इस बार के तीसरे फेस में कौन-कौन थे मुख्य चेहरे?

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आज हम आपको बताएंगे कि इस बार के तीसरे फेस में कौन-कौन से मुख्य चेहरे थे! लोकसभा चुनाव 2024 के तीसरे चरण के तहत 12 राज्यों की 94 सीट के लिए चुनाव प्रचार रविवार शाम छह बजे थम गया। इन सीट पर सात मई यानी मंगलवार को मतदान होगा। इस फेज में जिन सीटों पर चुनाव होगा उनमें गुजरात की 25, कर्नाटक की 14, महाराष्ट्र की 11, उत्तर प्रदेश की 10 सीटें शामिल हैं। इनके अलावा मध्य प्रदेश की नौ, छत्तीसगढ़ की सात, बिहार की पांच, असम की चार और गोवा की दो सीट पर भी 7 मई को वोटिंग होगी। उत्तर प्रदेश की संभल, हाथरस, आगरा, फतेहपुर सीकरी, फिरोजाबाद, मैनपुरी, एटा, बदायूं, आंवला और बरेली संसदीय सीट पर मतदान होगा। यूपी में इस चरण के दौरान 100 उम्मीदवार मैदान में हैं, जबकि 1.88 करोड़ मतदाता मतदान कर सकेंगे। सपा प्रमुख अखिलेश यादव की पत्नी डिंपल यादव मैनपुरी लोकसभा सीट पर अपना कब्जा बरकरार रखने के लिये प्रयास कर रही हैं। इस सीट पर उन्होंने अपने ससुर और सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव के निधन के बाद हुए उपचुनाव में जीत दर्ज की थी। सपा के मुख्य राष्ट्रीय महासचिव राम गोपाल यादव के बेटे अक्षय यादव फिरोजाबाद सीट से फिर चुनाव मैदान में हैं। आदित्य यादव सपा का गढ़ मानी जाने बदायूं लोकसभा सीट से अपने चुनावी करियर की शुरुआत कर रहे हैं। तीसरे चरण के चुनाव में उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और बीजेपी के दिग्गज नेता रहे कल्याण सिंह के बेटे राजवीर सिंह एटा से ‘हैट्रिक’ बनाने की उम्मीद कर रहे हैं। बरेली में मुख्य मुकाबला बीजेपी के छत्रपाल सिंह गंगवार और सपा के प्रवीण सिंह ऐरन के बीच है। कांग्रेस ने फतेहपुर सीकरी से रामनाथ सिंह सिकरवार को मैदान में उतारा है, जबकि उसके सहयोगी दल समाजवादी पार्टी ने बाकी नौ संसदीय क्षेत्रों से अपने उम्मीदवार उतारे हैं।

मध्यप्रदेश की नौ सीट के लिए चुनाव के दौरान तीन बड़े दिग्गजों शिवराज सिंह चौहान, केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया और दिग्विजय सिंह का राजनीतिक भविष्य तय होगा। इस दौरान 1.77 करोड़ से अधिक मतदाता नौ सीट के लिए मैदान में उतरे 127 उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला करेंगे। इनमें अनुसूचित जाति (एससी) और अनुसूचित जनजाति (एसटी) के लिए आरक्षित सीट शामिल हैं। मध्य प्रदेश की इन नौ सीट में मुरैना, भिंड (एससी), ग्वालियर, गुना, सागर, विदिशा, भोपाल, राजगढ़ और बैतूल (एसटी) निर्वाचन क्षेत्र शामिल हैं।

बीजेपी के दिग्गज नेता और पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान लगभग 17 वर्षों के बाद विदिशा सीट पर चुनाव लड़ रहे हैं। वो पहले भी कई बार लोकसभा में प्रतिनिधित्व कर चुके हैं। शिवराज का मुकाबला कांग्रेस उम्मीदवार प्रताप भानु शर्मा से है। राजगढ़ सीट पर कांग्रेस के दिग्गज नेता और पूर्व मुख्यमंत्री 77-वर्षीय दिग्विजय सिंह का मुकाबला दो बार के बीजेपी सांसद रोडमल नागर से है। बीजेपी को मध्य प्रदेश की सभी 29 सीट पर अपनी जीत की उम्मीद है। गुना सीट पर यादव समुदाय के वोट चुनावी पलड़ा झुका सकते हैं और यहां सिंधिया का मुकाबला कांग्रेस के यादवेंद्र सिंह यादव से है। वर्ष 2019 में सिंधिया कांग्रेस के उम्मीदवार थे, लेकिन बीजेपी के केपी यादव से सिंधिया परिवार के इस गढ़ में हार गए थे। ग्वालियर के पूर्व शाही परिवार के वंशज सिंधिया ने 2020 में कांग्रेस छोड़ दी और बीजेपी में शामिल हो गए थे। विदिशा में शिवराज सिंह चौहान सहज दिख रहे हैं, लेकिन राजगढ़ में मुकाबला करीबी हो सकता है। दिग्विजय सिंह 1984 और 1991 में राजगढ़ सीट से जीते थे, लेकिन 1989 में हार गए, वह 1993 में मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री बने।

गुजरात की 26 लोकसभा सीट में से 25 लोकसभा सीट और पांच विधानसभा सीट पर होने वाले उपचुनाव के लिए भी प्रचार थम गया है। कांग्रेस के नीलेश कुंभाणी का नामांकन खारिज होने और अन्य उम्मीदवारों के नामांकन वापस लेने के बाद बीजेपी के मुकेश दलाल सूरत से पहले ही निर्विरोध जीत चुके हैं। गुजरात के प्रमुख उम्मीदवारों में गांधीनगर सीट से केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह, पोरबंदर सीट से मनसुख मांडविया और राजकोट सीट से परषोत्तम रूपाला शामिल हैं। गुजरात में कांग्रेस ने चार मौजूदा और आठ पूर्व विधायकों को मैदान में उतारा है और वह आम आदमी पार्टी (आप) के साथ गठबंधन में चुनाव लड़ रही है। समझौते के तहत कांग्रेस को 24 सीट (सूरत सहित) मिलीं, जबकि आप को भावनगर और भरूच दी गई हैं। आप ने मौजूदा विधायक चैतर वसावा को भरूच सीट से और उमेश मकवाना को भावनगर सीट से मैदान में उतारा है। चुनाव अधिकारियों के अनुसार, गुजरात में कुल 4.97 करोड़ वोटर हैं, जिनमें 2.56 करोड़ पुरुष, 2.41 करोड़ महिलाएं हैं। ये 50,788 मतदान केंद्रों पर वोटिंग कर सकेंगे।