आज हम आपको एयरफोर्स की मल्टी नेशनल जॉइंट एक्सरसाइज के बारे में जानकारी देने वाले हैं! इंडियन एयरफोर्स अब तक की सबसे बड़ी मल्टी नेशनल जॉइंट एक्सरसाइज कराने जा रही है। यह एक्सरसाइज अगस्त में होगी और दो चरणों में होगी। इसमें अमेरिका, यूके, स्पेन, जर्मनी, फ्रांस सहित 10 देश अपने एयरक्राफ्ट और एयर एसेस्ट्स लेकर शामिल हो रहे हैं। 17 देश ऑब्जर्वर के तौर पर शामिल होंगे जिन्होंने आने का कंफर्मेशन दे दिया है। एक और देश ऑब्जर्वर के तौर पर शामिल होगा। इस तरह इस एक्सरसाइज में भारत सहित 30 देश शामिल होंगे। इस एक्सरसाइज का नाम तरंग शक्ति रखा गया है। एयरफोर्स के वाइस चीफ एयर मार्शल ए.पी. सिंह ने कहा कि तरंग शक्ति सबसे बड़ी इंटरनेशनल एयर एक्सरसाइज होगी। भारत ने रूस सहित कुल 51 देशों को निमंत्रण भेजा था। उन्होंने कहा कि यह मौका एक दूसरे देश की एयरफोर्स के साथ बेस्ट प्रैक्टिस शेयर करने का होगा। एक्सरसाइज का पहला फेज सुलूर तमिलनाडु में होगा जो 6 अगस्त से 14 अगस्त तक होगा। पहले फेज में फ्रांस, जर्मनी, स्पेन और यूके की एयरफोर्स अपने एयरक्राफ्ट के साथ शामिल हो रही है। यही नहीं एक दूसरे के ऑपरेशंस पर भरोसा बढ़ेगा और भविष्य में कभी पीस कीपिंग या डिजास्टर रिलीफ में साथ काम करने की जरूरत पड़े तो उसका अनुभव रहेगा। उन्होंने कहा कि इस मल्टीनेशनल एक्सरसाइज से हम अपने देश की प्लानिंग और एक्जिक्यूशन की कैपेबिलिटी भी दिखाएंगे। दूसरा फेज 29 अगस्त से 14 सितंबर तक जोधपुर में होगा जिसमें ऑस्ट्रेलिया, बांग्लादेश, ग्रीस, सिंगापुर, यूएई और अमेरिका की एयरफोर्स अपने एयर एसेस्ट्स के साथ शामिल होगी।
एयर मार्शल सिंह ने कहा कि इस एक्सरसाइज का मकसद दुनिया को यह दिखाना है कि किस तरह भारत में डिफेंस इकोसिस्टम लगातार बढ़ रहा है, साथ ही भारत के आत्मनिर्भरता की प्रतिबद्धता को भी दिखाना है। हम दूसरे देशों को भारत की स्वदेशी इंडस्ट्री की ताकत भी दिखाएंगे। इसके लिए एग्जिबिशन भी होगा जिसमें डीआरडीओ, भारत की एविएशन इंडस्ट्री, पीएसयू स्वदेशी क्षमता दिखाएंगे।इस एक्सरसाइज का मिलिट्री ऑब्जेक्टिव है कि हमारे इन मित्र देशों के साथ संबंध और मजबूत हों और हम एक दूसरे से बेहतर स्ट्रैटजी और टेक्टिक्स सीखें।पहले फेज में 32 विदेशी एयरक्राफ्ट शामिल होंगे जिसमें फाइटर एयरक्राफ्ट और ट्रांसपोर्ट एयरक्राफ्ट भी हैं। इसमें भारत के 40 एयरक्राफ्ट शामिल होगें जिसमें एलसीए तेजस, मिराज, सुखोई-30 फाइटर एयरक्राफ्ट भी हैं।
एक्सरसाइज के दूसरे फेज में दूसरे देशों के 27 फाइटर एयरक्राफ्ट, 2 टैंकर, 2 एयरबॉर्न अर्ली वॉर्निंग एंड कंट्रोल सिस्टम, 3 स्पेशल फोर्स के एयरक्राफ्ट भी शामिल होंगे। यह पहली बार होगा जब एयरफोर्स कई देशों की एयरफोर्स के फाइटर एयरक्राफ्ट को शामिल करते हुए एक साथ एक्सरसाइज को होस्ट करेगा।भारत के फाइटर एयरक्राफ्ट को मिलाकर कुल 40 फाइटर एयरक्राफ्ट होंगे, हेलिकॉप्टर होगा जिसमें प्रचंड, रूद्र, अपाचे भी शामिल होंगे। कुल मिलाकर दूसरे फेज में 75 एयरक्राफ्ट शामिल होंगे। एयर मार्शल ए.पी. सिंह ने कहा कि ये एक्सरसाइज किसी देश को ध्यान में रखकर नहीं की जा रही है बल्कि इससे अपने मित्र देशों के साथ इंटर ऑपरेबिलिटी (मिलकर काम करना) बढ़ेगी। एक दूसरे के ऑपरेशंस पर भरोसा बढ़ेगा और भविष्य में कभी पीस कीपिंग या डिजास्टर रिलीफ में साथ काम करने की जरूरत पड़े तो उसका अनुभव रहेगा। उन्होंने कहा कि इस मल्टीनेशनल एक्सरसाइज से हम अपने देश की प्लानिंग और एक्जिक्यूशन की कैपेबिलिटी भी दिखाएंगे।
इंडियन एयरफोर्स वैसे तो कई मल्टी नेशनल एक्सरसाइज का हिस्सा रहा है लेकिन एयरफोर्स ने आज तक कोई भी मल्टीनेशनल एक्सरसाइज एक्टिव पार्टिसिपेशन होस्ट नहीं की है। जानकार के लिए बता दे कि यह मौका एक दूसरे देश की एयरफोर्स के साथ बेस्ट प्रैक्टिस शेयर करने का होगा। एक्सरसाइज का पहला फेज सुलूर तमिलनाडु में होगा जो 6 अगस्त से 14 अगस्त तक होगा। बता दें कि इस एक्सरसाइज का मकसद दुनिया को यह दिखाना है कि किस तरह भारत में डिफेंस इकोसिस्टम लगातार बढ़ रहा है, साथ ही भारत के आत्मनिर्भरता की प्रतिबद्धता को भी दिखाना है। हम दूसरे देशों को भारत की स्वदेशी इंडस्ट्री की ताकत भी दिखाएंगे। इसके लिए एग्जिबिशन भी होगा जिसमें डीआरडीओ, भारत की एविएशन इंडस्ट्री, पीएसयू स्वदेशी क्षमता दिखाएंगे। भारत के फाइटर एयरक्राफ्ट को मिलाकर कुल 40 फाइटर एयरक्राफ्ट होंगे, हेलिकॉप्टर होगा जिसमें प्रचंड, रूद्र, अपाचे भी शामिल होंगे। कुल मिलाकर दूसरे फेज में 75 एयरक्राफ्ट शामिल होंगे।पहले फेज में फ्रांस, जर्मनी, स्पेन और यूके की एयरफोर्स अपने एयरक्राफ्ट के साथ शामिल हो रही है। यह पहली बार होगा जब एयरफोर्स कई देशों की एयरफोर्स के फाइटर एयरक्राफ्ट को शामिल करते हुए एक साथ एक्सरसाइज को होस्ट करेगा।