नई दिल्ली :: हाल ही में महाराष्ट्र में MNS प्रमुख राज ठाकरे ने मस्जिद में बजने वाले लाउडस्पीकर को लेकर आंदोलन छेड़ दिया था राज ने मस्जिदों से सुबह फजल की नमाज के दौरान लाउडस्पीकर से होने वाली तेज आवाज के खिलाफ आंदोलन की चेतावनी दी थी। इस बात को ध्यान में रखते हुए मुंबई की जुम्मा मस्जिद ने अब एक नया आविष्कार किया है। इस मस्दिज ने Al Islaah नाम से एक मोबाइल ऐप लांच किया है जिससे लाइव अज़ान सुनी जा सकती है। इसके अलावा मुस्लिम समुदाय के बारे में अगर कोई संदेश या सरकारी आदेश हो तो वो भी ब्रॉडकास्ट किया जा सकेगा। जानकारी के मुताबिक फिलहाल ये ऐप मुंबई तक ही सीमित है। इस ऐप में सबसे बड़ी खासियत यह है कि आप जिस मस्जिद का अज़ान सुनना पसंद करते हैं उसे कनेक्ट कर सकते हैं। जुम्मा मस्जिद के चेयरमैन शुहैब खातिब ने बताया कि आनेवाले समय में इस ऐप में और भी फीचर ऐड किए जाएगें। शुहैब से जब ये पूछा गया कि इस ऐप को बनाने में अब क्यों विचार किया गया तो उनका कहना था कि इससे पहले किसी राजनीतिक पार्टी ने ये मुद्दा नहीं खड़ा किया था। प्रतिष्ठित जुम्मा मस्जिद ने महाराष्ट्र कॉलेज के इनक्यूबेशन विभाग के तकनीकी विशेषज्ञों के साथ करार किया है जिन्होंने “Al-Islaah” नाम का एक ऐप बनाकर तैयार किया है।
महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना के अध्यक्ष राज ठाकरे ने कुथ महीने पहले लोगों से अनुरोध किया था कि अगरकहीं भी लाउडस्पीकर पर जोर से अजान सुनें तो लाउडस्पीकर पर हनुमान चालीसा लगाएं। ठाकरे ने एक खुले पत्र में लोगों से कहा था कि अगर वे ‘अजान’ की आवाज से परेशान हों तो 100 नंबर डायल करके पुलिस में शिकायत करें। मनसे नेता ने कहा, ‘‘रोज शिकायत होनी चाहिए।’’ उन्होंने कहा, ‘‘मैं सभी हिंदुओं से अपील करता हूं कि जहां-जहां लाउडस्पीकर पर अजान दी जाती है, वहां आप लाउडस्पीकर पर हनुमान चालीसा लगाएं और लाउडस्पीकर से क्या तकलीफ होती है यह उन्हें भी समझने दें।’’बता दें कि इससे कुछ महीने पहले गोवा के एक दक्षिणपंथी समूह ने मस्जिदों में अजान के लिए लाउडस्पीकर के अवैध इस्तेमाल को रोकने के संबंध में एक प्रशासनिक आदेश को लागू करने की मांग की थी। हिंदू जनजागृति समिति (एचजेएस) के एक प्रतिनिधिमंडल ने मंगलवार को उत्तरी गोवा के जिलाधिकारी मामू हेगे से मुलाकात की और एक ज्ञापन सौंपा।
मुंबई समेत पूरे महाराष्ट्र में लाउडस्पीकर का मुद्दा इस समय सबसे ज्यादा चर्चा में है. ऐसे में लाउडस्पीकर के मसले पर राजनीति भी हो रही है. यहां पिछले कुछ दिनों से महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना के चीफ राज ठाकरे लगातार मस्जिदों से लाउडस्पीकर उतारने की मांग कर रहे हैं. मुंबई में हालातों को देखते हुए अब बॉम्बे ट्रस्ट की जुमा मस्जिद एक अनोखी पहल शुरू करने जा रही है. जुमा मस्जिद जल्द ही एक ऐप तैयार करेगी, ताकि लोग अपने घरों से अजान सुन सकें. वहीं, इस मुहिम के जरिए सुप्रीम कोर्ट के उस आदेश का भी पालन हो जाएगा, जिसमें कहा गया है कि रात 10 बजे से सुबह 6 बजे तक अजान के लिए लाउडस्पीकर का इस्तेमाल ना किया जाए.यह ऐप उपयोगकर्ताओं को उनके मोबाइल के जरिए अजान प्राप्त करने में सक्षम होगा. ऐप से उन लोगों को भी अधिक फायदा होगा, जो मस्जिद तक नहीं पहुंच पाते. इसके अलावा लाउडस्पीकर से होने वाले ध्वनि प्रदूषण को भी क़ाबू करने में मदद मिलेगी. बॉम्बे ट्रस्ट की जुमा मस्जिद के ट्रस्टी और चेयरपर्सन शोएब खतीब ने बताया कि ऐसे ऐप पर काम किया जा रहा है, जो उपयोगकर्ताओं को अपने मोबाइल फोन पर अजान प्राप्त करने में सक्षम होगा. साथ ही हम सर्वोच्च न्यायालय के आदेश को हम स्वीकार करते हैं
बता दें कि लाउडस्पीकर की आवाज के चलते कई लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ता है. एक तरफ खराब स्वास्थ्य से जूझ रहे लोगों को परेशानी होती है. तो वहीं, दूसरी तरफ ध्वनि प्रदूषण और पर्यावरण को भी नुकसान पहुंचता हैं lबॉम्बे ट्रस्ट की जुमा मस्जिद के ट्रस्टी और चेयरपर्सन शोएब खतीब ने बताया कि हम एक ऐसे एप पर काम कर रहे हैं जो उपयोगकर्ताओं को अपने मोबाइल फोन पर अज़ानसुनने में मदद करेगा. साथ ही, उन्होंने सर्वोच्च न्यायालय के आदेश को सम्मान के साथ स्वीकार किया है जिसके तहत रात 10 बजे से सुबह 6 बजे तक अज़ान के लिए लाउडस्पीकर के इस्तेमाल नहीं किया जाएगा इस एप से लोग अपने घर में अजान सुन सकेंगे और इससे उन लोगों को भी फ़ायदा होगा जो मस्जिद तक नहीं पहुंच पाते हैं l