तेलंगाना विधान परिषद की सदस्य कविता ने कहा, “आज, मैं यह स्पष्ट करना चाहती हूं कि बीजेपी और उनके नेताओं द्वारा मेरे खिलाफ लगाए गए आरोप पूरी तरह से निराधार हैं। मैं बीजेपी और उसके नेताओं के खिलाफ मानहानि का मुकदमा दायर करूंगी।”उन्होंने कहा, “बीजेपी और उसकी पार्टी के लोगों द्वारा मुझ पर लगाए गए आरोप पूरी तरह से निराधार हैं.. उनके हाथ में सभी एजेंसियां हैं, वे जो चाहे वो जांच कर सकते हैं। हम पूरा सहयोग करेंगे।” कविता ने आगे कहा कि भाजपा केसीआर की आलोचना करते हुए “बौखला” गई है। सीएम की बेटी ने कहा कि केसीआर भाजपा के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार की नीतियों की आलोचना करने में “बहुत मुखर और तेज” रहे हैं, और इसीलिए उनके परिवार की प्रतिष्ठा को खराब करने की कोशिश की जा रही है। उन्होंने कहा, “आप (BJP) गलत लोगों से भिड़ रहे हैं।” उन्होंने कहा कि उनके परिवार में ‘‘लड़ाकू लोग हैं, जो अपनी लड़ाई में कभी पीछे नहीं हटेंगे। आज, अगर आप हमें कुछ बेबुनियाद आरोप लगाकर नीचा दिखाना चाहते हैं, तो यह निराधार रहेगा। इससे कोई नतीजा नहीं निकलेगा।’’ उन्होंने कहा कि केंद्र में भाजपा विपक्ष की आवाज को दबाने का हरसंभव प्रयास कर रही है।
गौरतलब है कि TRS पहले बीजेपी के नेतृत्व वाली NDA गठबंधन के साथ थी, लेकिन बाद में दोनों ने अपने रास्ते अलग कर लिए। तेलंगाना हो या दिल्ली या पंजाब सीएम केसीआर हर मंच से पीएम मोदी की नीतियों की आलोचना करते रहे हैं। यहाँ तक कि वो खुद को 2024 के आम चुनावों एक लिए पीएम मोदी के खिलाफ एक मजबूत दावेदार के रूप में स्थापित करने में जुटे हैं।
दरअसल, प्रेस कॉन्फ्रेंस कर आम आदमी पार्टी पर हमला बोला और तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव के परविवार को भी घेरा. उन्होंने आरोप लगाया है कि केसीआर की बेटी ने शराब माफिया और आप सरकार के बीच बिचौलिए की भूमिका निभाई है. दिल्ली भाजपा नेताओं परवेश वर्मा और मनजिंदर सिरसा के खिलाफ उनके आरोपों के बाद मानहानि का मुकदमा दायर करेंगी। सूत्रों ने कहा कि वह आरोप लगाने वालों के खिलाफ निषेधाज्ञा आदेश के लिए अदालत का दरवाजा भी खटखटाएंगी। भाजपा ने आरोप लगाया था कि मनीष सिसोदिया को नई शराब नीति के तहत कमीशन को 2.5 प्रतिशत से बढ़ाकर 12 प्रतिशत करने के लिए करोड़ों रुपये की रिश्वत दी गई और उसी की पहली किस्त उन्हें दे दी गई। भाजपा ने आगे आरोप लगाया कि सिसोदिया को 150 करोड़ रुपये दिए गए थे।
परवेश वर्मा ने यह भी दावा किया था कि कविता शराब माफिया के कई सदस्यों को मनीष सिसोदिया से मिलाती थीं और इस घोटाले में उनका साथ देती थी. उन्होंने यह भी आरोप लगाया है कि केसीआर परिवार के लोग आबकारी नीति बनाए जाने के लिए दिल्ली के एक फाइव स्टार होटल में हुई बैठकों में शामिल हुए थे. केसीआर परिवार के लोग परिवार के लोग निजी प्लेन से दिल्ली आते थे. उन्होंने यह भी कहा कि केसीआर परिवार ने पंजाब में भी ऐसी नीति लागू करवाई थी और खुद तेलंगाना में इसी नीति से काम होता आ रहा है. वहीं, बीजेपी नेता मनजिंदर सिंह सिरसा ने भी तंज करते हुए कहा कि देख तेरे संसार की हालत क्या हुई इंसान, कितना बदल गया इंसान. उन्होंने आरोप लगाया कि यह सारा घोटाला ओबेरॉय होटल शुरू हुआ, जहां कविता रेड्डी ब्रदर्स को लेकर आईं थी. भाजपा सांसद ने दावा किया कि दिल्ली सरकार की आबकारी नीति शहर के ओबेरॉय होटल के एक कमरे में बनाई गई थी, जहां बैठकें होती थीं। वर्मा ने कहा, “इन बैठकों में उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया, आबकारी आयुक्त, आबकारी विभाग के अधिकारी, कुछ शराब माफिया और केसीआर के परिवार के सदस्य शामिल हुए।”सासंद ने आरोप लगाया, “सौदे के तहत शराब माफियाओं का कमीशन 10 फीसदी बढ़ाने के लिए सिसोदिया को 150 करोड़ रुपये की पहली किस्त दी गई थी।” वर्मा ने यह भी आरोप लगाया कि शराब माफिया और आप सरकार के बीच, तेलंगाना के मुख्यमंत्री केसीआर की बेटी “के कविता ने एक बिचौलिए का काम किया।” उन्होंने मांग की कि सिसोदिया को इन आरोपों पर सफाई देनी चाहिए और “घोटाले” के लिए लोगों से माफी मांगनी चाहिए।