आखिर आईपीओ से कैसे पैसे कम आती है कंपनियां?

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वर्तमान में आईपीओ से कंपनियों ने कई गुना अधिक पैसे कमाए हैं! शेयर बाजार में साल 2022 में कई कंपनियां अपने आईपीओ लेकर आई हैं। इनमें से कई आईपीओ ऐसे रहे जिन्होंने निवेशकों को बंपर रिटर्न दिया। इनमें रुपये लगाने वाले निवेशक मालामाल हो गए। वहीं बहुत से आईपीओ ऐसे भी रहे जिनमें निवेशकों को बड़ा नुकसान उठाना पड़ा। हालांकि इस साल जितने भी आईपीओ आए उनमें से निवेशकों को ज्यादातर में मुनाफा ही हुआ है। कुछ आईपीओ में ही निवेशकों को नुकसान उठाना पड़ा था। अभी साल का आखिरी महीना चल रहा है। इस दौरान भी कई कंपनियों के आईपीओ आ रहे हैं। अभी कुछ और कंपनियों के आईपीओ भी आने वाले हैं। आइए आपको बताते हैं साल 2022 में जनवरी से दिसंबर तक कितनी कंपनियों के आईपीओ आए और इनमें से कितने नुकसान और फायदे में रहे। आंकड़ों की बात करें तो इस साल जनवरी से अब तक कुल 37 कंपनियां 58,500 करोड़ रुपये से अधिक जुटाने के लिए IPO लेकर आई हैं। इनमें से अभी तक 33 कंपनियां स्टॉक एक्सचेंजों पर लिस्टेड हैं, जिसमें से 25 कंपनियां अपने इश्यू प्राइस से ऊपर कारोबार कर रही हैं। मनी कंट्रोल की रिपोर्ट के मुताबिक, इस साल के अंत तक तीन कंपनियां जिनमें एबंस होल्डिंग्स, लैंडमार्क कार्स और केफिन टेक्नोलॉजीज शामिल हैं। यह एक्सचेंजों पर लिस्टेड होंगी। इस साल अडानी विल्मर (Adani Wilmar) अपने इश्यू प्राइस से 174 प्रतिशत से अधिक की बढ़त के साथ शीर्ष प्रदर्शन करने वाला आईपीओ था। इसके बाद हरिओम पाइप इंडस्ट्रीज, वेरंडा लर्निंग सॉल्यूशंस और वीनस पाइप्स एंड ट्यूब थे, जो अपने इश्यू प्राइस से 100 प्रतिशत से अधिक उछल गए।

निवेशकों को निराश करने वालों में भी इस साल कई आईपीओ शामिल हैं। इसमें AGS Transact Technologies में 59.7 प्रतिशत की गिरावट आई है। जबकि Uma Exports, Life Insurance Corp और Delhivery में 24 प्रतिशत से अधिक की गिरावट आई। आईनॉक्स ग्रीन एनर्जी सर्विसेज, यूनिपार्ट्स इंडिया और कीस्टोन रियल्टर्स लिमिटेड अपने इश्यू प्राइस से मामूली रूप से नीचे थे। कल ही सुला विनयार्ड्स का आईपीओ लिस्ट हुआ, लेकिन इश्यू प्राइस से नीचे। कई ऐसे आईपीओ भी थे जिनमें निवेशकों को बड़ा मुनाफा होने की उम्मीद थी, लेकिन इसमें निवेशकों को नुकसान उठाना पड़ा। इस साल भारतीय जीवन बीमा निगम LIC का आईपीओ काफी चर्चा में रहा था। आईपीओ LIC IPO में निवेश के लिए पालिसी धारकों को डिस्काउंट तक दिया गया था। इसका लिस्टिंग प्राइस 949 रुपये था, लेकिन करीब 9 प्रतिशत के डिस्काउंट के साथ यह शेयर 867.2 पर लिस्ट हुआ था। इसके बाद से यह शेयर नुकसान दिखा रहा है। करीब 35 प्रतिशत गिरकर यह शेयर 671.65 तक लुढ़क चुका है। इसके अलावा रुचि सोया के एफपीओ और कैम्पस शूज के आईपीओ ने भी काफी सुर्खियां बटोरी थीं। निवेशकों ने अमेजन और फ्लिपकार्ट जैसी कंपनियों को डिलिवरी सेवा देने वाली कंपनी Delhivery में भी रुचि नहीं दिखाई और यह शेयर आईपीओ लिस्ट होने के बाद से 24 फीसदी लुढ़क चुका है। इसके अलावा TMB में 5 फीसदी और Tracxn टेक्नोलॉजी में 14 फीसदी का निगेटिव रिटर्न दिखाई दिया है। 22 दिसंबर 2022 को लिस्ट हुए देश की सबसे बड़ी कंपनी सुला विनयार्ड्स लिमिटेड के शेयर में भी निवेशकों को नुकसान उठाना पड़ा। पॉजिटिव लिस्टिंग के बाद कंपनी के शेयर 5 फीसदी तक गिर गए थे।

साल 2022 में चार कंपनियां ऐसी हैं जिनके आईपीओ में रुपये लगाने वाले निवेशक मालामाल हुए हैं। इसमें वेरंदा लर्न, वीनस पाइप्स, अदानी विल्मर और रुचि सोया शामिल हैं। इसके अलावा रुचि सोया के एफपीओ और कैम्पस शूज के आईपीओ ने भी काफी सुर्खियां बटोरी थीं। निवेशकों ने अमेजन और फ्लिपकार्ट जैसी कंपनियों को डिलिवरी सेवा देने वाली कंपनी Delhivery में भी रुचि नहीं दिखाई और यह शेयर आईपीओ लिस्ट होने के बाद से 24 फीसदी लुढ़क चुका है। इसके अलावा TMB में 5 फीसदी और Tracxn टेक्नोलॉजी में 14 फीसदी का निगेटिव रिटर्न दिखाई दिया है। 22 दिसंबर 2022 को लिस्ट हुए देश की सबसे बड़ी कंपनी सुला विनयार्ड्स लिमिटेड के शेयर में भी निवेशकों को नुकसान उठाना पड़ा। पॉजिटिव लिस्टिंग के बाद कंपनी के शेयर 5 फीसदी तक गिर गए थे।Veranda Learn और Venus Pipes ने निवेशकों को 131 फीसदी का रिटर्न दिया। वहीं रिटर्न देने के मामले में हिट रहे अदानी समूह के शेयर। इस साल बाजार में एंट्री लेने वाले Adani Wilmar के शेर ने 210 प्रतिशत का धमाकेदार रिटर्न दिया।

Ruchi Soya के निवेशकों को इस साल 117 फीसदी का रिटर्न मिला है। इसके अलावा साल 2022 में आए इलेक्ट्रॉनिक्स मार्ट के आईपीओ ने 52 फीसदी का रिटर्न दिया है। एथर इंडस्ट्री के निवेशकों को भी अब तक 50 फीसदी का रिटर्न मिल चुका है। वहीं हरिओम पाइप्स ने 77 फीसदी और वेदान्त फैशन ने 66 फीसदी का रिटर्न दिया है।