आज हम आपको बताएंगे कि विश्व की जनसंख्या रिपोर्ट आखिर क्या कहती है! जनसंख्या पर संयुक्त राष्ट्र की एक चौंकाने वाली रिपोर्ट सामने आई है। रिपोर्ट के अनुसार, साल 2100 तक भारत की आबादी लगभग 1.5 अरब हो जाएगी, जो चीन की 633 करोड़ की आबादी से दोगुनी से भी ज्यादा होगी। ये आंकड़े बताते हैं कि आने वाले सालों में भारत के पास बहुत बड़ी जनसंख्या होगी, जो देश के विकास में मददगार हो सकती है। रिपोर्ट में ये भी कहा गया है कि साल 2085 तक भारत की आबादी (1.61 अरब) चीन की आबादी (806 करोड़) से दोगुनी हो जाएगी और यह अंतर आगे और बढ़ता चला जाएगा। रिपोर्ट में कहा गया है कि 2085 में भारत जनसंख्या के लिहाज से एक महत्वपूर्ण मोड़ पर पहुंच जाएगा। गुरुवार को जारी ‘वर्ल्ड पॉपुलेशन प्रॉस्पेक्ट्स 2024’ रिपोर्ट में कहा गया है कि आने वाले 50-60 वर्षों के दौरान दुनिया की जनसंख्या में वृद्धि जारी रहने का अनुमान है और 2024 में यह 8.2 अरब तक पहुंच जाएगी, जबकि 2080 के दशक के मध्य तक लगभग दुनिया की आबादी लगभग 10.3 अरब हो जाएगी।ऐसे में सदी के अंत तक भारत की जनसंख्या लगभग 1.5 अरब हो जाएगी, लेकिन फिर भी यह दुनिया में सबसे ज्यादा जनसंख्या वाला देश बना ही रहेगा।’ रिपोर्ट में कहा गया है कि चीन की जनसंख्या वर्ष 2054 में घटकर 1.21 अरब तक पहुंच जाएगी। वर्तमान में चीन की आबादी 1.41 अरब है। हालांकि, चरम स्थिति पर पहुंचने के बाद वैश्विक जनसंख्या में धीरे-धीरे गिरावट आने का अनुमान है और यह सदी के अंत तक घटकर 10.2 अरब रह जाएगी। भारत पिछले साल चीन को पीछे छोड़कर विश्व का सबसे अधिक जनसंख्या वाला देश बन गया था और 2100 तक यह इसी स्थान पर बना रहेगा। रिपोर्ट के अनुसार भारत की जनसंख्या 2024 में 1.45 अरब तक पहुंच सकती है। वहीं, 2054 में यह बढ़कर 1.69 अरब तक पहुंच जाएगी। यह भी अनुमान है कि सदी के अंत तक 2100 में भारत की आबादी घटकर 1.5 अरब हो जाएगी, लेकिन इसके बावजूद यह दुनिया में सबसे अधिक आबादी वाला देश बना रहेगा।
संयुक्त राष्ट्र डीईएसए के जनसंख्या प्रभाग की वरिष्ठ अधिकारी क्लेयर मेनोजी ने कहा, ‘भारत वर्तमान में जनसंख्या के मामले में दुनिया का सबसे बड़ा देश है और पूरी शताब्दी में इसके शीर्ष पर ही बने रहने का अनुमान है। वर्तमान में भारत की जनसंख्या 1.45 अरब तक पहुंच सकती है और बाद में यह बढ़कर 1.69 अरब भी हो जाएगी।वर्ष 2100 में 51.1 करोड़ की जनसंख्या के साथ पाकिस्तान विश्व का तीसरा सबसे बड़ा आबादी वाला देश बना रहेगा। रिपोर्ट में बताया गया कि लगभग 126 देशों और क्षेत्रों में जनसंख्या 2054 तक बढ़ती रहेगी तथा संभवतः सदी के अंत में या 2100 के बाद अपने चरम पर पहुंच जाएगी।’ मेनोजी ने कहा, ‘ऐसा माना जा रहा है कि 2060 के दशक के आसपास भारत की आबादी चरम पर होगी और फिर इसमें धीरे-धीरे कमी आनी शुरू हो जाएगी। ऐसे में सदी के अंत तक भारत की जनसंख्या लगभग 1.5 अरब हो जाएगी, लेकिन फिर भी यह दुनिया में सबसे ज्यादा जनसंख्या वाला देश बना ही रहेगा।’ रिपोर्ट में कहा गया है कि चीन की जनसंख्या वर्ष 2054 में घटकर 1.21 अरब तक पहुंच जाएगी। वर्तमान में चीन की आबादी 1.41 अरब है।
रिपोर्ट के मुताबिक, पाकिस्तान की आबादी साल 2054 तक 38.9 करोड़ पहुंच जाएगी और इसी के साथ पाकिस्तान, अमेरिका को पीछे छोड़कर विश्व का तीसरा सबसे ज्यादा आबादी वाला देश बन जाएगा। वर्तमान में अमेरिका दुनिया का तीसरा सबसे ज्यादा आबादी वाला देश है और इसकी कुल जनसंख्या 34.5 करोड़ है। वहीं, 2054 में इसकी आबादी 38.4 करोड़ हो जाएगी और यह दुनिया का चौथा सबसे ज्यादा आबादी वाला देश बन जाएगा।गुरुवार को जारी ‘वर्ल्ड पॉपुलेशन प्रॉस्पेक्ट्स 2024’ रिपोर्ट में कहा गया है कि आने वाले 50-60 वर्षों के दौरान दुनिया की जनसंख्या में वृद्धि जारी रहने का अनुमान है और 2024 में यह 8.2 अरब तक पहुंच जाएगी, जबकि 2080 के दशक के मध्य तक लगभग दुनिया की आबादी लगभग 10.3 अरब हो जाएगी। वर्ष 2100 में 51.1 करोड़ की जनसंख्या के साथ पाकिस्तान विश्व का तीसरा सबसे बड़ा आबादी वाला देश बना रहेगा। रिपोर्ट में बताया गया कि लगभग 126 देशों और क्षेत्रों में जनसंख्या 2054 तक बढ़ती रहेगी तथा संभवतः सदी के अंत में या 2100 के बाद अपने चरम पर पहुंच जाएगी। संयुक्त राष्ट्र डीईएसए के जनसंख्या प्रभाग की वरिष्ठ अधिकारी क्लेयर मेनोजी ने कहा, ‘भारत वर्तमान में जनसंख्या के मामले में दुनिया का सबसे बड़ा देश है और पूरी शताब्दी में इसके शीर्ष पर ही बने रहने का अनुमान है। वर्तमान में भारत की जनसंख्या 1.45 अरब तक पहुंच सकती है और बाद में यह बढ़कर 1.69 अरब भी हो जाएगी।’इस समूह में विश्व के कई सर्वाधिक जनसंख्या वाले देश भारत, इंडोनेशिया, नाइजीरिया, पाकिस्तान और अमेरिका शामिल हैं।