सामान्य तौर पर नींबू का प्रयोग अचार एवं सब्जी के रूप में किया जाता है! नींबू से सब परिचित हैं। लोग नींबू का इस्तेमाल कर कई व्यंजन बनाते हैं।नींबू की चटनी को बहुत ही पसंद से खाई जाती है। नींबू की सबसे बड़ी विशेषता यह है कि जहां दूसरे फल पकने पर मीठे हो जाते हैं, वहीं नींबू का स्वाद हर समय खट्टा ही रहता है। नींबू विटामिन C का मुख्य स्रोत है। नींबू के सेवन से स्कर्वी रोग भी ठीक होता है। इतना ही नहीं नींबू का प्रयोग कर कई और भी बीमारी ठीक की जा सकती है।आयुर्वेद में नींबू के बारे में बहुत सारी अच्छी बातें बताई गई हैं। पतंजलि के अनुसार, आप नींबू का उपयोग पेट के कीड़ों को खत्म करने के लिए, पेट दर्द से आराम पाने के लिए, भूख बढ़ाने के लिए, पित्त और कफज विकारों को ठीक करने के लिए तो कर ही सकते हैं, साथ ही और भी कई रोगों में लाभ पा सकते हैं। नीचे आपके लिए बहुत आसान शब्दों में नींबू के सभी फायदे के बारे में बताया गया है। आइए नींबू के बारे बारे में जानते हैं।नींबू की कई जातियां पाई जाती है, जैसे- कागजी नींबू , बिजौरी नींबू, जम्मीरी नींबू, मीठा नींबू इत्यादि। औषधी के रूप में कागजी नींबू का ही प्रयोग करना चाहिए। इसका आकार छोटा या मध्यम होता है। इसका वृक्ष कांटों से युक्त, झाड़ीनुमा होता है। इसके फूल छोटे, सफेद अथवा गुलाबी रंग के होते हैं। फूलों से सुगंध आती है।1 कप पीने लायक गर्म दूध में आधा नींबू निचोड़-कर दूध फटने से तुरन्त पहले पी जायें। यह रक्तस्राव को तुरन्त बंद कर देता है। इस प्रयोग को एक या दो बार से अधिक न करें।अधिक प्यास लगने की परेशानी में नींबू का शर्बत बनाकर पfएं। इससे अधिक प्यास लगने की समस्या ठीक हो जाती है।
5 मिली फल के रस में मधु, नारिकेलोदक और नमक मिलाकर सेवन करें। इससे अधिक प्यास लगने की परेशानी ठीक होती है।जीभ पर हुए छालों और मसूड़ों पर नींबू का छिलका रगड़ें। इससे जीभ के छालों और मसूड़ों की परेशानी में लाभ होता है।
नींबू के रस में शहद मिलाक चेहरे पर लगाएं। इससे चेहरे के कील-मुहांसे और झुर्रियां ठीक हो जाती हैं।
नींबू, तुलसी और काली कंसौदी का रस बराबर मिलाकर धूप में रखें। जब वह गाढ़ा हो जाय तो मुंह पर मलें। यह मुहांसों को दूर कर देता है।रूसी हटाने के लिए नींबू का इस्तेमाल कर सकते हैं। नींबू के रस में आंवला के फलों को पीस लें। इसे बालों में लगाने से रूसी मिटती है, तथा बालों का झड़ना रुकता है।
दाद, खाज, चमड़ी पर काले दाग आदि रोगों पर नींबू को काटकर रगड़ने से लाभ होता है।
नींबू के फल का रस का रोज प्रयोग करने से त्वचा के विकार ठीक हो जाते हैं।
नींबू के रस में करौंदा की जड़ को पीसकर लगाने से खाज या खुजली में तुरंत लाभ होता है।
नींबू फल के रस को एक गिलास उबले दूध में डालें। इसमें ग्लिसरीन मिलाकर आधे घंटे तक रख दें। उसे शरीर पर लगाने से रूखी त्वचा सहित अन्य त्वचा की बीमारी में फायदा होता है।
मोटापा कम करने के लिए नींबू का प्रयोग फायदा देता है। सुबह-सुबह खाली पेट 200 मिली गुनगुने जल में 2 चम्मच नींबू व 1 चम्मच शहद डालकर पीने से मोटापा घटता है।नींबू के रस को लोहे की खरल में लोहे के दस्ते से घोटें। जब रस काला पड़ जाये, तब आंखों के आस-पास पतला-पतला लेप करें। इससे आंखों का दर्द ठीक हो जाता है।नींबू का दो भाग कर लें। एक भाग में पिसी हुई काली मिर्च और सेंधा नमक भरें। दूसरे भाग में मिश्री भरें। दोनों को गर्म कर चूसें। इससे वर्षा-ऋतु के बाद होने वाला टायफाइड का ठीक होता है।5 मिली फल के रस में मधु, नारिकेलोदक और नमक मिलाकर सेवन करें। इससे एसिडिटी ठीक होती है। अधिक प्यास लगने की परेशानी ठीक होती है।
3 मिली नींबू का रस, 10 मिली चूने का पानी तथा मधु तीनों को मिलाएं। इसे 20-20 बूंद की मात्रा में लेने से भूख बढ़ती है।
नींबू के रस का सेवन करने से भूख न लगने की समस्या ठीक हो जाती है।
नींबू के शर्बत में दोगुना पानी और 1-2 नग लौंग के साथ काली मिर्च मिलाकर पीने से भूख बढ़ती है।
नींबू को काटकर काला नमक बुरक लें। इसे चाटने से भी भूख न लगने की समस्या ठीक हो जाती है।
एक नींबू के रस में थोड़ी अदरक एवं थोड़ा काला नमक मिलाकर सेवन करने से भूख बढ़ती है।
5 मिली फल के रस में मधु, नारिकेलोदक और नमक मिलाकर सेवन करें। इससे भूख बढ़ती है!