एडिसन “एडसन” अरांटिस डो नैसिमेंटो केबीई यानी पेले का निधन हो गया है. मीडिया रिपोर्ट्स में बताया जा रहा है कि पेले लंबे समय कैंसर से पीड़ित थे. वह साओ पाउलो अस्पताल में भर्ती थे. कहा जाता है कि पेले फुलबाॅल को अपने इशारे से घुमाते थे. इसलिए लोग उन्हें किंग पेले नाम से संबोधित करते है.
पेले की कहानी
मशहूर फुलबाॅलर पेले की कहानी बताते हुए अशोक पांडे लिखते है कि, फ़ुटबॉल की सबसे हॉन्टिंग छवियों में से एक 29 जून 1958 को स्वीडन के रासुन्दा स्टेडियम, सोल्ना की है जिसमें अपना पहला वर्ल्डकप जीतने के बाद सत्रह साल के युवा पेले अपने से दस साल बड़े ज्यूमार दू सेंतेस नेवीस के सीने से लग कर फफक कर रो रहे हैं.
23 अक्टूबर 1940 को ब्राज़ील के फ़्लूमिनेन्स फ़ुटबॉल क्लब के सेंटर फ़ॉरवर्ड डॉन्डिन्हो के घर जन्मे पेले की आश्चर्यजनक महाप्रतिभा ने न सिर्फ ब्राज़ीली टीम के सभी खिलाड़ियों को अकल्पनीय तरीके से प्रभावित किया, फ़ुटबॉल की दुनिया भी पहले जैसी नहीं रह गयी.
1970 के वर्ल्ड कप फ़ाइनल में इटली के डिफ़ेन्डर त्रासीसियो बर्गनिख को पेले को मार्क करने की ज़िम्मेदारी दी गयी थी. खेल ख़त्म होने पर त्रासीसियो ने पेले के बारे में कहा – “गेम से पहले मैंने अपने आप से कहा था वह भी मेरी ही तरह त्वचा और हड्डियों से बना इंसान है – लेकिन मैं ग़लत था!”
क़िस्सा मशहूर है कि 1966 में जब पेले की भेंट पोप पॉल से हुई तो पोप ने कहा – “नर्वस मत होओ मेरे बेटे. मैं तुमसे ज्यादा नर्वस हूँ. बहुत लम्बे अरसे से ख़ुद पेले से मिलने का सपना देखता रहा हूँ.” किसी भी खेल में संसार के सबसे बड़े खिलाड़ी एडसन आरान्तेस दो नासीमेन्तो उर्फ़ पेले ने आज संसार को अलविदा कह दिया.
दुनिया के सबसे लोकप्रिय फुलबाॅलर थे पेले
साल 1970. पेले की अगुआई में ब्राजील की राष्ट्रीय टीम फीफा वर्ल्ड कप के फाइनल में इटली के खिलाफ़ खेलने उतरी. लेकिन तभी एक ऐसी घटना घटी जिसने सभी को अचंभित कर दिया.
फाइनल मैच की शुरुआती सीटी से ठीक पहले, पेले ने रेफरी से अपने स्नीकर्स बांधने के लिए थोड़ा सा वक्त लिया. यह एक ऐसी घटना थी जिससे सभी की निगाहें पेले पर टिक गईं. तब सारे कैमरे उन पर फोकस हो गए, जब वह अपने प्यूमा (PUMA) के स्नीकर्स के फीते बांधने के लिए झुके. पूरे विश्व ने देखा कि पेले कौन सी कम्पनी का जूता पहनते हैं.
ब्राजील ने फाइनल में इटली को 4-1 से हराया था. पेले स्पष्ट रूप से 1970 वर्ल्ड कप में दुनिया के सबसे प्रसिद्ध फुटबॉलर थे. हालांकि, उन्होंने एडिडास या प्यूमा के साथ कोई एंडोर्समेंट साइन नहीं किया था. इसके बजाय पेले ने अंग्रेजी जूता कंपनी स्टाइलो के साथ करार किया था.
चीजें तब दिलचस्प हो गईं जब प्यूमा ने ब्राजील की टीम के पास हंस हेनिंग्सन नाम का एक प्रतिनिधि भेजा. हेनिंग्सन एक रिपोर्टर थे. उनके ब्राजीली फुटबॉल टीम के साथ दोस्ताना रिश्ते थे. पेले और हेनिंग्सन ने कुछ समय साथ में बिताया.
चीजें तब दिलचस्प हो गईं जब प्यूमा ने ब्राजील की टीम के पास हंस हेनिंग्सन नाम का एक प्रतिनिधि भेजा. हेनिंग्सन एक रिपोर्टर थे. उनके ब्राजीली फुटबॉल टीम के साथ दोस्ताना रिश्ते थे. पेले और हेनिंग्सन ने कुछ समय साथ में बिताया. हेनिंग्सन ने पेले को 25,000 अमेरिकी डॉलर (करीब 19 लाख रुपए) और अगले चार वर्षों के लिए एक लाख अमेरिकी डॉलर (करीब 74 लाख रुपए) देने की पेशकश की. इसके अलावा प्यूमा ब्रांड स्नीकर्स की बिक्री का कुछ हिस्सा भी (इसका खुलासा नहीं किया गया) दिया गया. हेनिंग्सन ने अपने प्रस्ताव को आर्मिन डैस्लर (प्यूमा एंड डास्लर के तत्कालीन प्रमुख) को बताया.
आर्मिन प्रस्ताव पर सहमत हो गए. उन्होंने और हेनिंग्सन ने पेले को पैसे दे दिए. सौदे में था कि पेले फाइनल मैच के उद्घाटन से पहले जानबूझकर रेफरी से समय मांगेंगे ताकि सभी कैमरे उन पर फोकस हो जाएं. पेले ने ऐसा ही किया. उन्होंने फाइनल से पहले प्यूमा ब्रांड के स्नीकर्स के फीते बांधे. आप कल्पना कर सकते हैं कि इससे एडिडास कितना क्षुब्ध हुआ होगा. इसके साथ ही ‘स्नीकर वार्स’ शुरू हो गया.
यह किस्सा इसलिए याद हो आया क्योंकि ब्राज़ील के दिग्गज फ़ुटबॉलर पेले का 82 वर्ष की आयु में अब से कुछ देर पहले निधन हो गया है . पेले ने दुनिया को अलविदा कह दिया है. कैंसर से जूझ रहे ब्राजील के महान फुटबॉलर पेले को साओ पाउलो के अस्पताल में भर्ती किया गया था.
पेले ने अपने देश ब्राजील को तीन बार विश्व चैंपियन बनाया. उनके रहते ब्राजील ने 1958, 1962 और 1970 में विश्व कप जीता. 1958 में सूडान के खिलाफ विश्व कप फाइनल में दो गोल दागे थे. पेले ने प्रोफेशनल करियर में कुल 1363 मैच खेले और 1281 गोल दागे. ब्राजील के लिए उन्होंने 91 मैचों में 77 गोल दागे.