुझान देखने को मिलता है। माना जा रहा है कि आगामी लोकसभा चुनाव 2024 तक उनके रास्ते अलग हो सकते हैं। हालांकि, राहुल गांधी की तरफ से यह भी कहा गया है कि बीजेपी सांसद की विचारधारा अलग है ऐसे में सवाल यह उठता है आखिर वो किस पार्टी में अपनी राजनीतिक पृष्ठभूमि को मजबूत करेंगे। समय पर किसानों, नौजवानों और बेरोजगारी का मुद्दा उठाते रहते हैं। बीते दिनों उन्होंने अपने ट्वीटर अकाउंट से बीजेपी का टैगलाइन भी हटा दिया है। लेकिन यहां पर बात विचारधारा की है। अगर वो कांग्रेस पार्टी में आते हैं तो उनका स्वागत है। क्योंकि जिस तरह से भारत जोड़ो यात्रा में राहुल गांधी को कन्याकुमारी से लेकर कश्मीर तक जन समर्थन मिल रहा है ऐसे में दावे के साथ कह सकता हूं की नफरत हारेगी और मोहब्बत जीतेगी। वरुण गांधी वर्तमान समय में खुद अपनी राजनीतिक जमीन तलाशने की कोशिश कर रहे हैं। इस लिए वो समय- समय पर अपनी सरकार के खिलाफ बयानबाजी करते रहते हैं। क्योंकि जिस तरह से उन्होंने पूर्व में भाजपा सरकार के खिलाफ मोर्चा खोला है ऐसे में लगता है कि 2024 तक वो भाजपा से अलग हो जाएंगे।
वर्तमान में वरुण इसलिए भी सुर्खियों में बने रहते हैं क्योंकि वह भाजपा के खिलाफ ही मोर्चा खोलते हैं लेकिन भाजपा भी उनकी इन बातों को गंभीरता से नहीं लेती है जाने को तो सपा, कांग्रेस में जा सकते हैं लेकिन उनको वहां क्या जिम्मेदारी मिलती है यह भी एक बड़ा सवाल है। लेकिन यहां पर बात विचारधारा की है। अगर वो कांग्रेस पार्टी में आते हैं तो उनका स्वागत है। क्योंकि जिस तरह से भारत जोड़ो यात्रा में राहुल गांधी को कन्याकुमारी से लेकर कश्मीर तक जन समर्थन मिल रहा है ऐसे में दावे के साथ कह सकता हूं की नफरत हारेगी और मोहब्बत जीतेगी। वरुण गांधी वर्तमान समय में खुद अपनी राजनीतिक जमीन तलाशने की कोशिश कर रहे हैं।
इस लिए वो समय- समय पर अपनी सरकार के खिलाफ बयानबाजी करते रहते हैं। क्योंकि जिस तरह से उन्होंने पूर्व में भाजपा सरकार के खिलाफ मोर्चा खोला है ऐसे में लगता है कि 2024 तक वो भाजपा से अलग हो जाएंगे।लेकिन यहां पर बात विचारधारा की है। अगर वो कांग्रेस पार्टी में आते हैं तो उनका स्वागत है। क्योंकि जिस तरह से भारत जोड़ो यात्रा में राहुल गांधी को कन्याकुमारी से लेकर कश्मीर तक जन समर्थन मिल रहा है ऐसे में दावे के साथ कह सकता हूं की नफरत हारेगी और मोहब्बत जीतेगी। वरुण गांधी वर्तमान समय में खुद अपनी राजनीतिक जमीन तलाशने की कोशिश कर रहे हैं। इस लिए वो समय- समय पर अपनी सरकार के खिलाफ बयानबाजी करते रहते हैं। क्योंकि जिस तरह से उन्होंने पूर्व में भाजपा सरकार के खिलाफ मोर्चा खोला है ऐसे में लगता है कि 2024 तक वो भाजपा से अलग हो जाएंगे। भाजपा ने सिर्फ कांग्रेस के परिवार को तोड़ने के लिए पार्टी में शामिल कराया था अब कांग्रेस का जनाधार नहीं दिख रहा है। ऐसे में वह अपनी राजनीतिक पृष्ठभूमि तैयार करने की कोशिश कर रहे हैं क्योंकि उनको कार्यकारिणी सदस्यों में भी शामिल नहीं किया गया है ऐसे में 2024 में टिकट कटने का भी डर सता रहा है।
वरुण गांधी के बीते कुछ दिनों से कांग्रेस समेत कई पार्टियों में जाने की अटकलें चल रही हैं।लेकिन यहां पर बात विचारधारा की है। अगर वो कांग्रेस पार्टी में आते हैं तो उनका स्वागत है। क्योंकि जिस तरह से भारत जोड़ो यात्रा में राहुल गांधी को कन्याकुमारी से लेकर कश्मीर तक जन समर्थन मिल रहा है ऐसे में दावे के साथ कह सकता हूं की नफरत हारेगी और मोहब्बत जीतेगी। वरुण गांधी वर्तमान समय में खुद अपनी राजनीतिक जमीन तलाशने की कोशिश कर रहे हैं। इस लिए वो समय- समय पर अपनी सरकार के खिलाफ बयानबाजी करते रहते हैं। क्योंकि जिस तरह से उन्होंने पूर्व में भाजपा सरकार के खिलाफ मोर्चा खोला है ऐसे में लगता है कि 2024 तक वो भाजपा से अलग हो जाएंगे। इसी बीच वरुण गांधी की मां और बीजेपी सांसद मेनका गांधी ने सीएम योगी से मुलाकात की थी। इस दौरान मेनका गांधी के साथ सुल्तानपुर के सभी विधायक भी मौजूद रहे। इन लोगों के बीच ये मुलाकात सीएम योगी के आवास कालीदास मार्ग पर हुई है। इस बैठक में मेनका गांधी के साथ कई बीजेपी विधायक भी शामिल थे।