यह सवाल उठना लाजिमी है कि क्या इंडिया गठबंधन अब सरकार बना पाएगा या नहीं! लोकसभा चुनाव 2024 के नतीजे सामने आने के बाद एनडीए और INDI गठबंधन में सस्पेंस का दौर अब खत्म हो चुका है। विपक्ष के सरकार बनाने की अटकलों पर आखिरकार अब विराम लग गया है। एक और जहां एनडीए ने नरेंद्र मोदी को गठबंधन का नेता चुन लिया है, तो वहीं दूसरी ओर विपक्षी गठबंधन ने अपनी बैठक में फैसला लिया है कि वे फिलहाल सरकार बनाने की कवायद नहीं करेंगे। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे की ओर से कहा गया है कि INDI गठबंधन सही वक्त का इंतजार करेगा और मोदी के शासन के खिलाफ एकजुट होकर लड़ाई जारी रखेगा। यानी विपक्षी गठबंधन की ओर से इशारों-इशारों में ये साफ कर दिया गया है कि वे फिलहाल सरकार बनाने की कोशिश नहीं करेंगे। 18वीं लोकसभा चुनाव का जनमत सीधे तौर से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ है। चुनाव उनके नाम और चेहरे पर लड़ा गया था और जनता ने भाजपा को बहुमत नहीं देकर उनके नेतृत्व के प्रति साफ संदेश दिया है।हम यहां से यह भी संदेश देते हैं कि इंडिया गठबंधन उन सभी राजनीतिक दलों का स्वागत करता है जो भारत के संविधान की प्रस्तावना में अटूट विश्वास रखते हैं और इसके आर्थिक, सामाजिक और राजनीतिक न्याय के उद्देश्यों से प्रतिबद्ध हैं। व्यक्तिगत रूप से मोदी जी के लिए यह न सिर्फ राजनीतिक हार है, बल्कि नैतिक हार भी है।
हम सब उनकी आदतों से वाकिफ हैं। वो इस जनमत को नकारने की हरसंभव कोशिश करेंगे।बल्कि मजबूत विपक्ष की भूमिका में रहेंगे। इसके बाद नरेंद्र मोदी के तीसरी बार प्रधानमंत्री बनने का रास्ता भी साफ हो गया है। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा, ‘हमारी बैठक में गठबंधन पार्टी के नेताओं ने मौजूदा राजनीतिक हालत और मौजूदा परिस्थिति पर बहुत से सुझाव आए और चर्चा हुई, निष्कर्ष यह निकला कि हम सब मिलकर एक साथ यह कहना चाहते हैं- ‘INDI गठबंधन के घटक हमारे गठबंधन को मिले भारी समर्थन के लिए भारत की जनता का आभार व्यक्त करते हैं। जनता के जनादेश ने भाजपा और उसकी नफरत, भ्रष्टाचार की राजनीति को करारा जवाब दिया है। यह जनादेश भारत के संविधान की रक्षा और महंगाई, बेरोजगारी व क्रोनी पूंजीवाद के खिलाफ तथा लोकतंत्र को बचाने के लिए है। INDI गठबंधन मोदी के नेतृत्व वाली भाजपा के फासीवादी शासन के खिलाफ लड़ाई जारी रखेगा!
INDI गठबंधन की बैठक के दौरान कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा कि इंडिया गठबंधन उन सभी राजनीतिक दलों का स्वागत करता है जो भारत के संविधान की प्रस्तावना में अटूट विश्वास रखते हैं। उन्होंने सहयोगी दलों से कहा, “मैं इंडिया गठबंधन के सभी साथियों का स्वागत करता हूं। हम एक साथ लड़े, तालमेल से लड़े और पूरी ताकत से लड़े। आप सबको बधाई। कांग्रेस अध्यक्ष के मुताबिक 18वीं लोकसभा चुनाव का जनमत सीधे तौर से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ है। चुनाव उनके नाम और चेहरे पर लड़ा गया था और जनता ने भाजपा को बहुमत नहीं देकर उनके नेतृत्व के प्रति साफ संदेश दिया है। व्यक्तिगत रूप से मोदी जी के लिए यह न सिर्फ राजनीतिक हार है, बल्कि नैतिक हार भी है। हम सब उनकी आदतों से वाकिफ हैं। वो इस जनमत को नकारने की हरसंभव कोशिश करेंगे।
खड़गे ने कहा, “हम यहां से यह भी संदेश देते हैं कि इंडिया गठबंधन उन सभी राजनीतिक दलों का स्वागत करता है जो भारत के संविधान की प्रस्तावना में अटूट विश्वास रखते हैं और इसके आर्थिक, सामाजिक और राजनीतिक न्याय के उद्देश्यों से प्रतिबद्ध हैं। बुधवार शाम हो रही इंडिया गठबंधन की बैठक में मल्लिकार्जुन खड़गे, सोनिया गांधी, राहुल गांधी, अखिलेश यादव, अभिषेक बनर्जी, सीताराम येचुरी, एमके स्टालिन, संजय सिंह, शरद पवार, तेजस्वी यादव, प्रियंका गांधी वाड्रा आदि शामिल हुए। इंडिया गठबंधन ने बैठक अपनी आगे की रणनीति तय करने के लिए बुलाई है। बता दें कि कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे की ओर से कहा गया है कि INDI गठबंधन सही वक्त का इंतजार करेगा और मोदी के शासन के खिलाफ एकजुट होकर लड़ाई जारी रखेगा। यानी विपक्षी गठबंधन की ओर से इशारों-इशारों में ये साफ कर दिया गया है कि वे फिलहाल सरकार बनाने की कोशिश नहीं करेंगे। बल्कि मजबूत विपक्ष की भूमिका में रहेंगे। इसके बाद नरेंद्र मोदी के तीसरी बार प्रधानमंत्री बनने का रास्ता भी साफ हो गया है। गौरतलब है कि कांग्रेस पार्टी समेत इंडिया गठबंधन को लोकसभा चुनाव में 234 सीटें हासिल हुई है। दूसरी ओर भाजपा के नेतृत्व वाले एनडीए गठबंधन ने स्पष्ट बहुमत हासिल करते हुए 292 सीटें जीती हैं।