आखिर एक ही सांप एक व्यक्ति को सात बार कैसे डस सकता है?

0
105

यह सवाल उठना लाजिमी है कि आखिर एक ही सांप एक व्यक्ति को सात बार कैसे डस सकता है! उत्तर प्रदेश के सौरा गांव के 24 वर्षीय निवासी विकास द्विवेदी बार-बार सांप के काटने से जुड़ी एक हैरान करने वाली कहानी को लेकर चर्चा में हैं। विकास का दावा है कि उसे महज 40 दिनों में सात बार सांप काट है। विकास के अनुसार पहली बार सांप काटने के बाद उसके सपने में आया था। विकास के अनुसार सांप ने कहा था कि वह उसे 9 बार काटेगा। विकास का कहना है कि सांप ने सपने में कहा था कि 8 बार तो वह बच जाएगा लेकिन नौवीं बार काटने पर उसे कोई नहीं बचा पाएगा। सांप काटने की इस घटना को लेकर कई तरह के सवाल उठ रहे हैं। जिला प्रशासन की तरफ से इस मामले में कमेटी बनाकर मामले की रिपोर्ट मांगी गई है। इस खबर के बाद विकास के परिवार के साथ ही गांव में चिंता और डर का माहौल है। विकास का कहना है कि सांप ने हमेशा उसे सोते समय काटा है। अब तो उसके पूरी तरह से डर लगा रहा है कि सांप उसे नौंवी बार भी काट लेगा। हालांकि, यह अभी स्पष्ट रूप से नहीं कहा जा सकता है कि एक ही सांप ने विकास को 7 बार काटा है। इन सब के बीच सबसे बड़ा सवाल है कि क्या एक ही सांप किसी शख्स को बार-बार काट सकता है। आखिर इस मामले में को लेकर एक्सपर्ट्स की क्या राय है। न्यूज 18 की रिपोर्ट में इन सांपों के व्यवहार और इलाज को लेकर एक्सपर्ट जोधपुर, राजस्थान के एक प्रसिद्ध सांप पकड़ने वाले तौहीद अहमद खान से बातचीत की।

तौहीद ने पहले तो इस घटना को लेकर हैरानी जताई। तौहीद का खुद भी कई बार सांपों के साथ वास्ता पड़ा है। तौहीद का कहना है कि सांप का जहर पीड़ितों के लिए गंभीर खतरा पैदा करता है। उन्होंने आगे कहा कि सांप काटने पर सटीक एंटी-वेनम इलाज की आवश्यकता होती है जो विशिष्ट प्रकार के सांप के लिए अनुकूलित हो। उन्होंने बार-बार काटने के खतरे और उनके द्वारा होने वाले शारीरिक नुकसान को भी बताया।

आमतौर पर सांप विषैले और गैर विषैले दोनों होते हैं। विष एक जहरीला पदार्थ है जो सांप अपने शिकार को पकड़ने, खुद की रक्षा करने और भोजन को पचाने में मदद करने के लिए बनाता है। यदि कोई सांप विषैला है, तो वह अपने दांतों (नुकीले दाँतों) के माध्यम से जिस किसी को भी काटता है, उसमें विष डाल देता है। सां पों की कई प्रजातियाँ कुछ खास तरह के विष रखती हैं जो आपके शरीर को अलग-अलग तरीकों से प्रभावित करते हैं। बता दें कि उत्तर प्रदेश के फतेहपुर जिले में स्थित सोरा गांव इस समय एक अजीबोगरीब घटना के चलते पूरे देश में चर्चा का विषय बना हुआ है। वहीं इस जगह का कनेक्शन दौसा जिले के प्रसिद्ध आस्थाधाम मेहंदीपुर बालाजी से भी जुड़ गया है। दरअसल, उत्तर प्रदेश के फतेहपुर जिले के मलवा थाना क्षेत्र के सोरा गांव निवासी 24 वर्षीय विकास द्विवेदी उर्फ बेटू पुत्र सुरेंद्र द्विवेदी को एक सांप अब तक 7 बार काट चुका है। वहीं सांप सपने में आकर पीड़ित को 9 बार काटने की चेतावनी दे चुका है। इस समस्या के समाधान के लिए कई जगह तांत्रिकों के चक्कर काटने के बाद अब पीड़ित विकास द्विवेदी अपनी परिवार और रिश्तेदारों के 11 सदस्यों के साथ दौसा जिले में स्थित प्रसिद्ध तीर्थ मेहंदीपुर बालाजी धाम में आया है। वहीं इस विकट परिस्थिति से छुटकारा दिलाने के लिए बालाजी महाराज से प्रार्थना कर रहा है।

वहीं जब इस मामले की पड़ताल के लिए टीम पीड़ित विकास द्विवेदी से मिलने के लिए मेहंदीपुर बालाजी में स्थित एक विश्राम गृह में पहुंची। जहां विकास द्विवेदी अपने परिवार के साथ ठहरा हुआ है। विश्राम गृह में विकास द्विवेदी कुछ भी बताने की हालत में नहीं था। लेकिन उसके दोनों हाथों और पैरों पर सांप के काटने के निशान साफ दिखाई दे रहे थे। ऐसे में काफी समझाने के बाद पीड़ित विकास कैमरे ने सामने बोलने को तैयार हुआ। पीड़ित विकास ने बताया कि चित्रकूट हनुमान जी के दर्शन कर 30 मई को गांव आया था। इस दौरान 2 जून की रात करीब 8 बजे टॉयलेट जाते समय सांप ने काट लिया। इसके बाद परिजन नजदीकी अस्पताल में ले गए। जहां इलाज के बाद ठीक हो गया। लेकिन उसके बाद 9 जून को सांप ने फिर से काट लिया। इस घटना के बाद परिवार के सदस्य भी भयभीत हो गए। लेकिन इस बार भी जान बच गई।

पीड़ित विकास द्विवेदी ने दावा किया है कि 16 जून शनिवार को सांप काटने से पहले सपने में आया। इस दौरान सांप ने उसे 9 बार काटने की चेतावनी दी थी। साथ ही सपने में कहा कि 8 बार तो जान बच जाएगी। लेकिन 9 वीं बार किसी भी हालत में जिंदा नहीं बचेगा, और इतना कहने के बाद तीसरी बार सांप ने काट लिया। इस घटना के बाद पीड़ित विकास ने सपने के बारे में अपने परिजनों को बताया। ऐसे में सांप के भय से भयभीत परिजनों ने विकास को 200 किलोमीटर दूर अपनी मौसी के यहां फतेहपुर में रहने के लिए भेज दिया। लेकिन जिद्दी सांप ने विकास का फतेहपुर में भी पीछा नहीं छोड़ा और 23 जून शनिवार की रात सोते समय चौथी बार काट लिया।

ऐसे में अब आखिरी उम्मीद लगाकर पीड़ित परिवार संकटमोचन के नाम से फेमस मेहंदीपुर बालाजी में आए है। यहां बालाजी महाराज के दरबार में पूरा परिवार इस अजीबोगरीब परेशानी से छुटकारा दिलाने के लिए बालाजी महाराज से प्रार्थना कर रहा है। पीड़ित के साथ आए रिश्तेदारों ने बताया कि पीड़ित परिवार की स्थिति बेहद तनावग्रस्त बनी हुई है। साथ ही आर्थिक स्थिति भी कमजोर है।