नई दिल्ली। भाषा को लेकर साउथ एक्टर किच्चा सुदीप और बॉलीवुड एक्टर अजय देवगन के बीच शुरू हुए विवाद में मनोरंजन जगत के सितारों से लेकर राजनेताओं तक ने अपनी राय रखी। दोनों अभिनेताओं के बीच ट्विटर पर शुरू हुए इस विवाद की आग पूरे देश में फैल गई थी। वहीं, प्रधानमंत्री के भाषा विवाद पर आए बयान ‘सभी भारतीय भाषाएं भारतीयता की आत्मा है’ पर किच्चा सुदीप ने अपनी बात रखी है।
एक इंटरव्यू के दौरान किच्चा सुदीप ने अजय देवगन के साथ ट्विटर पर हुई बहस को लेकर बात की। किच्चा सुदीप ने कहा, ‘मुझे लगता है कि हम दो व्यक्ति हैं जो इस उद्योग को देख रहे हैं। उन्होंने मुझसे कहीं ज्यादा देखा है। हम काले और सफेद के बारे में बात कर रहे थे, और हम ग्रे के साथ समझौता नहीं करना चाहते थे। आपने देखा होगा कि लोगों ने इस विशेष पर अपनी राय रखी, लेकिन किसी ने भी हमें टैग नहीं किया। वे सिर्फ विषय चाहते थे। उन्होंने इसे राजनीतिक रूप दे दिया।
इसके आगे उन्होंने कहा कि अजय सर के पास मेरे लिए सवाल था जो हिंदी में आया। मैंने अंग्रेजी में जवाब दिया ताकि हर कोई समझ सके कि मैं क्या कहना चाह रहा हूं। मुझे लगता है कि उन्हें पूरी बात की एक अलग व्याख्या मिली थी। मैं किसी को भड़काना या अहंकारी होना चाहता, तो पहले ही ट्वीट से हो गया होता।
मुझे तीसरे ट्वीट तक इंतजार नहीं करना पड़ता। लेकिन अगर मैं कन्नड़ में ट्वीट करता तो क्या होता। हम दोनों ही मुद्दे को समझ गए थे और शांत हो गए थे, लेकिन बाकी जो कुछ भी हो रहा था, वह राजनीतिक था। हमारे बीच बात खत्म हो गई थी। बाद में जो भी हुआ हम उसमें शामिल नहीं थे।
उन्होंने आगे कहा, ‘आखिरकार जब प्रधानमंत्री ने इस पर अपना बयान दिया, तब मैंने वापस बोलने का फैसला किया क्योंकि मुझे लगता है कि यह अद्भुत था। मैंने एक नागरिक के रूप में बात की, मैंने एक कन्नड़ के रूप में भी बात की, चाहे मैं यहां बैठा हूं, मुझे लगता है कि मैं सभी की ओर से बात कर रहा हूं। आपकी मातृभाषा जो भी हो, आप जो कुछ भी लेकर पैदा हुए हैं वह हमेशा आपके करीब है।
इसका मतलब यह नहीं है कि हम दूसरी भाषाओं का अनादर करते हैं, हम हर भाषा का सम्मान करते हैं। मुझे खुशी है कि एक विषय जिसे मैंने कुछ समय के लिए शुरू किया था, उसे देश प्रधानमंत्री ने इतने सुंदर तरीके से समाप्त किया और मैं उसका स्वागत करता हूं।’ खैर सोशल मीडिया पर तो हर कोई इसको लेकर अपनी प्रतिक्रिया दे रहा है।