शिक्षा जीवन की आधारभूत शिला है या यूं कहें कि शिक्षा सबसे शक्तिशाली हथियार है जिसका उपयोग अब दुनिया बदलने के लिए कर सकते हैं। ठीक इसी प्रकार दिल्ली सरकार ने दिल्ली की शिक्षा व्यवस्था को उत्तम से उत्कृष्ट बनाया है। दिल्ली सरकार ने शिक्षा विभाग में शिक्षा से संबंधित हर क्षेत्र में परिवर्तन किए हैं जो हमेशा से सराहनीय रहे हैं। दिल्ली के सरकारी स्कूलों को इस तरह से बेहतर बनाए हैं कि वह प्राइवेट स्कूलों को भी पछाड़ रहे हैं। उसमें चाहे स्मार्ट क्लासेस के बात हो या स्कूल के इंफ्रास्ट्रक्चर के। ठीक इसी प्रकार कल केजरीवाल ने एक बहुत बड़ा ऐलान किया जो बेहद सराहनीय है। Cवर्चुअल स्कूल में देश का कोई भी बच्चा देश के किसी भी कोने से शिक्षा प्राप्त कर सकता है अर्थात इस स्कूल के द्वार सभी बच्चों के लिए बराबरी से खुले हुए हैं। इस मौके पर मुख्यमंत्री ने कहा कि कई लड़कियों को माता-पिता पढ़ाते नहीं है। ऐसे में लड़कियां घर बैठे शिक्षा ले सकेंगी। कोरोना काल में वर्चुअल क्लासेस होती थी वहीं से प्रेरणा लेकर स्कूल शुरू किया जा रहा है।
क्या है वर्चुअल स्कूल
वर्चुअल स्कूल एक ऐसा स्कूल जहां आपको फिजिकल स्कूल मैं आकर पढ़ने की आवश्यकता नहीं होगी। आप अपने घर बैठे इंटरनेट के माध्यम से वर्चुअल स्कूल से शिक्षा प्राप्त कर सकते हैं। इस वर्चुअल स्कूल में क्लासेस पूरी तरह से ऑनलाइन होंगे। सभी विद्यार्थी अपने घर से ही अपनी कक्षा की पूरी पढ़ाई कर सकेंगे। देश के कोने-कोने के छात्र इस स्कूल से जुड़ सकते हैं। यह दिल्ली का पहला वर्चुअल स्कूल होगा। इस स्कूल में नौवीं से 12वीं तक की ऑनलाइन पढ़ाई होगी तथा 13 से 18 साल का कोई भी विद्यार्थी इस स्कूल में दाखिला ले सकेगा। 2022 -23 सेशन के लिए नवी क्लास में दाखिले होंगे। इस वर्चुअल स्कूल में विद्यार्थियों को हर सुविधाएं प्रदान की जाएंगी। विद्यार्थियों को ऑनलाइन लाइब्रेरी, प्रैक्टिकल, एसेसमेंट और रिकॉर्डिंग क्लासेस भी उपलब्ध कराई जाएंगी तथा पाठ्य सामग्री भी मुहैया कराई जाएगी।
वर्चुअल स्कूल में क्या-क्या सुविधाएं होंगी?
