हाल ही में IAS पूजा खेड़कर विवादों में आ गई है क्योंकि उनके पास सोने की घड़ी से लेकर 110 एकड़ खेत मिले हैं! महाराष्ट्र कैडर की आईएएस पूजा खेडकर इन दिनों विवादों मे घिरी हैं। पूरे देश में उन्हें लेकर चर्चा हो रही है। ट्रेनी आईएएस अधिकारी पर फर्जी दस्तावेजों के सहारे यूपीएससी परीक्षा पास करने का आरोप है। केंद्र ने आरोपों की जांच के लिए एक सदस्यीय समिति का गठन किया। पूजा खेडकर पर दिव्यांगता और ओबीसी कोटा का दुरुपयोग करने का आरोप है। इसके अलावा पूजा खेडकर पर अनुचित व्यवहार के आरोप भी लगे हैं। उन्हें पुणे से वाशिम ट्रांसफर कर दिया गया है। पूजा खेडकर के मामले में एक और खुलासा हुआ है, उनके पास अकूत संपत्ति है। जबकि पूजा ने दावा किया था कि उनकी मां और पिता अलग हो चुके हैं लेकिन इसका भी लोगों ने खंडन किया है। उन्होंने कहा कि आज कभी भी इसका जिक्र नहीं हुआ। पूजा के पिता पूर्व अफसर हैं और राजनीति में भी हैं। बीते लोकसभा चुनाव के शपथपत्र में भी उन्होंने अपनी पत्नी से अलग रहने का कोई जिक्र नहीं किया। उनकी पत्नी भी सरपंच हैं और उनके भी हलफनामे में इसका कोई जिक्र नहीं है। कहा जा रहा है कि पूजा करोड़ों की संपत्ति की मालकिन हैं। पुणे की रहने वाली प्रशिक्षु आईएएस अधिकारी पूजा खेडकर का नाम इस समय काफी चर्चा में है। पूजा खेडकर को अपने पद का गलत इस्तेमाल करने के आरोपों के बाद पुणे से महाराष्ट्र के वाशिम जिले में ट्रांसफर कर दिया गया है।
पूजा खेडकर को लेकर कई नए खुलासे सामने आ रहे हैं। उनमें से एक ये जानकारी सामने आई है कि उनके पास अकूत संपत्ति है। उनका करियर भी विवादास्पद रहा, उन्हें एक बार निलंबित भी किया गया था। दिलीप खेडकर के दो बच्चे हैं, पीयूष खेड़कर और डॉ. पूजा खेडकर। पीयूष खेडकर लंदन में पढ़ाई कर रहे हैं।पता चला है कि पूजा खेडकर की सालाना कमाई 42 लाख रुपये है। वहीं उनके पास 17 करोड़ से भी ज्यादा की संपत्ति है। पूजा की संपत्ति, नियुक्ति और पद का गलत इस्तेमाल करने को लेकर इस समय विवाद खड़ा हो गया है।
पूजा खेडकर प्रोबेशन के दौरान अवैध मांग करने को लेकर विवादों में घिर गई हैं। पुणे कलेक्टर सुहास दिवासे ने खेडकर के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई थी। हालांकि, खेडकर परिवार का यह पहला मामला नहीं है। उनके पिता और पूर्व सिविल सेवक दिलीप खेडकर पर भी गंभीर आरोप लगाए गए हैं। पूजा खेडकर के पिता दिलीप खेडकर एक पूर्व चार्टर्ड अधिकारी हैं। उनका पैतृक गांव नगर जिले के पाथर्डी तालुका में भलगांव है। डिपिल खेडकर ने मैकेनिकल में ग्रेजुएशन किया है। खेडकर ने रिटायरमेंट के बाद राजनीति में किस्मत आजमाई। उन्होंने वंचित बहुजन अघाड़ी से अहमदनगर लोकसभा चुनाव लड़ा था। लोकसभा चुनाव में उन्हें 13 हजार 749 वोट मिले।
दिलीप खेडकर ने चुनावी हलफनामे में बताया है कि उनके पास 40 करोड़ की संपत्ति है, तो चर्चा शुरू हुई। इस बात पर राजनीतिक चर्चा होने लगी कि एक चार्टर्ड अधिकारी के पास इतनी संपत्ति कैसे हो सकती है। दिलीप खेडकर की पत्नी डॉ. मनोरमा खेडकर के पिता जगन्नाथ बुधवंत भी एक चार्टर्ड अधिकारी थे। उनका करियर भी विवादास्पद रहा, उन्हें एक बार निलंबित भी किया गया था। दिलीप खेडकर के दो बच्चे हैं, पीयूष खेड़कर और डॉ. पूजा खेडकर। पीयूष खेडकर लंदन में पढ़ाई कर रहे हैं।
दिलीप खेडकर के भाई माणिक खेडकर 5 साल तक बीजेपी के तालुका अध्यक्ष रहे हैं। दिलीप खेडकर ने कहा था कि अगर उन्हें नामांकन मिलता है, तो वह देवी को डेढ़ किलो वजनी चांदी का मुकुट चढ़ाएंगे। खास बात यह है कि उन्होंने अपना वचन निभाते हुए उस प्रतिज्ञा को पूरा किया। पूजा खेडकर ने यूपीएससी परीक्षा 2021 में उत्तीर्ण की थी। इस परीक्षा में उनकी ऑल इंडिया रैंक 821 थी। सामने आया है कि उन्होंने खुद को दिव्यांग बताया है।आज कभी भी इसका जिक्र नहीं हुआ। पूजा के पिता पूर्व अफसर हैं और राजनीति में भी हैं। बीते लोकसभा चुनाव के शपथपत्र में भी उन्होंने अपनी पत्नी से अलग रहने का कोई जिक्र नहीं किया। उनकी पत्नी भी सरपंच हैं और उनके भी हलफनामे में इसका कोई जिक्र नहीं है। कार्मिक, लोक शिकायत और पेंशन मंत्रालय के पास एक याचिका भी दायर की गई है। पूजा का तर्क है कि दिव्यांग अभ्यर्थियों को एससी/एसटी अभ्यर्थियों की तुलना में अधिक दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। उन्हें भी यही लाभ मिलना चाहिए।