आज हम आपको सुपरस्टार एक्ट्रेस मीना कुमारी के अनकहे किस्से सुनाने जा रहे हैं! मुंबई में पैदा हुईं मीना कुमारी की गिनती भारतीय सिनेमा के इतिहास की बेहतरीन एक्ट्रेसेस में होती है। उनका असल नाम महजबीं बानो था। उनकी निजी जिंदगी का दर्द उनकी एक्टिंग के अलावा उनकी शायरी में भी दिखता है। हिंदी सिनेमा को एक से एक नायाब फिल्में देने वालीं मीना कुमारी का इंतकाल 31 मार्च को हुआ था। आज उनकी पुण्यतिथि के मौके पर उन्हीं की जिंदगी से जुड़े कुछ दर्दभरे किस्से बता रहे हैं। एक्ट्रेस Meena Kumar ने अपने दौर के एक कामयाब प्रोड्यूसर-डायरेक्टर की गलत हरकतों का विरोध किया तो उस बंदे ने इस बात को गांठ बांध लिया। इसके बाद एक दूसरी फिल्म में बेहद क्रूर तरीके से इसका बदला लेने के लिए षड्यंत्र रचा गया। फिल्म में जानबूझकर एक गैर-जरूरी सीन क्रिएट किया गया। उसमें हीरो मीना को जोरदार थप्पड़ मारता है। पहले ही थप्पड़ में मीना अपने गाल पर हाथ रखकर वहीं बैठ गईं और उनकी आंखों के आगे अंधेरा छा गया। लेकिन डायरेक्टर ने कहा कि सीन रियल लगे, इसलिए ऐसा करना जरूरी था। इसके बाद रीटेक के नाम पर एक के बाद जोरदार 29 थप्पड़ मीना को मारे गए। सेट पर तो उन्होंने उफ्फ तक नहीं की, लेकिन सीन खत्म होने के बाद वह अपने ग्रीनरूम में गईं और खुद को अंदर बंद कर लिया। वह घंटों तक फूट-फूट कर रोती रहीं। इस घटना का जिक्र फेमस एक्टर बलराज साहनी ने अपनी आत्मकथा के आखिरी हिस्से में किया है। वो लिखते हैं कि मीना के साथ हुई इस हैवानियत का किस्सा उन्हें एक्टर अनवर हुसैन ने सुनाया था, जो खुद इसके चश्मदीद थे। लेकिन वो प्रोड्यूसर-डायरेक्टर कौन था, इसकी शिनाख्त बलराज साहनी की आत्मकथा में नहीं मिली। हालांकि आगे इस घटना का जिक्र नरेंद्र राजगुरु की किताब ‘मीना कुमारी- दर्द की खुली किताब’ में विस्तार से मिलता है। नरेंद्र राजगुरु ने लिखा है कि 50 के दशक में मीना नामी-गिरामी एक्ट्रेस के तौर पर मशहूर हो चुकी थीं।
इस घटना के पीछे का बैकग्राउंड जानते हैं। मीना ने साल 1953 में एक फिल्म साइन की। फिल्म की शूटिंग की शुरुआत में ही यह लगने लगा था कि डायरेक्टर उनसे फिल्म में काम करने के अलावा कुछ और भी उम्मीद कर रहा है। मीना ने एक कुशल एक्ट्रेस की तरह पूरा फोकस अपने काम पर रखा। लेकिन एक दिन शूटिंग के बाद मीना के मेकअप रूम में लंच के लिए बड़ी-सी टेबल लगवा दी गई। डायरेक्टर की तरफ से सूचना दी गई कि मीना कुमारी उस डायरेक्टर-प्रोड्यूसर के साथ अकेले लंच करेंगी और इस दौरान फिल्म के बारे में बात होगी।
लंच के दौरान वह व्यक्ति निर्लज्ज होकर टेबल के नीचे मीना के पैर पर अपना पैर रखकर दबाने लगा। इसके बाद वह मीना का हाथ पकड़कर चूमने लगा और फिर उनकी जांघों पर हाथ रख दिया। मीना कुमारी के लिए यह बदतमीजी नाकाबिले बर्दाश्त थी। इसलिए उन्होंने शोर मचा दिया। बाहर खड़े लोग चौंक उठे और फिर मीना कुमारी ने सबके सामने उस प्रोड्यूसर-डायरेक्टर को खूब खरी-खोटी सुनाई। मीना इस तरह उसे अपमानित करेंगी, यह बात उस डायरेक्टर की सोच के परे थी। यह मामला प्रोड्यूसर एसोसिएशन में भी पहुंचा, लेकिन धीरे-धीरे शांत हो गया। उन्होंने वह फिल्म छोड़ दी। इसके बाद मधुबाला ने उनकी जगह काम किया। मीडिया रिपोर्ट में कहा गया कि मीना ने उस दौरान की डेट्स कमाल अमरोही को दे रखी थीं, इस वजह से उन्होंने वह फिल्म बीच में छोड़ी। मीना अपनी दूसरी फिल्मों में बिजी हो गई। लेकिन उस प्रोड्यूसर के मन में बदले की ज्वाला धधकती रही।
वह उस दौर का सबसे बड़ा प्रोड्यूसर-डायरेक्टर था और पूरी इंडस्ट्री में उसकी तूती बोलती थी। बदले का मौका तब आया, जब दिलीप कुमार ‘फुटपाथ’ फिल्म में मीना कुमारी के साथ काम कर रहे थे। उसके निर्देशक जिया सरहदी थे। उस प्रोड्यूसर-डायरेक्टर ने जिया सरहदी से कहकर ‘फुटपाथ’ में बिना जरूरत का एक सीन क्रिएट करवाया, जिसमें दिलीप कुमार को फिल्म की हीरोइन को थप्पड़ मारना था। इसी फिल्म में दिलीप कुमार के जरिए उस प्रोड्यूसर-डायरेक्टर ने मीना से बदला लिया। मीना कुमारी के गालों पर एक के बाद एक ज़ोरदार थप्पड़ पड़ रहे थे, लेकिन डायरेक्टर साहब को सीन में परफेक्शन नहीं मिल रहा था। मीना ने किसी तरह सीन तो कर लिया, लेकिन उनके जिस्म लेकर जहन तक बहुत गहरी चोट पहुंची। वह इतनी बीमार हो गईं कि चार दिनों तक शूटिंग के लिए नहीं गईं। बाद में मीना को पता चला कि यह सब एक साजिश के तहत किया गया था और दिलीप कुमार न चाह कर भी इस साजिश का हिस्सा बने।
मीना के साथ हिंसा की दूसरी कहानी सामने आती है मशहूर गीतकार गुलज़ार के हवाले से। बात उन दिनों की है, जब मीना पर उनके पति कमाल अमरोही ने यह पाबंदी लगा दी थी कि वह अकेले किसी गैरमर्द से नहीं मिल सकतीं। यहां तक कि उन्हें शूटिंग के बाद सीधे घर आने की हिदायत थी। मीना इन पाबंदियों का पालन करें, इसके लिए कमाल अमरोही ने अपने असिस्टेंट बकर अली को निर्देश दिया था। बकर अली मीना कुमारी की हर एक्टिविटी नजर रखने लगे और रोक-टोक भी करने लगे।