दिल्ली सरकार द्वारा शुरू किए गए इस वर्चुअल स्कूल में छात्रों को आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी। ऑनलाइन क्लासेज वाली स्कूल में एक डिजिटल लाइब्रेरी भी होगी ।क्लासेस रिकॉर्ड की जाएंगी जिससे वेब डिजाइनिंग क्लास नहीं पढ़ सकते वही स्टूडेंट जब भी फ्री होंगे वे अपनी क्लास देख सकेंगे। रिकॉर्डिंड क्लासेस को बच्चे 24 घंटे में कभी भी देख सकेंगे। भर चली स्कूल में आपको 6 सब्जेक्ट पढ़ाए जाएंगे। जिसमें इंग्लिश, हिंदी, मैथमेटिक्स, साइंस, सोशल साइंस और कंप्यूटर साइंस जैसे सब्जेक्ट उपलब्ध होंगे। वर्चुअल स्कूल में पढ़ रहे छात्रों के लिए प्रैक्टिकल क्लास भी ऑनलाइन होगी। ऑनलाइन स्कूलिंग प्लेटफार्म में वर्चुअल ऐप के जरिए वे प्रैक्टिकल करेंगे। फिजिकल स्कूलों की तरह इस ऑनलाइन स्कूल में भी विद्यार्थियों के लिए हिंदी और इंग्लिश मीडियम की भाषा उपलब्ध होगी। सबसे महत्वपूर्ण कि बच्चों को किसी भी वर्चुअल क्लास से जुड़ने की आजादी रहेगी कोर्स एडमिशन और क्लासेस की पूरी जानकारी जल्दी ऐडमिशन पोर्टल पर जारी की जाएगी।
ऑनलाइन स्कूल के लिए ऑनलाइन आवेदन
वर्चुअल स्कूल में पहले सेशन के लिए नवी क्लास के लिए आवेदन बुधवार से शुरू किए जा चुके हैं। जो छात्र वर्चुअल स्कूल में एडमिशन पाना चाहते है। वे www.dmvs.ac.in पर विजिट कर अप्लाई कर सकते हैं। देशभर के किसी भी राज्य के बच्चे स्कूल में एडमिशन ले सकेंगे। ऑनलाइन एडमिशन पोर्टल लाइव किया जाएगा। क्लास नौवीं से बारहवीं तक के लिए दिल्ली मॉडल वर्चुअल स्कूल में दाखिले शुरू हो चुके हैं। अकादमिक सत्र में क्लास 9 के लिए ऑनलाइन दाखिले वर्चुअल स्कूल की साइट पर जाकर अप्लाई कर सकते हैं। अप्लाई करने की आखिरी तारीख 4 सितंबर है।
किसने किया वर्चुअल स्कूल का निर्माण?
आप सरकार द्वारा शुरू किए गए वर्चुअल स्कूल का निर्माण या स्कूलिंग प्लेटफार्म को गूगल और स्कूल नेट इंडिया ने बनाया है। इसके लिए हर स्टूडेंट को आईडी और पासवर्ड दिया जाएगा जिससे वह स्कूलिंग प्लेटफार्म पर लॉगिन करेंगे। लॉग इन करने के बाद स्टूडेंट लाइव क्लासेज में शामिल हो सकेंगे और रिकॉर्ड की गई क्लासेस को देख सकेंगे और ट्यूटोरियल्स, सप्लीमेंट्री, लर्निंग मटेरियल भी प्राप्त कर सकते हैं। वर्चुअल स्कूल में पढ़ रहे बच्चों को ऑनलाइन एसेसमेंट भी दिया जाएगा। जैसा कि हमने आपको बताया कि स्कूल में एक बड़ी डिजिटल लाइब्रेरी होगी जिससे स्टूडेंट किसी भी समय कंटेंट ले सकता है। स्कूल में पढ़ाने के लिए दिल्ली के सरकारी स्कूल के शिक्षकों को चुनकर विशेष तौर पर तैयार किया गया है। स्कूलिंग प्लेटफार्म में स्टूडेंट के अटेंडेंस ट्रैक करने का भी सिस्टम उपलब्ध होगा।
दिल्ली में आयोजित की जाएंगी परीक्षाएं?
फिजिकल स्कूल की तरह ही वर्चुअल स्कूल की परीक्षाएं भी साल में दो बार होंगी। देश के किसी भी कोने के विद्यार्थी वर्चुअल स्कूल का हिस्सा बन सकते हैं।परंतु मगर उन्हें परीक्षा देने के लिए दिल्ली आना होगा। दिल्ली के सरकारी स्कूल में कंप्यूटर बेस्ड एग्जाम रखे जाएंगे। 2 टर्म एंड एग्जाम होंगे और बीच-बीच में योग्यता आधारित आकलन भी होगा। साथ ही अगर स्टूडेंट किसी कंसेप्ट ईयर सिलेबस के कुछ हिस्से पर खुद को चेक करना चाहते हैं। तो वह ऑनलाइन एसेसमेंट के लिए अप्लाई कर सकते हैं। इस ऑनलाइन स्कूल के लिए स्टूडेंट से कोई फीस नहीं ली जाएगी इस में पढ़ने वाले विद्यार्थी मुफ्त में शिक्षा प्राप्त कर सकते हैं। स्कूल दिल्ली बोर्ड ऑफ स्कूल एजुकेशन से मान्यता प्राप्त है। इसके सर्टिफिकेट की मान्यता बाकी बोर्ड की तरह होगी। 12वीं के बाद आगे की पढ़ाई के लिए सभी यूनिवर्सिटी इंस्टिट्यूट में स्कूल के सर्टिफिकेट को माना जाएगा।