नई दिल्ली : केंद्रीय एजेंसी प्रवर्तन निदेशालय ने अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम के भाई इकबाल कासकर को हिरासत में ले लिया है. साल 2006 -07 में इकबाल कासकर की दोस्ती शब्बीर उस्मान शेख से हुई. शब्बीर उस दौर से ही इक़बाल कासकर के साथ मिलकर डी-कम्पनी के फिरौती और ड्रग्स के धंधे को चलाता था.ठाणे जेल में बंद इकबाल कासकर को अपनी हिरासत में लेकर पीएमएलए की अदालत में पेश करेगी. ईडी मनी लॉन्ड्रिंग मामले में इकबाल की संपत्ति और आमदनी की जांच करेगा. दाऊद इब्राहिम मनी लॉन्ड्रिंग मामले में ईडी अब तक 6 लोगों के जवाब दर्ज कर दो बिल्डरों को समन जारी कर चुकी है. गौरतलब है कि ईडी ने मंगलवार को दाऊद इब्राहिम की बहन हसीना पारकर के आवास पर भी छापेमारी की थी. इकबाल इस समय ठाणे जेल में रंगदारी के कई मामलों में बंद है। न्यायाधीश ने निर्देश दिया है कि इकबाल कासकर को अदालत में लाने और उसे वापस लेने की जिम्मेदारी प्रवर्तन निदेशालय की होगी। इकबाल कासकर का घर भी उन जगहों में शामिल था, जहां मंगलवार को ईडी ने छापेमारी की थी। माना जाता है कि इकबाल कासकर जेल में रहते हुए अपने भाई दाऊद का अवैध धंधा चला रहा था। इस सिलसिले में ईडी उनसे पूछताछ करना चाहती है।
मुंबई की एक अदालत ने इस मामले में दाऊद इब्राहिम के भाई इकबाल कासकर को भी कोर्ट में पेश करने का निर्देश दिया है। ईडी ने मंगलवार को केंद्रीय एजेंसी एनआईए की ओर से दायर एक रिपोर्ट के आधार पर मनी लॉन्ड्रिंग का मामला दर्ज कर दाऊद से जुड़े कई लोगों के करीब 10 ठिकानों पर छापेमारी की थी। इस मामले में दाऊद के साथी छोटा शकील के सहयोगी सलीम कुरैशी को हिरासत में लिया गया था। तब से उससे पूछताछ की जा रही है।सूत्रों के मुताबिक, ईडी को रेड में आपत्तिजनक दस्तावेज मिले थे. ईडी ने मंगलवार को मुंबई में लगभग 10 जगहों पर तलाशी अभियान चलाया. ये कार्रवाई प्रिवेंशन ऑफ मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट के तहत की गई. सूत्रों ने बताया कि अवैध खरीद-फरोख्त से जुड़े कुछ नेता भी एजेंसी के रडार पर हैं.जानकारी के अनुसार उसे (आज) दिन में धन शोधन निवारण अधिनियम अदालत के समक्ष पेश किए जाने की संभावना है। वहीं साल 2003 में संयुक्त अरब अमीरात से भारत निर्वासित, कास्कर को 2017 में ठाणे पुलिस के जबरन वसूली विरोधी सेल ने गिरफ्तार किया था और तब से वह ठाणे सेंट्रल जेल में बंद है। सूत्रों के मुताबिक, उन्हें मुंबई में ईडी कार्यालय लाया गया है।साथ ही सूत्रों ने संकेत दिया कि ईडी मुंबई में डी-गिरोह के तौर-तरीकों को देख रहा है, जिसमें जबरन वसूली और रियल एस्टेट कारोबार शामिल है जो प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से उसके द्वारा किया जा रहा था।