Friday, November 22, 2024
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आखिर देश के किन-किन कोनों से आ रहे हैं पेपर लीक के मामलें?

आज हम आपको बताएंगे कि देश के किन-किन कोनों से पेपर लीक के मामले आ रहे हैं! नीट-यूजी पेपर लीक मामले में सीबीआई की जांच पटना एम्स के बाद झारखंड रांची के राजेंद्र इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज (RIMS) तक भी पहुंच गई है। गुरुवार को पटना एम्स से चार मेडिकल स्टूडेंट की गिरफ्तारी के बाद रिम्स से एमबीबीएस कर रही एक अन्य मेडिकल स्टूडेंट को भी गिरफ्तार किया गया है। इन सभी से लाखों रुपये देने के नाम पर पेपर सॉल्व कराया गया था। इन सभी से हजारीबाग में एक गेस्ट हाउस में ले जाकर 5 मई को हुआ नीट पेपर सॉल्व कराया गया था। मामले में हजारीबाग से सुरेंद्र शर्मा नाम के एक और आरोपी को गिरफ्तार किया गया है। सीबीआई के एक अधिकारी ने बताया कि नीट मामले में सीबीआई ने अभी तक अपने स्तर पर 20 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। इसे गुरूवार को कोर्ट में पेश कर चार दिन की रिमांड पर लिया गया है। इसके ऊपर आरोप है कि इसने 5 मई की तड़के आरोपी पंकज की पेपर सॉल्व कराने में मदद की थी।आरोपियों के पकड़े जाने का सिलसिला लगातार जारी है। जबकि बिहार, गुजरात और अन्य राज्य पुलिस ने इस मामले में 57 आरोपियों को गिरफ्तार किया था। सीबीआई ने बताया कि ताजा गिरफ्तारियों में रिम्स रांची से एमबीबीएस की सेकंड ईयर की सुरभि कुमारी नाम की छात्रा को गिरफ्तार किया गया है।

गुरुवार को आरोपी छात्रा से इंस्टीट्यूट के डीन की मदद से गर्ल हॉस्टल से बुलाकर पूछताछ की गई थी। बाद में मामले में लिंक जुड़ने पर छात्रा को गिरफ्तार कर लिया गया। आरोपी आरा की रहने वाली बताई गई है। यह भी बताया गया है कि अपने बैच में आरोपी छात्रा एआईआर-60 के अंदर रही थी।

सूत्रों ने बताया कि एमबीबीएस स्टूडेंट सुरभि के अलावा गुरुवार को एम्स पटना से पकड़े गए एमबीबीएस के चार छात्र करन जैन, कुमार सानू, राहुल आनंद और चंदन सिंह ने मामले में 16 जुलाई को पकड़े गए सिविल इंजीनियर पंकज कुमार सिंह उर्फ आदित्य और हजारीबाग में गेस्ट हाउस का संचालक बताए जाने वाले गिरफ्तार आरोपी राजू सिंह के लिए काम किया था। सूत्रों का कहना है कि सभी पांचो मेडिकल स्टूडेंट पहले से ही आरोपी पंकज के संपर्क में थे। फिर जैसे ही 4 मई की देर शाम पंकज नीट का पेपर लीक करने में कामयाब हुआ। वैसे ही इन सभी से कांटेक्ट कर इन्हें हजारीबाग स्थित आरोपी राजू सिंह के गेस्ट हाउस में बुलाया गया। जहां इनसे पेपर सॉल्व कराया गया। जिसका फायदा 5 मई को पेपर देने वाले कई छात्रों को पहुंचाया गया।

अभी इस मामले में यह जांच भी की जा रही है कि क्या कुछ मेडिकल स्टूडेंट ऐसे तो हायर नहीं किए गए थे। जिन्हें पेपर देने के लिए असली कैंडिडेट की जगह ही बैठा दिया गया हो। मामले में अभी कुछ और मेडिकल स्टूडेंट समेत अन्य लोग गिरफ्तार किए जा सकते हैं। सीबीआई ने बताया कि मामले में गिरफ्तार एक और आरोपी सुरेंद्र शर्मा को हजारीबाग से पकड़ा गया है। इसे गुरूवार को कोर्ट में पेश कर चार दिन की रिमांड पर लिया गया है। इसके ऊपर आरोप है कि इसने 5 मई की तड़के आरोपी पंकज की पेपर सॉल्व कराने में मदद की थी।

इस मामले में सीबीआई का सारा फोकस अभी पटना और हजारीबाग में पेपर लीक होने पर ही है। मामले में गोधरा, लातूर और राजस्थान मॉडयूल में पेपर लीक के लिंक नहीं मिल रहे हैं। बिहार पुलिस यह पहले ही कह चुकी है कि नीट का पेपर 4 मई को ही लीक हो गया था। लेकिन फिलहाल आधिकारिक रूप से सीबीआई इसकी पुष्टि नहीं कर रही है। लेकिन डिजिटल युग में इस बात की आशंका बेहद कम ही है कि कुछ घंटे पहले भी हुआ पेपर लीक पटना और हजारीबाग तक ही सीमित रह गया हो।आरोपियों के पकड़े जाने का सिलसिला लगातार जारी है। जबकि बिहार, गुजरात और अन्य राज्य पुलिस ने इस मामले में 57 आरोपियों को गिरफ्तार किया था। सीबीआई ने बताया कि ताजा गिरफ्तारियों में रिम्स रांची से एमबीबीएस की सेकंड ईयर की सुरभि कुमारी नाम की छात्रा को गिरफ्तार किया गया है। मामले में सूत्रों का यह भी कहना है कि एनटीए ने नीट रिजल्ट को 14 जून तक आने की बात कही थी। लेकिन जिस तरह से अचानक लोकसभा चुनाव के रिजल्ट वाले दिन 4 जून को ही नीट एग्जाम का परिणाम घोषित कर दिया गया। यह भी समझ से परे है।

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