यह सवाल उठना लाजिमी है कि क्या बीजेपी छठा चरण पूरी तरह से जीत चुकी है या नहीं! लोकसभा चुनाव के लिए छह चरणों का मतदान पूरा हो चुका है। 1 मई को सातवें और आखिरी चरण के लिए वोटिंग होगी। बीजेपी शुरुआत से ही 400 पार का दावा कर रही है। वहीं दूसरी और विपक्षी गठबंधन I.N.D.I.A के नेता कह रहे हैं कि 4 जून को बीजेपी के दिन पूरे होंगे और उनकी सरकार बनेगी। इस बीच गृहमंत्री अमित शाह ने कहा है कि पहले पांच चरणों में ही उन्हें सरकार बनाने के लिए बहुमत मिल चुका है। उन्होंने बेरोजगारी, मणिपुर हिंसा से लेकर कश्मीर मुद्दे पर अपनी बात रखी। गृहमंत्री ने दावा किया बीजेपी को इस बार भी स्पष्ट बहुमत मिल रहा है और वे एक मजबूत सरकार बनाने जा रहे हैं। गृहमंत्री अमित शाह ने कहा, सरकार बनाने के लिए हमारे पास पहले पांच चरणों में ही बहुमत का आंकड़ा मिल चुका है। उन्होंने कहा, हम 300 से 310 के बीच में हैं… इसमें छठा चरण शामिल नहीं है… हम आरामदायक स्थिति में हैं। इस बार हम 10 साल के ट्रैक रिकॉर्ड और 25 साल के शक्तिशाली सकारात्मक एजेंडे के साथ लोगों के बीच गए थे।
जब उनसे पूछा गया कि 2024 में अमित शाह का अभियान 2019 के अभियान से किस तरह अलग है? तो उन्होंने कहा, मैंने पूरे भारत की यात्रा की है। लद्दाख को छोड़कर, मैं हर राज्य, हर केंद्र शासित प्रदेश में गया हूं… 2019 में, लोगों में यह भावना थी कि देश को एक निर्णायक सरकार, एक निर्णायक नेता और यह तथ्य कि मोदी जो कर रहे हैं वह अच्छा है – इन तीनों से लाभ हुआ है। 2024 में, यह भावना है कि भारत को एक महान राष्ट्र बनाने की दिशा में यही रास्ता है। एक आत्मविश्वास ने जोर पकड़ा है। किसी भी राष्ट्र के लिए, उसके लोगों का सामूहिक आत्म-विश्वास राष्ट्र के विकास का कारण होता है। 130 करोड़ लोगों का सामूहिक संकल्प भी होता है। पीएम मोदी ने अमृत महोत्सव के रूप में इसे तैयार करके दोनों को जगाया है। अगले 30 वर्षों में बड़े होने वाले सभी बच्चों में यह दृढ़ संकल्प और विश्वास है कि भारत यह कर सकता है। मुझे लगता है कि यह देश के लिए एक बहुत बड़ी उपलब्धि है। आप जनादेश की व्याख्या करने के लिए अनगिनत कारण ढूंढेंगे लेकिन सबसे महत्वपूर्ण कारण लोगों का यह विश्वास होगा कि देश जिस रास्ते पर चल रहा है, वह सही है।
जब उनसे पूछा गया कि आज कौन सी पार्टी या नेता बिना विचारधारा के हैं? तो उन्होंने कहा यह मीडिया का काम है, पता लगाएं, उनसे उनकी विचारधारा के बारे में पूछें। हमारी विचारधारा सबके सामने है। ये (कांग्रेस) वही लोग हैं जिन्होंने सालों तक स्थिर सरकार चलाई और अब मिलि-जुलि सरकार की बात कर रहे हैं। क्या स्थिर सरकार संविधान में अनिवार्य नहीं है? स्थिर सरकार देश को मजबूत बनाती है, दुनिया में भारत की पहुंच और प्रतिष्ठा बढ़ाती है।
बेरोजगारी के मुद्दे पर अमित शाह ने कहा, ‘दुर्भाग्य से लोगों ने रोजगार को सरकारी नौकरी से जोड़ दिया है, सिर्फ नौकरी नहीं बल्कि सरकारी नौकरी। 130 करोड़ की आबादी में किसी भी सरकार के लिए सबको नौकरी देना असंभव है। दुर्भाग्य से कुछ लोग भ्रम फैला रहे हैं। 1.17 लाख स्टार्ट-अप शुरू हुए हैं, औसतन पांच लोग प्रति स्टार्ट-अप लें, क्या इससे रोजगार पैदा नहीं होते? 47 करोड़ लोगों को स्वरोजगार के लिए मुद्रा लोन मिला है। 85 लाख रेहड़ी-पटरी वालों को स्वनिधि लोन मिला है, उनके गारंटर मोदी हैं। मुद्रा लोन की कुल राशि करीब 27.75 लाख करोड़ रुपये है। क्या इससे रोजगार पैदा नहीं होते? मैंने इनका एनपीए चेक किया, 99.5% में कोई एनपीए नहीं है। 2016-17 में बेरोजगारी दर 6.1 प्रतिशत थी, 2023 में यह 3.3 प्रतिशत है।’
गृहमंत्री ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा, राहुल गांधी कहते हैं कि यह सरकार पांच अरबपतियों की सरकार है, दरअसल उनके (कांग्रेस के) समय में ऐसा ही था। यह देश के लिए एक बहुत बड़ी उपलब्धि है। आप जनादेश की व्याख्या करने के लिए अनगिनत कारण ढूंढेंगे लेकिन सबसे महत्वपूर्ण कारण लोगों का यह विश्वास होगा कि देश जिस रास्ते पर चल रहा है, वह सही है।उनके समय में 2.22 करोड़ डीमैट खाते थे, ये वो खाते हैं जहां औद्योगिक विकास का लाभ मिलता है। आज हमारे पास 15 करोड़ डीमैट अकाउंट हैं। ये 13 करोड़ लोग कुछ कमाते होंगे। उनके समय में हमारा मार्केट कैप 85 लाख करोड़ रुपये था, आज यह 500 लाख करोड़ रुपये है, यहां से जो लाभ हुआ वो डीमैट खातों में वितरित किया गया।