नई दिल्ली। वास्तु में दिशाओं का बहुत ही बड़ा महत्व होता है। जिससे घर की सुख-समृद्धि, तरक्की, संपन्नता जुड़ी होती है। इसलिए घर बनवाते वक्त या नए घर में शिफ्ट होते वक्त काफी बातों का ध्यान रखना पड़ता है। नए घर में आपको काफी वक्त तक अच्छा न लगे, निगेटिव सी फीलिंग आती रहे, तरक्की न हो रही हो, तो एक बारगी घर के वास्तु पर ध्यान दें। इनमें कुछ बदलाव करके काफी हद तक इस समस्या को दूर किया जा सकता है।
1. कुबेर यंत्र पूर्व, उत्तर दिशा में लगाएं – कुबेर धन के देवता माने जाते हैं। इसलिए घर में इसका होना मतलब समृद्धि का होना। वास्तु की मानें तो घर के उत्तर-पूर्व दिशा में कुबेर यंत्र रखना चाहिए। कुबेर यंत्र के घर में लाने मात्र से ही पैसे की दिक्कतें दूर होनी शुरू हो जाती है और जब आप इसे सही दिशा में रखते हैं तो इसका दोगुना फल मिलना शुरू हो जाता है। जिस दिशा में यह यंत्र रखें उस दिशा में जूते-चप्पल न रखें।
2. तिजोरी दक्षिण-पश्चिम में रखें – वास्तु शास्त्र के अनुसार, अलमारी जिसमें गहने, जरूरी कागजात और पैसे-रुपए रखते हैं उसकी दिशा दक्षिण-पश्चिम की ओर होनी चाहिए। इससे इन चीज़ों में किसी तरह की कमी नहीं बल्कि बढ़ोतरी ही होती है।
3. एक्वेरियम उत्तर-पूर्व में रखें- घर में पॉजिटिव एनर्जी, धन-संपदा और सुख-समृद्धि का प्रतीक एक्वेरियम छोटा ही सही लेकिन जरूर रखना चाहिए और इसे घर के उत्तर-पूर्व में दिशा में रखना चाहिए। यह कई समस्याओं को आपसे दूर रखती है।
4. शौचालय दक्षिण-पश्चिम में बनवाएं- वास्तु के हिसाब से, अगर घर का शौचालय सही दिशा में नहीं बना हुआ है तो यह निगेटिव एनर्जी फैलाने का काम करता है।आर्थिक रूप से तो परेशानियां आती ही है शरीर पर भी इसका बुरा असर पड़ता है। शौचालय घर की दक्षिण-पश्चिम ही बनवाना चाहिए। इसे कभी भी उत्तर-पश्चिम या उत्तर-पूर्व में नहीं बनवाना चाहिए।