आने वाले समय में अब जम्मू कश्मीर में 10 साल बाद विधानसभा चुनाव होने वाले हैं! लंबी प्रतीक्षा के बाद जम्मू-कश्मीर में विधानसभा चुनाव का ऐलान हो गया। चुनाव आयोग ने बताया कि जम्मू-कश्मीर में चुनाव प्रक्रिया 4 अक्टूबर तक पूरी कर ली जाएगी। शुक्रवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने जम्मू-कश्मीर चुनाव के बारे में डिटेल जानकारी दी। निर्वाचन आयोग के अनुसार, पहले चरण में 18 सितंबर को वोट डाले जाएंगे। दूसरे चरण की वोटिंग 25 सितंबर को होगी। एक अक्टूबर को तीसरे चरण का मतदान होगा। इसके साथ ही केंद्रशासित प्रदेश में आचार संहिता लागू हो गई। चीफ इलेक्शन कमिश्नर राजीव कुमार ने बताया कि लोकसभा चुनाव 2024 सबसे बड़ी चुनावी प्रक्रिया सफलतापूर्वक शांतिपूर्ण तरीके से पूरी हुई। चुनाव आयोग ने कई रेकॉर्डस बनाए। उन्होंने कहा कि निर्वाचन आयोग के दौरे में जम्मू कश्मीर में लोगों और राजनीतिक दलों से बात की गई तो उनके उत्साह का पता चला। लोग चुनाव के लिए लालायित हैं। मुख्य चुनाव आयुक्त ने कहा कि कश्मीर में 47 और जम्मू में 43 विधानसभा सीटों के लिए अलग-अलग तीन चरणों में वोट डाले जाएंगे।
राजीव कुमार ने बताया कि लोकसभा चुनाव के दौरान कश्मीर वैली में 51 फीसदी वोटिंग हुई थी। विधानसभा चुनाव की घोषणा के लिए मौसम के ठीक होने का इंतजार किया गया। केंद्र शासित प्रदेश की 90 विधानसभा सीटों में 74 जनरल, एससी 7 और एसटी की 9 सीटें हैं।लंबी कतारों में छिपी हैं बदलते सूरतेहाल यानी जम्हूरियत की कहानी, रोशन उम्मीदें खुद करेंगी गोया अपनी तकदीरें बयानी। जम्हूरियत के जश्न में आपकी शिरकत, दुनिया देखेगी नापाक इरादों के शिकस्त की कहानी।यही नहीं हरियाणा मल्टी स्टोरी इमारतों में पोलिंग बूथ होंगे। चुनाव के लिए सभी में ललक दिखी। सीसीटीवी से पोलिंग बूथ की निगरानी की जाएगी। मुख्य निर्वाचन आयुक्त राजीव कुमार ने बताया कि हम जम्मू-कश्मीर और हरियाणा में चुनाव तारीखों का ऐलान करने जा रहे। ‘ जम्मू-कश्मीर में 87.09 लाख वोटर हैं, जिनमें 3.17 लाख नए वोटर हैं। मतदान के लिए कुल 11838 पोलिंग बूथ बनाए जाएंगे। सीसीटीवी से चुनाव प्रक्रिया की निगरानी की जाएगी। चुनाव आयुक्त ने बताया कि सभी उम्मीदवारों को बराबर सुरक्षा दी जाएगी।
जम्मू-कश्मीर में केंद्र सरकार ने आर्टिकल 370 हटा दिया था। इसके बाद से यहां विधानसभा चुनाव करवाए जाने थे। मामला सुप्रीम कोर्ट तक पहुंचा था। सुप्रीम कोर्ट ने चुनाव आयोग को जम्मू कश्मीर में 30 सितंबर तक चुनाव प्रक्रिया संपन्न कराने का आदेश दिया था। परिसीमन के बार प्रदेश में विधानसभा की सीट 83 से बढ़कर 90 हो गई है, जिनमें पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर को आवंटित सीट शामिल नहीं हैं। जम्मू कश्मीर में पिछला विधानसभा चुनाव 2014 में पांच चरणों में हुआ था , तब लद्दाख उसका हिस्सा था। विधानसभा चुनाव की घोषणा से पहले जम्मू-कश्मीर सरकार ने 24 आईपीएस अधिकारियों और 4 जिला प्रमुखों का ट्रांसफर कर दिया है।
बता दे सीईसी राजीव कुमार ने कहा कि हरियाणा में भी असेंबली चुनाव की तारीखों का ऐलान होने जा रहा। चुनाव आयोग ने बताया कि हरियाणा में 90 विधानसभा सीटें हैं। इनमें 73 सामान्य हैं। राज्य में 2 करोड़ से ज्यादा वोटर जिनमें 85 लाख नए वोटर। 20629 पोलिंग स्टेशन हैं। हरियाणा मल्टी स्टोरी इमारतों में पोलिंग बूथ होंगे। चुनाव के लिए सभी में ललक दिखी। सीसीटीवी से पोलिंग बूथ की निगरानी की जाएगी। मुख्य निर्वाचन आयुक्त राजीव कुमार ने बताया कि हम जम्मू-कश्मीर और हरियाणा में चुनाव तारीखों का ऐलान करने जा रहे। इस दौरान उन्होंने एक शायरी भी सुनाई। उन्होंने कहा, ‘लंबी कतारों में छिपी हैं बदलते सूरतेहाल यानी जम्हूरियत की कहानी, रोशन उम्मीदें खुद करेंगी गोया अपनी तकदीरें बयानी। जम्हूरियत के जश्न में आपकी शिरकत, दुनिया देखेगी नापाक इरादों के शिकस्त की कहानी।’
सीईसी राजीव कुमार ने बताया कि जम्मू कश्मीर में 11838 मतदान केंद्र। हर केंद्र पर औसतन 735 वोटर। बता दें कि निर्वाचन आयोग के दौरे में जम्मू कश्मीर में लोगों और राजनीतिक दलों से बात की गई तो उनके उत्साह का पता चला। लोग चुनाव के लिए लालायित हैं। मुख्य चुनाव आयुक्त ने कहा कि कश्मीर में 47 और जम्मू में 43 विधानसभा सीटों के लिए अलग-अलग तीन चरणों में वोट डाले जाएंगे। बता दें कि जम्मू-कश्मीर में केंद्र सरकार ने आर्टिकल 370 हटा दिया था। इसके बाद से यहां विधानसभा चुनाव करवाए जाने थे। मामला सुप्रीम कोर्ट तक पहुंचा था। सुप्रीम कोर्ट ने चुनाव आयोग को जम्मू कश्मीर में 30 सितंबर तक चुनाव प्रक्रिया संपन्न कराने का आदेश दिया था। महिलाओं और दिव्यांग के लिए विशेष व्यवस्था रहेगी। 360 मॉडल पोलिंग स्टेशन बनाए जाएंगे। 19 अगस्त को अमरनाथ यात्रा खत्म हो रही, 20 अगस्त को अंतिम मतदाता सूची प्रकाशित हो जाएगी।