क्या अंग्रेजों को भारत ने माफ कर दिया था? जानिए!

0
217

अंग्रेजों ने भारत पर 200 से अधिक साल राज किया है! आज विज्ञान के साथ-साथ भारत ने इतनी प्रगति कर ली है कि प्रधानमंत्री जब दिल्ली से संबोधित करते हैं तो देशभर के लोग टीवी, रेडियो ही नहीं मोबाइल पर भी उन्हें लाइव सुन और देख सकते हैं। लेकिन जब देश को आजादी मिली थी, उस समय ऐसा नहीं था। आजादी के 6 साल हो चुके थे, देश में पहले आम चुनाव संपन्न हो चुके थे। साल था 1953 और देश के पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू पहली बार टीवी पर मुखातिब हुए। जी हां, बीबीसी को उन्होंने पहला टीवी इंटरव्यू दिया था। यह वास्तव में प्रेस कॉन्फ्रेंस थी। आधे घंटे के उस सवाल-जवाब के दौर में उन्होंने स्वीकार किया था कि वह पहली बार टेलीविजन इंटरव्यू की मुश्किल का सामना कर रहे हैं। उन्होंने यह भी माना था कि वह टीवी के बारे ज्यादा नहीं जानते हैं। पिछले दिनों जब बीबीसी के आर्काइव से यह ऐतिहासिक इंटरव्यू जारी किया गया तो कई नई बातें पता चलीं। महत्वपूर्ण बात यह थी कि यह नेहरू की टीवी पर पहली प्रेस कॉन्फ्रेंस थी।

इस प्रेस कॉन्फ्रेंस में ऐंकर दर्शकों से नेहरू का परिचय कराते हैं और उन्हें एशिया का प्रमुख राजनेता कहकर संबोधित करते हैं। सवाल पूछने वाले पत्रकारों में न्यू स्टेट्समैन और नेशन के एडिटर किंग्सले मार्टिन, संडे टाइम्स के एडिटर एचवी हॉडसन और द इकनॉमिस्ट के फॉरेन एडिटर डोनाल्ड मैक्लाक्लन मौजूद थे। नेहरू दरअसल, एलिजाबेथ द्वितीय के राज्याभिषेक में लंदन गए थे। पहला सवाल उनसे यही पूछा जाता है कि आप कोरोनेशन में आए थे, वापस जाने पर भारत में आलोचना नहीं होगी? नेहरू जवाब देते हैं कि मेरे आने के समय भी आलोचना हुई थी और जब लौटकर जाऊंगा तब भी होगी। इसमें कोई संदेह नहीं है। लेकिन मुझे नहीं लगता कि यह ज्यादा होगी।

अगला सवाल किया गया कि मिस्टर नेहरू, हम सब अच्छी तरह से समझते हैं कि भारत ने कॉमनवेल्थ के भीतर गणराज्य के रूप में रहने का फैसला क्यों किया। लेकिन सबसे खास बात यह कि हमारे अतीत के बावजूद अंग्रेजों को लेकर भारत में इतनी कम नाराजगी और नाखुशी क्यों है? हमें ऐसा लगता है कि भारत एक उदार देश है। क्या आप माफ करने की इस शानदार क्षमता और रवैये के बारे में समझाएंगे? नेहरू ने बड़े सधे हुए अंदाज में जवाब दिया, ‘मेरे हिसाब से आंशिक रूप से इसलिए क्योंकि हम लंबे वक्त तक नफरत नहीं करते। प्रमुख रूप से उस बैकग्राउंड की वजह से जो बीते कई दशकों में मिस्टर गांधी (महात्मा गांधी) ने हमें दिया है।’

एक एडिटर ने सवाल किया कि आप खुद 16 साल जेल में रहे लेकिन आपमें भी कोई नाराजगी नहीं दिखती? ये आश्चर्यजनक है। नेहरू ने जवाब दिया- मुझे लगता है कि अगर कोई व्यक्ति कम समय के लिए जेल जाता है तो ये उसके लिए अच्छा ही रहता है।

एक पत्रकार ने पूछा कि आप इतने साल से पीएम हैं, क्या आजादी के समय किए वादों और इरादों पर आपको संतोषजनक उपलब्धियां मिली हैं या आप निराश हैं? नेहरू ने कहा कि दोनों, मुझे लगता है कि हमने काफी कुछ हासिल किया है और काफी कुछ ऐसा है जो हासिल नहीं किया जा सका है। हमने अब तक वो सब कुछ नहीं किया है जो हम करना चाहते थे। इसलिए ये संतुष्टि देने वाला है और नाकाफी भी।

उन्होंने आगे कहा कि चीन का उदाहरण लीजिए। यूरोप और अमेरिका के कई लोगों के लिए चीन दूरदराज का एक देश है। लेकिन भारत के साथ दो हजार मील लंबा बॉर्डर साझा करने वाला चीन हमारे लिए बिल्कुल अलग है।आखिर में इस प्रेस कॉन्फ्रेंस में पंडित नेहरू का शुक्रिया अदा किया जाता है। पीएम नेहरू कहते हैं कि मुझे बीता आधा घंटा उतना मुश्किल या खराब नहीं लगा जितनी मुझे आशंका था। बल्कि ये तेजी से गुजर गया।उन्होंने आगे कहा कि चीन का उदाहरण लीजिए। यूरोप और अमेरिका के कई लोगों के लिए चीन दूरदराज का एक देश है। लेकिन भारत के साथ दो हजार मील लंबा बॉर्डर साझा करने वाला चीन हमारे लिए बिल्कुल अलग है।आखिर में इस प्रेस कॉन्फ्रेंस में पंडित नेहरू का शुक्रिया अदा किया जाता है। पीएम नेहरू कहते हैं कि मुझे बीता आधा घंटा उतना मुश्किल या खराब नहीं लगा जितनी मुझे आशंका था। बल्कि ये तेजी से गुजर गया। आपके सवाल काफी अच्छे थे। आखिर में वह दर्शकों को मुस्कुराते हुए गुड नाइट कहते हैं। आपके सवाल काफी अच्छे थे। आखिर में वह दर्शकों को मुस्कुराते हुए गुड नाइट कहते हैं।