आज हम आपको RRTS कॉरिडोर के बारे में बताने जा रहे हैं! सराय काले खां में बन रहा RRTS स्टेशन ट्रांसपोर्ट के लिए वन-स्टॉप डेस्टिनेशन साबित होगा। इसे मल्टी-मॉडल ट्रांसपोर्ट हब की तरह विकसित किया जा रहा है। सराय काले खां RRTS स्टेशन रोड, मेट्रो और रेल जैसे पब्लिक ट्रांसपोर्ट के सभी माध्यमों से जुड़ा रहेगा। पैसेंजर्स बिना स्टेशन से बाहर निकले ही एक ट्रांसपोर्ट मोड से दूसरे में मूव कर जाएंगे। इसके लिए स्टेशन पर लिफ्ट, एस्केलेटर्स और फुट ओवरब्रिज मौजूद होंगे। सराय काले खां RRTS स्टेशन पूरा होने के बाद वीर हकीकत राय ISBT, हजरत निजामुद्दीन रेलवे स्टेशन और पिंक लाइन पर हजरत निजामुद्दीन मेट्रो स्टेशन से कनेक्ट रहेगा। RRTS स्टेशन के ठीक नीचे सिटी बस इंटरचेंज की सुविधा भी रहेगी। स्टेशन का एक गेट आश्रम की ओर रिंग रोड पर भी बनाया जा रहा है जिससे यात्रियों को आने-जाने में आसानी हो। समझें, सराय काले खां RRTS स्टेशन कैसे भविष्य की यात्रा का खाका खींचने जा रहा है।
सराय काले खां RRTS स्टेशन पूरे कॉरिडोर का सबसे बड़ा स्टेशन होगा। यहां चार ट्रैक्स के साथ छह प्लेटफॉर्म बनाए जा रहे हैं ताकि यात्री बिना ट्रेन बदले उनके बीच मूव कर पाएं। स्टेशन की लंबाई 215 मीटर, चौड़ाई 50 मीटर और ऊंचाई 15 मीटर होगी। खूबसूरती के लिए वेंटिलेटेड ग्लास लिफ्ट लगाई जाएंगी। दिल्ली-मेरठ RRTS कॉरिडोर तैयार करने का जिम्मा नैशनल कैपिटल रीजन ट्रांसपोर्ट कॉर्पोरेशन (NCRTC) का है। NCRTC के एक अधिकारी ने बताया कि सराय काले खां RRTS स्टेशन पर कई खास सुविधाएं मिलेंगी। प्रीमियम कोचों में सफर करने वाले यात्रियों के लिए प्लेटफॉर्म पर एक्जीक्यूटिव लाउंज होगा। लाउंज में वेंडिंग मशीनें और मैगजीन्स रहेंगी। स्टेशन के बाहर एक पब्लिक प्लाजा भी बनाया जाएगा। हरियाली से भरपूर इस प्लाजा में ट्रेवल कर रहे पैसेंजर्स अपनी थकान उतार सकेंगे।
मल्टी-मॉडल इंटीग्रेशन का मकसद लोगों को पब्लिक ट्रांसपोर्ट का इस्तेमाल करने के लिए प्रेरित करना है।मल्टी-मॉडल इंटीग्रेशन का मकसद लोगों को पब्लिक ट्रांसपोर्ट का इस्तेमाल करने के लिए प्रेरित करना है।स्टेशन की लंबाई 215 मीटर, चौड़ाई 50 मीटर और ऊंचाई 15 मीटर होगी। खूबसूरती के लिए वेंटिलेटेड ग्लास लिफ्ट लगाई जाएंगी। दिल्ली-मेरठ RRTS कॉरिडोर तैयार करने का जिम्मा नैशनल कैपिटल रीजन ट्रांसपोर्ट कॉर्पोरेशन (NCRTC) का है। NCRTC के एक अधिकारी ने बताया कि सराय काले खां RRTS स्टेशन पर कई खास सुविधाएं मिलेंगी। प्रीमियम कोचों में सफर करने वाले यात्रियों के लिए प्लेटफॉर्म पर एक्जीक्यूटिव लाउंज होगा। लाउंज में वेंडिंग मशीनें और मैगजीन्स रहेंगी। स्टेशन के बाहर एक पब्लिक प्लाजा भी बनाया जाएगा।
