एक अज्ञात प्रदर्शनकारी महिला ने कान्स फिल्म फेस्टिवल (Cannes Film Festival) के रेड कार्पेट पर उस वक्त अजीबोगरीब स्थिति बन गई, जब अज्ञात महिला ने यूक्रेन में हो रहे बलात्कार के खिलाफ संदेश देने के लिए, नंग और अपने शरीर पर “स्टॉप रेपिंग अस” (हमारा बलात्कार करना बंद करें) लिखवा कर आ गई। यह बात शुक्रवार रात की है। बताया जा रहा है कि उस वक्त नई फिल्म ‘थ्री थाउजेंड इयर्स ऑफ़ लॉन्गिंग’ का प्रीमियर चल रहा था। इसी दौरान अज्ञात महिला रेड कार्पेट पर आई और उसने अंडरवियर के अलावा कुछ नहीं पहनी थी, और चिल्ला चिल्ला कर कहने लगी “स्टॉप रेपिंग अस” (हमारा बलात्कार करना बंद करिए)। महिला के शरीर पर यूक्रेनी झंडे का नीला और पीला रंग पुता हुआ था, जिसके साथ लिखा था, “स्टॉप रेपिंग अस” (हमारा रेप करना बंद करें)। साथ ही पूरे शरीर पर ख़ून जैसे धब्बे थे, जो नकली प्रतीत हो रहे थे। महिला के पीठ के निचले हिस्से पर ‘स्कम’ लिखा हुआ था।
अज्ञात महिला ने सीने पर बनाया यूक्रेन झंडा
बताया जा रहा है कि प्रदर्शनकारी महिला ने फिल्म के रेड कार्पेट जुलूस के दौरान अपने कपड़े फाड़ दिए ताकि उसके शरीर पर लगे यूक्रेन के झंडे के नीले और पीले रंग और उसका संदेश दिखाई दें. उसके पैरों और कमर पर भी लाल रंग लगा था. जैसे ही उसने चिल्लाया ‘हमारा बलात्कार मत करो!’ कान्स के अधिकारी मौके पर पहुंचे और उसके शरीर को कोट से ढंकते हुए रिकॉर्डिंग करने से रोक दिया।
यूक्रेन में रूस का युद्ध इस साल के कान्स उत्सव में अक्सर सुर्खियों में रहा है, जो यूक्रेनी फिल्म निर्माताओं की कई फिल्मों की स्क्रीनिंग कर रहा है. वहीं क्रेमलिन से संबंध रखने वाले रूसियों को भाग लेने से रोक दिया गया है. यूक्रेन के राष्ट्रपति वलोडिमिर ज़ेलेंस्की ने कान्स का उद्घाटन करते हुए शानदार भाषण दिया था.
यूक्रेन में सैकड़ों महिलाओं-लड़कियों के रेप की खबर
इसी साल 24 फ़रवरी को रूसी सेना ने यूक्रेन पर हमला किया था और यह जंग अब भी जारी है। इस बीच कई रिपोर्ट्स में ऐसा दावा किया जा चुका है कि रूस के सैनिक अपने कब्ज़े वाले क्षेत्र में यूक्रेनी महिलाओं और लड़कियों का बलात्कार कर रहे हैं।यूक्रेन के राष्ट्रपति और पूर्व एक्टर वोलोदिमीर ज़ेलेंस्की ने पिछले महीने कहा था कि जांच-पड़ताल करने वालों की रिपोर्ट्स में रूसी सैनिकों के कब्ज़े वाले क्षेत्रों से सैकड़ों यूक्रेनी महिलाओं और लड़कियों के बलात्कार की बात सामने आई है। यहां तक कि छोटे बच्चों का भी सेक्शुअल असॉल्ट किया जा रहा है। मंगलवार को कान्स फिल्म फेस्टिवल की ओपनिंग सेरेमनी के दौरान ज़ेलेंस्की ने एक वीडियो के जरिए अपने देश की मदद के लिए अपील की थी।
यूक्रेन में मारे गए डायरेक्टर की डॉक्युमेंट्री दिखाई
