
देश भर में लगातार साइबर क्राइम में वृद्धि होती जा रही है! क्या आपके मोबाइल पर भी अंजान लड़कियों के मैसेज आते हैं? क्या कोई लड़की आपसे चैट करके वीडियो कॉल पर आने की बात करती है? क्या कोई लड़की आपको अपने हुस्न के जाल में फंसाने के लिए फोन करती है? क्या आपको आपके मोबाइल पर अश्लील वीडियो भेजे जा रहे हैं? क्या कोई लड़की आपको मैसेज या फोन के जरिए सेक्स के लिए दावत देती है? अगर हां तो फिर सावधान हो जाइए, आपका मोबाइल नंबर भी उन साइबर क्रिमिनल्स के पास पहुंच चुका है जो लड़कियों के बहाने आपके पैसों तक पहुंचना चाहते हैं। इलाहाबाद यानी प्रयागराज में रहने वाले रिटायर्ड स्वास्थकर्मी अनिल कुमार के साथ भी ऐसा ही हुआ। अनिल रिटायर हो चुके हैं और अपने परिवार के साथ घर पर ही रहते हैं। कुछ समय से उनके पास एक लड़की का फोन आ रहा था। ‘हेलो मैं आपसे दोस्ती करना चाहती हूं, क्या आप वीडियो कॉल में मुझे देखना चाहते हैं’, इस तरह से उस लड़की ने अनिल कुमार को फंसाना शुरू किया। एक रात उस लड़की ने अनिल कुमार को वीडियो कॉल की। वीडियो कॉल में बात करते हुए उस लड़की ने अपने कपड़े उतारने शुरू कर दिए। अनिल कुमार उस लड़की के झांसे में आ गए। वो काफी देर तक उनसे बात करती रही, लेकिन अनिल कुमार ने ये सोचा भी नहीं था कि जिस खूबसूरत लड़की से वो फोन पर बात कर रहे हैं वो दरअसल उन्हें फंसाने की साजिश है। वो एक बहुत बड़े जाल में फंस चुके थे, उन्हें हनीट्रैप किया गया था।
उस रात के कुछ दिन बाद फिर अनिल कुमार के पास उसी नंबर से फोन आया, लेकिन इस बार ये फोन उन्हें धमकाने के लिए था। अनिल कुमार को बताया गया कि उस रात न्यूड लड़की के साथ वीडियो चैट करते हुए उनका वीडियो रिकॉर्ड कर लिया गया है। अनिल ने जैसे ही ये बात सुनी उनके चेहरे का रंग बदल गया। वो बेहद घबरा गए। बस अनिल को ठगने वाले गैंग को इसी वक्त का इंतजार था। उस लड़की ने अनिल कुमार से कहा कि अब वो थाने में उनके खिलाफ शिकायत दर्ज करवाएगी और फिर फोन काट दिया। साठ साल से ज्यादा की उम्र वाले अनिल कुमार के लिए ये बेहद मुश्किल वक्त था। न वो किसी को ये बात बता सकते थे और ना ही इस बात शिकायत कर सकते थे।
करीब तीन-चार दिन बाद अनिल कुमार के पास एक दूसरे नंबर से फोन आया। फोन करने वालों ने का कहा वो एसपी क्राइम राकेश अस्थाना बोल रहा है। ये भी साइबर ठगों की एक नई चाल थी, उन्हें और डराने की। एसपी के नाम से फोन करके उन्हें ये कहा गया कि लड़की ने उनके खिलाफ मामला दर्ज कराया है और उन्हें तुरंत 24 हज़ार रुपये जमा करवाने होंगे। इसके अलावा 11 हज़ार रुपये ऑनलाइन भी देने होंगे। इसी नंबर से फिर एक बार और फोन आया, इस बार अनिल कुमार को बोला गया कि मामला डीआईजी तक पहुंच गया है। साइबर ठगों ने इस बार रकम भी बढ़ा दी और उनसे सवा लाख रुपये मांगे गए।
इस तरह से कई बार अनिल कुमार के पास धमकी भरे फोन आते गए और रकम भी बढ़ती चली गई। उन्हें ये भी कहा गया कि अगर उन्होंने मुंह खोला तो उनका अश्लील वीडियो फेसबुक पर अपलोड कर दिया जाएगा। उस रात की इस घटना ने अनिल कुमार की ज़िंदगी बेहद मुश्किल कर दी थी, यहां तक की सुसाइड तक के ख्याल उनके दिमाग में आने लगे। इसी दौरान हिम्मत करके उन्होंने ये मामला अपने पड़ोस में रह रहे एक पुलिस अधिकारी को बताया। जिसके बाद उनकी मुश्किल हल हुई। अब दो दिन पहले आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है और अनिल कुमार की काउंसलिंग की जा रही है ताकि वो इस हादसे से बाहर आ सकें।
कुछ महीने पहले ही अमृतसर से भी एक ऐसा ही मामला सामने आया था। अमृतसर के मजिठा रोड थाने में एक शख्स ने साइबर ठगी के खिलाफ केस दर्ज करवाया। पीड़ित ने बताया कि 19 अगस्त के दिन शाम के समय उसके पास एक अंजान नंबर से वीडियो कॉल आई। उसने वीडियो कॉल उठाई तो सामने एक लड़की थी। बात-बात में उस लड़की ने अपने कपड़े उतार दिए। उस लड़की ने पीड़ित को भी कपड़े उतारने के लिए कहा लेकिन पीड़ित के मुताबिक उसने ऐसा नहीं किया। उन्होंने कॉल काट दी, लेकिन थोड़े दिनों बाद उसी लड़की का फिर उनके पास फोन आया लड़की ने धमकी दी कि उसके पास उनका अश्लील वीडियो है जिसे वो वायरल कर देगी। लड़की ने 20 हज़ार रुपये की मांग की।
वीडियो चैट करके सेक्सटोर्शन की मांग करने वाले साइबर क्राइम के इस तरह के मामले देशभर में दर्ज हो रहे हैं। इस तरह के गैंग धड़ल्ले से लोगों को इस जाल में फंसाकर पैसा लूट रहे हैं। ये कही से भी आपका नंबर निकाल सकते हैं और फिर अलग-अलग तरह से लड़की के नाम पर आपको मैसेस भेजते हैं। ऐसे मैसेज से सावधान रहने की जरूरत है। अगर इस तरह का कोई भी मैसेज या वीडियो कॉल आपके पास आती है तो उसे ना उठाएं। कोई अंजान लड़की अगर आपसे दोस्ती करने की बात कहे तो उस फोन काट दे और तुरंत ब्लॉक भी कर दें। फेसबुक पर भी वीडियो चैट विज्ञापनों से या फिरलअश्लील ग्रुप से सावधान रहें। अगर आप कभी इस तरह किसी जाल में फंस जाते हैं तो पैसे देने के बजाय पुलिस की साइबर क्राइम सेल की मदद लें।