आज नई दिल्ली स्थित डॉक्टर भीमराव अंबेडकर अंतरराष्ट्रीय केंद्र में सामाजिक कल्याण एवं अधिकारिता मंत्रालय तथा राष्ट्रीय स्वास्थ्य प्राधिकरण के बीच में उभयलिंगी समुदाय के उत्थान पुनर्वास और उनको मुख्यधारा में जोड़ने के लिए, आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना- स्माइल (ट्रांसजेंडर स्वास्थ्य सुरक्षा)के माध्यम से प्रतिवर्ष ₹5 लाख के सरकारी और गैर सरकारी अस्पताल में मुफ्त स्वास्थ्य सुविधा एवं पैनल व चिन्हित अस्पताल में सर्जरी की व्यवस्था हेतु इस महत्वपूर्ण निर्णय के साथ समझौता- हस्ताक्षर की गई।
हम सभी अपने आसपास उभयलिंगी समुदाय के चेहरा की खुशियां देखते हैं। लेकिन उनके दर्द को जानने की कोशिश करने का काम माननीय श्री नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व वाली सरकार देश के विकास के इतिहास में पहली बार पूर्ण प्रतिबद्धता और सुदृढ़ रणनीति के साथ कोशिश की है। हम सभी जानते हैं ‘आवश्यकता बदलाव की है’। देश में सामाजिक, राजनीतिक ,आर्थिक, तौर पर हो रहे न्यायसंगत विकास समूचे विश्व को स्वयं की ओर आकर्षित कर रहा है।
इस समझौता का उद्देश्य उभयलिंगी समुदाय के जीवन में व्यापक बदलाव के साथ साथ उनको आत्मनिर्भर तथा स्वावलंबी बनाने के क्रम में सामाजिक उत्थान के साथ आगे बढ़ाना है।आयुष्मान योजना के माध्यम से पहचान पत्र पाकर स्वस्थ जीवन जीते हुए गरिमामई सामाजिक स्वरूप की नींव खड़ी करनी है। आदरणीय पंडित दीनदयाल उपाध्याय जी का मानना था की आखिरी पंक्ति के अंतिम जन का कल्याण ही समाज का वास्तविक विकास हैं। अंत्योदय के भाव के साथ नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व वाली सरकार पूर्ण प्रतिबद्धता के साथ समृद्ध विकास के लिए हमेशा की तरह संकल्पित है ।हाल में गरिमा गृह रायपुर (छत्तीसगढ़) से 12 उभयलिंगी समुदाय के व्यक्तियों को प्रदेश पुलिस में लिया गया है। इसके अलावा ये मंत्रालय उभयलिंगी समाज के व्यकितयों को केंद्रीय स्तर पर रजिस्टर कर पहचान पत्र प्रदान कर रहा है, छात्रवृत्ति का प्रावधान किया गया है, ट्रांसजेंडर सुरक्षा प्रकोष्ट स्थापित किये जा रहे हैं, कौशल विकास के कार्यक्रम किये जा रहे हैं और साथ ही साथ उभयलिंगी समाज के लिए “समग्र चिकित्स्कीय स्वास्थ पैकेज” का भी प्रावधान किया गया है।
इस चिकित्सीय स्वास्थ पैकेज के अंतर्गत SMILE स्कीम को स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय की “आयुष्मान भारत योजना” के साथ जोड़कर उभयलिंगी समाज के लिए एक ख़ास “आयुष्मान भारत TG प्लस” कार्ड का प्रावधान किया जा रहा है जिसके अंतर्गत 50 से ज्यादा स्वास्थ्य सुविधाओं का लाभ निशुल्क दिया जाएगा। उभयलिंगी समाज के लिए एक कदम और आगे जाकर इस कार्ड के अंतर्गत कॉस्मेटिक सर्जरी तक का प्रावधान किया गया है। पुरे विश्व में भारत ऐसा प्रथम देश होगा जो एक सरकारी स्कीम के अंतर्गत ट्रांसजेंडर समुदाय को कॉस्मेटिक सर्जरी जैसी सुविधा निशुल्कः उपलब्ध कराएगा । साथ ही साथ भारत के किसी भी राज्य, किसी भी हिस्से का उभयलिंगी समाज का व्यक्ति आयुष्मान भारत के सम्बद्ध किसी भी हॉस्पिटल में इस कार्ड का लाभ ले सकेगा ।
आज़ादी के इस अमृत काल में पंडित दीनदयाल उपाध्याय को याद करते हुए, उनके “अंत्योदय” के स्वपन को साकार करने लिए हमारी सरकार समाज के हर शोषित और हाशिये पर रह रहे वर्ग को मुख्यधारा में जोड़ने के लिए प्रतिबद्ध है, और उसी दिशा में ये हस्ताक्षर-समझौता एक बोहोत ही महत्वपूर्ण कदम है। स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय एवं समाज कल्याण एवं अधिकारिता मंत्रालय की ये संयुक्त पहल, हमारे समाज को न केवल नयी दिशा देगी बल्कि उभयलिंगी समाज को उसका उचित और सम्मानीय स्थान दिलवाने की और अग्रसर करेगी।