आखिर मुंबई की HR मैनेजर कैसे बनी लुटेरी क्वीन?

0
211

आज हम आपको बताएंगे कि मुंबई की HR मैनेजर लुटेरी क्वीन कैसे बन गई! कोविड का वो दौर जब हर कोई मुश्किल में था तो कई लोग दूसरों की मदद के लिए आगे आए थे। मुंबई में एक नामी गिरामी कंपनी की HR मैनेजर भी तब एक मिसाल के तौर पर अपने कंपनी में उभरी थी। लोगों की मदद के साथ-साथ कंपनी के लिए लड़की ने जमकर काम किया था। छोटी सी उम्र में ये लड़की ने एक अलग पहचान बना ली थी, लेकिन ये उसकी हकीकत नहीं थी। मुंबई की HR मैनेजर की कड़वी हकीकत अब जब सामने आई है तो सबके होश उड़ गए हैं। रजनी शर्मा की कहानी बड़ी खतरनाक है। रजनी ने साल 2018 में मुंबई के एक बड़े गारमेंट ग्रुप को एचआर मैनेजर के रूप में ज्वाइन किया। इस ग्रुप की 5 कंपनियां मुंबई में ही काम कर रही हैं। ये सभी कंपनियों की एचआर मैनेजर थी। रजनी अपना काम बखूबी करने लगी। तभी कोविड का दौर आया। इस दौरान रजनी ने अपने आप को कंपनी में साबित किया। कंपनी के मालिक तक भी रजनी के काम चर्चाएं होने लगी और फिर रजनी को प्रमोट कर दिया गया। वो अपनी पहचान कंपनी की बेस्ट इम्यॉयी के रूप में बना चुकी थी, या यूं कहे कि रजनी ने अपने मेहनत की बदौलत कंपनी के मालिक मेहुल सांघवी को शीशी में उतार लिया।

मेहुल सांघवी रजनी के काम पर आंख बंद करके भरोसा करने लगे। कोविड के समय पर ही अकाउंट डिपार्टमेंट के हेड ने नौकरी छोड़ दी। अब अकाउंट डिपार्टमेंट भी रजनी के हाथ में था। मेहुल सांघवी ने रजनी को कंपनी के सारे बैंक अकाउंट्स की डिटेल्स दी हुई थीं। मेहुल के न होने पर रजनी ने पैसों के लेन-देन का सारा काम देखती थी। मेहुल सांघवी को रजनी पर इतना भरोसा था कि कंपनी अकाउंट के पासवर्ड तक उसे पता थे। कई सालों तक ऐसे ही चलता रहा। इस एचआर मैनेजर के हर काम पर कंपनी के मालिक आंख बंद करके भरोसा करते रहे, लेकिन इसी साल इनकम टैक्स रिटर्न भरने के वक्त कंपनी के एक दूसरी कर्मचारी को अकाउंट्स में कुछ संदिग्ध ट्रांजेक्शन दिखीं। उस शख्स ने कंपनी के मालिक को इस बात की जानकारी दी। इसके बाद कंपनी के खातों की जांच शुरू हुई तो हर कोई हैरान रह गया।

रजनी ने 31 लाख रुपये की इसी साल हेराफेरी की हुई थी। रजनी ने कंपनी अकाउंट से 31 लाख रुपये अपने और अपनी मां के ज्वाइंट अकाउंट में ट्रांसफर कर चुकी थी। 31 लाख की हेराफेरी सामने आई तो मेहुल सांघवी दंग रह गए। जिस HR मैनेजर पर उन्होंने आंख बंद करके भरोसा किया था दरअसल वो उन्हें लूट रही थी। यहां तक की कोविड के वक्त भी इस लड़की ने अकाउंट में हेराफेरी की थी। माना जा रहा है कि ये शुरू से ही कंपनी के अकाउंट से पैसा निकाल रही थी। एचआर मैनेजर रजनी शर्मा के खिलाफ एफआईआर दर्ज करवाई गई और अब इस लड़की को गिरफ्तार कर लिया गया है। सोचिए जो लड़की तीन साल पहले कोविड के टाइम पर सबके सामने मिसाल बनी वो किस तरह कंपनी को लूट रही थी।

यहि नहीं इन कॉल सेंटर में करीब 40 लोग काम पर लगे हुए थे। इनका काम था डार्क वेब की मदद से अमेरिकी नागरिकों का पता लगना। उनसे जुड़ी पूरी जानकारी हासिल करना, उनके बैंक अकाउंट के नंबर निकालना। जब इन कॉलसेंटर्स में छापेमारी हुई तो यहां पर ऐसे ही कई अमेरिकी नागरिकों के डाटा मौजूद थे। करीब 50 हजार विदेशी नागरिक इन लोगों की रडार पर थे।सभी कंपनियों की एचआर मैनेजर थी। रजनी अपना काम बखूबी करने लगी। तभी कोविड का दौर आया। इस दौरान रजनी ने अपने आप को कंपनी में साबित किया। कंपनी के मालिक तक भी रजनी के काम चर्चाएं होने लगी और फिर रजनी को प्रमोट कर दिया गया। वो अपनी पहचान कंपनी की बेस्ट इम्यॉयी के रूप में बना चुकी थी, या यूं कहे कि रजनी ने अपने मेहनत की बदौलत कंपनी के मालिक मेहुल सांघवी को शीशी में उतार लिया। न्यूयॉर्क, न्यू जर्सी, कैलिफोर्निया के कई लोगों के साथ पहले ही ठगी की जा चुकी थी।लोग पहले डेटा इकट्ठा करते और फिर इस डेटा की मदद से उन्हें फोन करके ट्रैप किया जाता। ट्रैप करने के बाद पैसे की मांग होती और ये पैसा फिर हॉन्कॉन्ग के बैंक अकाउंट्स में ट्रांसफर किया जाता। करीब 4 साल से इसी तरह से काम चल रहा था। न सिर्फ नोएडा बल्कि गाजियाबाद में भी इस तरह के कॉल सेंटर ऑपरेट हो रहे थे। ताजा रेड में आरोपियों के पास 8 लग्जरी कारें, 23 लैपटॉप, 36 मोबाइल फोन, 4 लाख की नगदी और विदेशी करंसी भी बरामद हुई है।