दुनियाभर की सुर्ख़ियों के साथ-साथ रूस-यूक्रेन युद्ध की चर्चा शुरुआत से ही कान्स फिल्म फेस्टिवल में ज़ोरों पर है। गुरुवार को डॉक्युमेंट्री ‘Mariupolis 2’ की स्पेशल स्क्रीनिंग रखी गई थी, जिसे कथित तौर पर पिछले महीने रूसी सेना द्वारा यूक्रेन में मार दिए गए Mantas Kvedaravicius ने निर्देशित्त किया था। शनिवार को भी यूक्रेन के संकटग्रस्त क्षेत्रों से आए कुछ फिल्म,मेकर्स की फ़िल्में दिखाई जाएंगी।
क्या होता है कान्स फेस्टिवल, आइए जानते हैं
कान्स फेस्टिवल के इतिहास पर नजर डालें तो इसकी शुरुआत 20 सितंबर 1946 में हुई थी. इस इवेंट में दुनियाभर की चुनिंदा फिल्मों, डॉक्यूमेंट्री को दिखाया जाता है. शुरुआत में फिल्म फेस्टिवल में 21 देशों की फिल्म को दिखाया गया था. यह विश्व के सबसे सम्मानजनक फिल्मों में से एक माना जाता है।
क्यों फेस्टिवल में जाती हैं एक्ट्रेस?
आपने देखा होगा कि कान्स फिल्म फेस्टिवल से हर बार कुछ हीरोइनों की ही तस्वीरें आती हैं, जिसमें ऐश्वर्या राय बच्चन, सोनम कपूर, प्रियंका चोपड़ा आदि का नाम शामिल है. बता दें कि ये एक्ट्रेस किसी फिल्म की वजह से वहां नहीं जाती हैं, लेकिन हीरोइनें ब्रांड प्रमोशन के हिसाब से वहां जाती हैं. इंटरनेशनल कॉस्मेटिक ब्रांड लॉरियल पेरिस पिछले कई सालों से कान्स फिल्म फेस्टिवल का ‘ब्यूटी’ पार्टनर है और इंडिया से ऐश्वर्या और सोनम लॉरियल की ब्रांड एंबेसडर हैं. ऐश्वर्या राय, सोनम कपूर, दीपिका पादुकोण की तरह कंगना रणौत Grey Goose Vodka की ओर से वहां जाती हैं, जो कि फिल्म फेस्टिवल का स्पॉन्सर है.
अगर सीधे शब्दों में समझें तो ये ब्रांड के बुलावे पर वहां जाती हैं और हर ब्रांड अलग अलग एक्ट्रेस को अप्रोच करते हैं. इसके बाद एक्ट्रेस उन ब्रांड्स के लिए जाती हैं और उनका कांस फिल्म फेस्टिवल की फिल्मों से कोई लेना देना नहीं होता है. अगर किसी एक्ट्रेस की फिल्म वहां रिलीज होती है या दिखाई जाती है तो बात अलग है. वैसे कैटरीना कैफ और दीपिका पादुकोण भी एंबेसडर रह चुकी हैं. लॉरियल ही इन हीरोइनों को स्पॉन्सर करता है और यह उनके ब्यूटी प्रोडक्ट को प्रमोट करने, प्रचार करने के लिए वहां जाती हैं. हर साल लॉरियल इन्हें एक मॉडल के तौर पर प्रचार करने के लिए बुलाता है.
बता दें कि वहां जाने के बाद एक्ट्रेस उनके ब्रांड को प्रमोट करती हैं और उनका फोटोशूट होता है और रेड कार्पेट पर वॉक होती है. इस दौरान दुनियाभर की मीडिया उन्हें कवर करती है. साथ ही फिल्म निर्माताओं के साथ इंट्रेक्शन होता है और नई फिल्मों, फिल्मकारों को बढ़ावा देने का मकसद पूरा किया जाता है. वहीं कई बार हीरोइनें ‘फैशन फॉर रिलीफ’ के माध्यम से पर्यावरण और मानवीय कारणों के लिए फंड जमा करने भी वहां जाती है.