कौन है अर्पिता मुखर्जी ?
बांग्ला फिल्म इंडस्ट्री में काम कर चुकी अर्पिता ई डी की रेड से सुर्खियों में आई । अपने फिल्मी करियर में अर्पिता ज्यादातर साइड रोल करते हुए नजर आई हैं । इसके अलावा उन्होंने कई ओडीआई और तमिल फिल्मों में काम किया है, साथ ही उन्होंने बंगला फिल्मों के सुपर स्टारों के साथ लीड रोल वाली कुछ फिल्मों में भी काम किया है। बता दें कि फिलहाल अर्पिता मुखर्जी के घर से 20 करोड़ कैश मिलने से वह सुर्खियों में आई हैं। शिक्षा भर्ती घोटाले की जांच के दौरान केंद्र एजेंसियों के मुताबिक अर्पिता मुखर्जी की संलिप्तता की बात सामने आई है। गौरतलब हो कि अर्पिता मुखर्जी ममता बनर्जी के नेतृत्व वाली सरकार में मंत्री पार्थ चटर्जी की करीबी मानी जा रही हैं। शुक्रवार को ईडी ने पार्थ चटर्जी के घर भी छापेमारी की जिसके बाद से लोगों में पार्थ चटर्जी और अर्पिता चटर्जी के बीच क्या रिश्ता है इसको लेकर बातें शुरू कर दी हैं।
ईडी का कहना है कि मामला इतने पर नहीं रुकेगा अभी पार्थ चटर्जी के कई और रिश्तेदारों और करीबियों के घर भी छापेमारी की जा रही है। जिसके अलावा पश्चिम बंगाल में ईडी लगातार 14 अलग-अलग ठिकानों पर छापामारी कर रही है। इससे साफ पता चल रहा है कि पिछले कुछ दिनों से पश्चिम बंगाल में ईडी के अधिकारी एक्शन में है। रिपोर्ट के मुताबिक ऐसा माना जा रहा है कि पश्चिम बंगाल की सबसे बड़ी दुर्गा पूजा कमेटी के जरिए ही पार्थ से अर्पिता की मुलाकात हुई थी।
वहीं अर्पिता मुखर्जी का पार्टी से कोई लेना देना हो इसको लेकर टीएमसी ने साफ इंकार कर दिया है। साथ ही ऐसा कहा गया है कि टीएमसी का कोई भी नेता अर्पिता को नहीं जानता है।जिसके बाद बीजेपी की ओर से पलटवार किया गया और बीजेपी के मंत्री अग्नि पॉल मित्रा ने यह कहा गया है कि अर्पिता पार्थ की गर्लफ्रेंड हैं। साथ ही बीजेपी के प्रवक्ता की तरफ से सोशल मीडिया पर एक वीडियो पोस्ट किया गया है ,जिसमें अर्पिता ममता के साथ नजर आ रही हैं। इस पर सवाल करते हुए बीजेपी के नेता ने कहा कि यह रिश्ता क्या कहलाता है ? वहीं एक दूसरे बीजेपी नेता शहजाद पूनावाला ने एक वीडियो ट्वीट किया है जिसमें सीएम ममता बनर्जी उद्योग मंत्री पार्थ चटर्जी और अर्पिता मुखर्जी को एक ही मंच पर साथ खड़े नजर आ रहे हैं।
नोटों की गिनती मशीनों से
अर्पिता मुखर्जी के घर से 500 और 20 हज़ार रुपए के बंडल्स मिल रहे हैं । जिसके लिए ईडी की रेड टीम को नोट गिनने के लिए मशीनों का इस्तेमाल करना पड़ रहा है। इसके अलावा 20 कीमती मोबाइल ,सोना ,विदेशी मुद्रा ,जमीन के दस्तावेज मिले हैं। वहीं अभिनेत्री से ईडी के अधिकारी पूछताछ कर रहे हैं। रिपोर्ट के मुताबिक अर्पिता को बंगाल के मंत्री पार्थ की कानूनी सलाहकार बताया जा रहा है। इनकम टैक्स की टीम अब चटर्जी के अन्य रिश्तेदारों के घर पर छापा मारने पहुंची है। दरअसल जब पश्चिम बंगाल में यह घोटाला हुआ था उस समय पार्थ राज्य के शिक्षा मंत्री थे और कथित रूप से इसमें शामिल लोगों के मनी लॉन्ड्रिंग के पहलू की जांच अब इडी कर रही है ।
इसी दौरान ईडी के अधिकारियों ने पार्थ से रात भर पूछताछ की जिसके बाद अधिकारियों ने चटर्जी को 10:00 बजे हिरासत में लिए जाने की सूचना दी ।
यह पूछताछ शुक्रवार को सुबह 8:00 बजे शुरू हुई और शनिवार तक लगातार जारी रही। वहीं लगातार 7 घंटे की पूछताछ के कारण पार्थ की तबीयत बिगड़ती नजर आई, जिसके बाद डॉक्टरों की टीम बुलानी पड़ी । वहीं उनकी करीबी अर्पिता चटर्जी को भी हिरासत में ले लिया गया है।
बीजेपी और टीएमसी में वार पलटवार का दौर जारी
