हाल ही में संयुक्त छात्र मोर्चा ने जीत का जश्न मनाया है! लखनऊ विश्वविद्यालय में शनिवार को सयुंक्त छात्र मोर्चा द्वारा 2024 के आम चुनाव में इंडिया गठबंधन की सफलता और तानाशाही के खिलाफ संविधान और लोकतंत्र के पक्ष में आए जनादेश के स्वागत में मार्च कर व एक दूसरे को मिठाई खिलाकर जश्न मनाया गया। इस मौके पर सयुंक्त छात्र मोर्चा ने कहा कि भारतीय जनता का यह जनादेश नरेन्द्र मोदी सरकार की अथाह तानाशाही के खिलाफ है, चुनाव आयोग समेत तमाम संस्थाओं को नियंत्रित करने के बावजूद इंडिया गठबंधन की उत्तर प्रदेश समेत पूरे देश में सफलता आश्वश्तकारी है। भारतीय जनता पार्टी को बहुमत न मिलना यह दर्शाता है कि देश की जनता मोदी सरकार की वादाखिलाफी और कॉरपरेटपरस्ती से त्रस्त रहीं हैं और अब BJP जनादेश की अवमानना करते हुए सरकार भले बना ले पर मजबूत विपक्ष की सदन से लेकर सड़क तक जबरदस्त उपस्थिति उसे अब और जनविरोधी नीतियां नहीं लागू करने देगी। सभा को सम्बोधित करते हुए लखनऊ विश्वविद्यालय के हिंदी विभाग के एसोसिएट प्रोफेसर रविकांत चंदन ने कहा है कि इस बार के लोकसभा के चुनाव में लोकतंत्र और संविधान की जीत हुई है। और हम लोग उम्मीद करते हैं कि आगामी समय में दलितों, आदिवासियों, पिछड़ों और अल्पसंख्यकों की लड़ाई में और मजबूती मिलेगी। लूट, झूठ और नफरत की राजनीति को उत्तर की जनता ने खारिज कर दिया है। बता दें कि संयुक्त छात्र मोर्चा ने हाल में आए NEET परिणाम और उसमें हुई धांधली को लेकर NTA की घोर निंदा की , जिसने लाखों अभ्यर्थियों के भविष्य को अंधेरे में डाल दिया है। जनांदोलनों की अग्रिम पंक्ति में रहने की अपनी भूमिका को और मज़बूती से निभाएंगे। संयुक्त छात्र मोर्चा ने हाल में आए NEET परिणाम और उसमें हुई धांधली को लेकर NTA की घोर निंदा की , जिसने लाखों अभ्यर्थियों के भविष्य को अंधेरे में डाल दिया है। जिसमें यह माँग की गई कि NEET परीक्षा परिणाम में हुई धांधलेबाज़ी की निष्पक्ष जाँच कराई जाए।जिसमें यह माँग की गई कि NEET परीक्षा परिणाम में हुई धांधलेबाज़ी की निष्पक्ष जाँच कराई जाए। जनादेश का स्वागत करते हुए समाजवादी छात्र-सभा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष महेन्द्र यादव ने कहा कि विषम परिस्थितियों के बीच सम्पन्न हुए आम चुनाव में कैसे उत्तर प्रदेश की जनता ने मोदी-योगी की झूठ, लूट और नफ़रत की राजनीति को सिरे से ख़ारिज किया है। इस बार के चुनाव अंबेडकर, गांधी, फूले, पेरियार और भगत सिंह के विचारो की जीत है। भाजपा की सांप्रदायिक और कॉरपोरेट परस्त राजनीति को जनता ने खारिज कर दिया है।ख़ासकर अयोध्या की जनता ने यह साफ तौर पर संदेश दे दिया है कि इस देश में सांप्रदायिक नफ़रत की राजनीति नहीं चलेगी, बल्कि यह देश PDA के लिए समर्थित सामाजिक न्याय और बाबा साहब के संविधान को लेकर आगे बढ़ेगा।
वहीं AISA के प्रदेश अध्यक्ष आयुष श्रीवास्तव का कहना था कि ― INDIA गठबंधन के इस परिणाम के साथ, छात्रहित और छात्र राजनीति को ध्यान में रखते हुए, लखनऊ का संयुक्त छात्र मोर्चा कैम्पस लोकतंत्र, बेरोज़गारी, झूठे मुक़दमे में फँसाये गए राजनीतिक कैदियों की रिहाई के लिए, एकबद्ध हो कर संघर्षरत रहेगा। NSUI छात्र नेता प्रिंस प्रकाश ने कहा कि, भाजपा जो 400 पार का नारा और संविधान को बदलने की आवाज़ उठा रही थी आज वह अपने दम पर सरकार बनाने में विफल साबित हुई। यह जनमत साफ तौर पर दर्शाता है कि इस देश की जनता ने मोदी और शाह की तानाशाही वाली राजनीति को सिरे से ख़ारिज कर दिया है।
SFI, BBAU राज्य कमेटी सदस्य अभिषेक का कहना था कि, यह जनादेश लोकतंत्र में जीवन फूंकने वाला जनादेश है। सभी प्रगतिशील छात्र-संगठन इस समय अपनी ज़िम्मेदारी को समझते हुए आने वाले दिनों में देश और समाज के मुद्दों पर होने वाले जनांदोलनों की अग्रिम पंक्ति में रहने की अपनी भूमिका को और मज़बूती से निभाएंगे। संयुक्त छात्र मोर्चा ने हाल में आए NEET परिणाम और उसमें हुई धांधली को लेकर NTA की घोर निंदा की , जिसने लाखों अभ्यर्थियों के भविष्य को अंधेरे में डाल दिया है। जिसमें यह माँग की गई कि NEET परीक्षा परिणाम में हुई धांधलेबाज़ी की निष्पक्ष जाँच कराई जाए।
लखनऊ विश्वविद्यालय के पूर्व छात्र नेता एडवोकेट ज्योति राय का कहना है कि इस बार के चुनाव अंबेडकर, गांधी, फूले, पेरियार और भगत सिंह के विचारो की जीत है। भाजपा की सांप्रदायिक और कॉरपोरेट परस्त राजनीति को जनता ने खारिज कर दिया है।