हरियाली से भरपूर इस प्लाजा में ट्रेवल कर रहे पैसेंजर्स अपनी थकान उतार सकेंगे। NCRTC के प्रवक्ता ने कहा, ‘अनियमित सेवाएं, ओवरकाउंडिंग और आखिरी पॉइंट तक कनेक्टिविटी का अभाव लोगों के पब्लिक ट्रांसपोर्ट न यूज करने की प्रमुख वजहें हैं।स्टेशन की लंबाई 215 मीटर, चौड़ाई 50 मीटर और ऊंचाई 15 मीटर होगी। खूबसूरती के लिए वेंटिलेटेड ग्लास लिफ्ट लगाई जाएंगी। दिल्ली-मेरठ RRTS कॉरिडोर तैयार करने का जिम्मा नैशनल कैपिटल रीजन ट्रांसपोर्ट कॉर्पोरेशन (NCRTC) का है। NCRTC के एक अधिकारी ने बताया कि सराय काले खां RRTS स्टेशन पर कई खास सुविधाएं मिलेंगी। प्रीमियम कोचों में सफर करने वाले यात्रियों के लिए प्लेटफॉर्म पर एक्जीक्यूटिव लाउंज होगा।प्रीमियम कोचों में सफर करने वाले यात्रियों के लिए प्लेटफॉर्म पर एक्जीक्यूटिव लाउंज होगा। लाउंज में वेंडिंग मशीनें और मैगजीन्स रहेंगी। स्टेशन के बाहर एक पब्लिक प्लाजा भी बनाया जाएगा। लाउंज में वेंडिंग मशीनें और मैगजीन्स रहेंगी। स्टेशन के बाहर एक पब्लिक प्लाजा भी बनाया जाएगा। हरियाली से भरपूर इस प्लाजा में ट्रेवल कर रहे पैसेंजर्स अपनी थकान उतार सकेंगे। मल्टी-मॉडल इंटीग्रेशन से कुछ समस्याएं दूर होंगी।’NCRTC के प्रवक्ता ने कहा, ‘अनियमित सेवाएं, ओवरकाउंडिंग और आखिरी पॉइंट तक कनेक्टिविटी का अभाव लोगों के पब्लिक ट्रांसपोर्ट न यूज करने की प्रमुख वजहें हैं। मल्टी-मॉडल इंटीग्रेशन से कुछ समस्याएं दूर होंगी।’
NCRTC का प्लान है कि मार्च 2023 तक प्रॉयरिटी सेक्शन पर ऑपरेशन शुरू कर दिया जाए।स्टेशन की लंबाई 215 मीटर, चौड़ाई 50 मीटर और ऊंचाई 15 मीटर होगी। खूबसूरती के लिए वेंटिलेटेड ग्लास लिफ्ट लगाई जाएंगी।प्रीमियम कोचों में सफर करने वाले यात्रियों के लिए प्लेटफॉर्म पर एक्जीक्यूटिव लाउंज होगा। लाउंज में वेंडिंग मशीनें और मैगजीन्स रहेंगी। स्टेशन के बाहर एक पब्लिक प्लाजा भी बनाया जाएगा। दिल्ली-मेरठ RRTS कॉरिडोर तैयार करने का जिम्मा नैशनल कैपिटल रीजन ट्रांसपोर्ट कॉर्पोरेशन (NCRTC) का है। NCRTC के एक अधिकारी ने बताया कि सराय काले खां RRTS स्टेशन पर कई खास सुविधाएं मिलेंगी। प्रीमियम कोचों में सफर करने वाले यात्रियों के लिए प्लेटफॉर्म पर एक्जीक्यूटिव लाउंज होगा। लाउंज में वेंडिंग मशीनें और मैगजीन्स रहेंगी। स्टेशन के बाहर एक पब्लिक प्लाजा भी बनाया जाएगा। हरियाली से भरपूर इस प्लाजा में ट्रेवल कर रहे पैसेंजर्स अपनी थकान उतार सकेंगे। 2025 तक दिल्ली-गाजियाबाद-मेरठ के 82 किलोमीटर लंबे स्ट्रेच पर रैपिड रेल दौड़ने लगेगी।