एक तरफ जहां टीएमसी कार्यकर्ता इस बात से पल्ला झाड़ते हुए नजर आ रहे हैं कि वह अर्पिता को नहीं जानते साथ ही अर्पिता चटर्जी का पार्टी से कोई लेना देना नहीं है ,तो दूसरी तरफ बीजेपी कार्यकर्ता सोशल मीडिया पर कई तस्वीरें और वीडियो पोस्ट करते हुए यह सुनिश्चित करने की कोशिश में लगे हुए हैं की इस घोटाले के पीछे पूरी की पूरी टीएमसी है और ममता बनर्जी का भी इसमें बहुत बड़ा योगदान है। इसी के साथ बीजेपी नेता शुभेंदु अधिकारी ने कई सारी तस्वीरें सोशल मीडिया पर पोस्ट की हैं जिनमें ममता पार्थ और और अर्पिता के साथ दुर्गा पूजा के उद्घाटन के अवसर पर साथ नजर आ रहे हैं । जिसमें चटर्जी के साथ टी एम सी के प्रदेश अध्यक्ष भी मौजूद हैं और सुब्रत बक्शी के बगल में अर्पिता बैठी हैं। जिस पर अधिकारी ने लिखा है कि “यह तो बस ट्रेलर है पिक्चर अभी बाकी है। ”
ममता की पार्टी ने यह कहते हुए पल्ला झाड़ लिया है कि टीएमसी का इन पैसों से कोई लेना देना नहीं है और इस इस घोटाले में जितने भी लोगों के नाम सामने आए हैं उसका जवाब देना उनका और उनके वकीलों का काम है । टीएमसी अभी इस पूरे मामले की करीब से देखी कर रही है। पर पश्चिम बंगाल में बीजेपी इसको लेकर आक्रोशित नजर आ रही है । बीजेपी के कई नेता ममता के खिलाफ खड़े हैं जिनमें से अग्निमित्र पाल ने कहा कि बंगाल खुश है । अदालत ने कुछ दिनों पहले ही कहा था कि ममता बनर्जी सारे मंत्रियों को हटाए लेकिन उन्होंने कोर्ट का आदेश नहीं सुना । अर्पिता पार्थ की गर्लफ्रेंड हैं। जिनके घर 20 करोड़ मिला है। 20 करोड़ जो निकला है क्या ईडी ने रखा ।
साथ ही उन्होंने कहा कि मोनालिसा के नाम पर 10 के दस्तावेज मिले हैं जिसपर ऊपर तक एक्शन होना चाहिए। एक बीजेपी मंत्री ने कहा कि ममता बनर्जी अब सामने आकर जवाब दें ,धमकियां देती थी। अब बयान बदल गया चालाकी से बचने का प्रयास कर रही हैं । लेकिन अब बचने की संभावना नहीं है । उनके बड़े-बड़े नेता जो हमेशा उनके साथ रहे रुपया संभालते रहे ,उन्हें ममता ने फंसा दिया । और अपना पाक साफ बैठी हुई है। एक और बीजेपी सांसद और बंगाल के पूर्व अध्यक्ष दिलीप घोष ने कहा कि बनर्जी तक जांच की आँच पहुंचेगी कई और गिरफ्तारियां होनी चाहिए। उससे कई और राज खुलेंगे । जिला अध्यक्ष अनुब्रता मंडल के पास 150 करोड़ की प्रॉपर्टी मिली और अर्पिता के घर से 20 मोबाइल फोन मिले । बीजेपी नेता ने कहा कि गिरफ्तार बहुत पहले हो जानी चाहिए थी। पश्चिम बंगाल में बीजेपी के नेता शहजाद ने कहा कि यह गरीबों की नौकरी अमीरों को बेचने का काम है। टीएमसी काअब जवाब देना जरूरी है । पार्थ की ममता बनर्जी और टीएमसी के शीर्ष नेताओं के साथ कई तस्वीरें हैं 20 करोड़ छोटी रकम है और 20 हजार करोड से ज्यादा का घोटाला है पल्ला झाड़ने से काम नहीं चलेगा।
इसका जवाब देते हुए पार्टी सांसद शांतनु इस बात से इनकार किया कि अर्पिता पार्टी की सदस्य हैं। उन्होंने कहा कि इससे पहले दिन में पार्टी ने अपने मंत्रियों पर ईडी और सीबीआई के छापे की साजिश और राजनीति प्रतिशोध करार दिया था और चेतावनी भी दी थी कि अगर उनके मंत्री को मानसिक और शारीरिक रूप से नुकसान पहुंचाया गया तो वह चुप नहीं बैठेंगे ।
आखिर क्या है पूरा मामला
पश्चिम बंगाल में स्कूल सेवा आयोग और पश्चिम बंगाल प्राथमिक शिक्षा बोर्ड में भर्ती अनियमितताओं की चल रही जांच के संबंध में ईडी के अधिकारियों ने पार्थ चटर्जी की करीबी अर्पिता मुखर्जी के आवास पर छापा मारा तो ₹200000000 मिले जिसके बाद ईडी ने मुखर्जी के घर से रुपए कैश बरामद किए जिसकी गिनती के लिए उन्हें नोट गिनने वाली मशीन मंगवानी पड़ी। दरअसल पूरा मामला यह है कि एसएससी के माध्यम से शिक्षकों की नियुक्ति के लिए करोड़ों रुपए का लेनदेन किया गया ,जब यह घोटाला हुआ था उस समय शिक्षा मंत्री पार्थ थे आरोप यह है कि शिक्षकों की भर्ती के लिए उस समय रुपए लिए गए और करोड़ों का लेनदेन हुआ था ।
कोलकाता हाईकोर्ट में चटर्जी के खिलाफ याचिका भी दाखिल की जा चुकी है ,जिसमें उनके अन्य करीबियों को अवैध तरीके से नौकरी देने का आरोप है । जिसमें 10 करीबियों के नाम शामिल हैं साथ ही यह भी कहा गया कि यह लोग चटर्जी के सिक्योरिटी गार्ड के रिश्तेदार हैं । जिसकी सुनवाई हाईकोर्ट अगले हफ्ते कर सकती है।