ममता बनर्जी अब विपक्ष के इंडिया गठबंधन का समर्थन बाहर से करने लगेंगी! लोकसभा चुनाव का कारवां जितना-जितना आगे बढ़ रहा है, उतना ही रोचक राजनीतिक घटनाक्रम देखने को मिल रहा है। ताजा दिलचस्प घटनाक्रम बंगाल से सामने आया है। इंडिया गठबंधन के तहत कांग्रेस के साथ सीट बंटवारे पर असहमति जाहिर करने वालीं बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी का रुख नरम पड़ने लगा है। बनर्जी ने आज कहा कि अगर आम चुनाव के बाद विपक्षी दलों का इंडिया गठबंधन सत्ता में आता है तो वह उसे ‘बाहरी समर्थन’ देंगी। उन्होंने कहा, ‘हम इंडिया गठबंधन को नेतृत्व प्रदान करेंगे और बाहर से हर तरह से उनकी मदद करेंगे। हम एक ऐसी सरकार बनाएंगे जो यह सुनिश्चित करेगी कि बंगाल में हमारी माताओं और बहनों को कभी कोई समस्या न हो और यह सुनिश्चित किया जाए कि 100 दिन की नौकरी योजना में भाग लेने वालों को किसी भी तरह की बाधा का सामना न करना पड़े।’ उन्होंने इंडिया ब्लॉक को स्पष्ट रूप से परिभाषित करते हुए कहा कि इसमें सीपीएम या बंगाल कांग्रेस शामिल नहीं है, जिसका नेतृत्व उनके कट्टर प्रतिद्वंद्वी और वरिष्ठ कांग्रेस नेता अधीर चौधरी कर रहे हैं। मौजूदा लोकसभा चुनाव 2024 अब पांचवें चरण की ओर बढ़ रहा है। बीजेपी 400 सीट जीतने का दावा कर रही है, लेकिन लोग कह रहे हैं कि इस बार ऐसा नहीं होगा। हम तृणमूल कांग्रेस केंद्र में सरकार बनाने के लिए ‘इंडिया’ को बाहर से समर्थन देंगे।’ बनर्जी ने बंगाल में संशोधित नागरिकता अधिनियम, राष्ट्रीय नागरिक पंजी (एनआरसी) और समान नागरिक संहिता के कार्यान्वयन के खिलाफ अपनी पार्टी के अडिग रुख की घोषणा की।मौजूदा संसदीय चुनाव के पांचवें चरण के लिए मतदान 20 मई को 6 राज्यों और दो केंद्र शासित प्रदेशों के 49 लोकसभा सीटों पर होगा। इस चरण में बिहार की 5 सीटों, जम्मू-कश्मीर की 1 सीट, झारखंड की 3 सीटों, लद्दाख की 1 सीट, महाराष्ट्र की 13 सीटों, ओडिशा की 5 सीटों, उत्तर प्रदेश की 14 सीटों और पश्चिम बंगाल की 7 सीटों पर मतदान होगा। इससे पहले बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने इंडिया एलायंस के सत्ता में आने पर ‘बाहर से समर्थन’ देने की बात कही है।
ममता बनर्जी के इस बयान को लेकर सियासी गलियारों में हलचल काफी तेज हो गई है। राजनीतिक जानकारों का कहना है कि विपक्षी दलों का गठबंधन अभी से बिखरा-बिखरा हुआ है। कुछ विपक्षी दल तो चुनाव भी अलग-अलग लड़ रहे हैं, चुनाव बाद भी अगर सरकार बनाने का मौका मिला तो भी एक साथ नहीं रहेंगे। इंडिया गठबंधन का भविष्य क्या होगा? इसको लेकर विपक्षी दलों को चिंतन करने की आवश्यकता है।
बनर्जी ने लोकसभा चुनाव में 400 सीट हासिल करने के बीजेपी के महत्वाकांक्षी लक्ष्य पर संदेह व्यक्त किया। उन्होंने कहा, ‘बीजेपी 400 सीट जीतने का दावा कर रही है, लेकिन लोग कह रहे हैं कि इस बार ऐसा नहीं होगा। हम (तृणमूल कांग्रेस) केंद्र में सरकार बनाने के लिए ‘इंडिया’ को बाहर से समर्थन देंगे।’ बनर्जी ने बंगाल में संशोधित नागरिकता अधिनियम (सीएए), राष्ट्रीय नागरिक पंजी (एनआरसी) और समान नागरिक संहिता (यूसीसी) के कार्यान्वयन के खिलाफ अपनी पार्टी के अडिग रुख की घोषणा की।
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बुधवार को निर्वाचन आयोग (ईसी) को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के निर्देशों के तहत काम करने वाली ‘कठपुतली’ करार दिया। हुगली जिले के चिनसुराह में एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए, बनर्जी ने दो महीने की अवधि में चुनाव निर्धारित करने के लिए निर्वाचन आयोग की आलोचना की और आरोप लगाया कि अत्यधिक गर्मी के कारण आम लोगों को होने वाली कठिनाइयों की अनदेखी करते हुए भाजपा के पक्ष में यह फैसला लिया। बता दें कि लोकसभा चुनाव 2024 अब पांचवें चरण की ओर बढ़ रहा है। मौजूदा संसदीय चुनाव के पांचवें चरण के लिए मतदान 20 मई को 6 राज्यों और दो केंद्र शासित प्रदेशों के 49 लोकसभा सीटों पर होगा। इस चरण में बिहार की 5 सीटों, जम्मू-कश्मीर की 1 सीट, झारखंड की 3 सीटों, लद्दाख की 1 सीट, महाराष्ट्र की 13 सीटों, ओडिशा की 5 सीटों, उत्तर प्रदेश की 14 सीटों और पश्चिम बंगाल की 7 सीटों पर मतदान होगा।कुछ विपक्षी दल तो चुनाव भी अलग-अलग लड़ रहे हैं, चुनाव बाद भी अगर सरकार बनाने का मौका मिला तो भी एक साथ नहीं रहेंगे। इंडिया गठबंधन का भविष्य क्या होगा? इसको लेकर विपक्षी दलों को चिंतन करने की आवश्यकता है। बनर्जी ने कहा, ‘निर्वाचन आयोग एक कठपुतली है और मोदी के निर्देशों के अनुसार काम करता है। ढाई महीने से मतदान हो रहा है, क्या आपको (निर्वाचन अधिकारियों को) कभी आम लोगों की परेशानियों का अहसास हुआ है।’