आखिर कितनी है प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पूरी संपत्ति जानिए?

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आज हम आपको प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पूरी संपत्ति बताने जा रहे हैं! तीसरी बार देश की कमान संभालने वाले प्रधानमंत्री मोदी आज 74 वर्ष के हो गए हैं। साफ-स्वच्छ राजनीतिक छवि वाले प्रधानमंत्री बड़े संघर्षों के बाद इस सबसे बड़े पद तक पहुंचे। खुद को चायवाला कहने वाले पीएम ने अपने शुरुआती जीवन की कठिनाइयों से पार पाकर पहले आरएसएस फिर भारतीय जनता पार्टी के अहम पदों पर, गुजरात के सीएम और बाद में देश की कमान संभाली। इस मुकाम तक पहुंचने के बाद पीएम मोदी की संपत्ति के बारे में जानने को उत्सुक रहते हैं। लोकसभा चुनाव 2024 में उन्होंने अपनी संपत्ति के बारे में पूरी जानकारी एक हलफनामे में दी थी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लोकसभा चुनाव 2024 के दौ रान चुनावी हलफनामे में अपनी कुल संपत्ति 3.02 करोड़ रुपये बताई है। प्रधानमंत्री की संपत्ति में चल संपत्ति और अचल संपत्ति दोनों शामिल हैं, साथ ही निवेश भी शामिल है। 2019 और 2014 में अपने घोषणाओं की तुलना में, पीएम मोदी की संपत्ति में वृद्धि हुई है। एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म द्वारा रिपोर्ट किए गए आंकड़ों के अनुसार, 2019 में उन्होंने 2.51 करोड़ रुपये की संपत्ति घोषित की थी, जबकि 2014 में यह 1.66 करोड़ रुपये थी।

पीएम मोदी के निवेश में 2.67 लाख रुपये का सोना शामिल है, जो चार सोने की अंगूठियों के रूप में रखा गया है। इसके अलावा, उन्होंने राष्ट्रीय बचत प्रमाण पत्र में 9.12 लाख रुपये का निवेश किया है। 2019 में 7.61 लाख से एनएससी में यह निवेश लगभग 2 लाख बढ़ गया है। इसके अलावा, प्रधानमंत्री के पास 2024 के हलफनामे के अनुसार, बैंक के सावधि जमा (एफडी) में 2.85 करोड़ रुपये हैं। हालांकि, यह उल्लेखनीय है कि प्रधानमंत्री मोदी के पास कोई भूमि या शेयर नहीं है, न ही उनके पास म्यूचुअल फंड में निवेश है। मोदी के पास 52,920 रुपये नकद हैं, जैसा कि उनकी ओर से दी गई जानकारी में बताया गया है।

पीएम ने जशोदाबेन को अपनी पत्नी के रूप में नामित किया था। मोदी ने घोषणा की है कि उनके पास गुजरात विश्वविद्यालय से एमए की डिग्री है। हलफनामे में कहा गया है कि वह दिल्ली विश्वविद्यालय (1978) से कला स्नातक हैं। हलफनामे में आगे बताया गया कि उन्होंने 1967 में गुजरात बोर्ड से एसएससी परीक्षा पास की थी। मोदी ने घोषणा की है कि उनके खिलाफ कोई आपराधिक मामला लंबित नहीं है और उन पर कोई सरकारी बकाया नहीं है। बता दें कि देश के सबसे सफल प्रधानमंत्रियों की लिस्ट में शुमार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज 74 वर्ष के हो गए हैं। इस खास मौके पर पीएम मोदी किसी बड़े आयोजन या केक कटिंग सेरेमनी जैसी चीजों से खुद को दूर ही रखते हैं। पीएम बनने के बाद वह अपने हर जन्मदिन पर या तो किसी योजना को लॉन्च करते हैं या देश के लोगों के साथ समय बिताते हैं। बीजेपी इस मौके पर सेवा पखवाड़ा शुरू करेगी तो वहीं राजस्थान के अजमेर शरीफ दरगाह में 4000 किलो शाकाहारी भोजन परोसा जाएगा। देश की जनता को पीएम मोदी के बारे में और जानने की दिलचस्पी होती है, जैसे उनकी सैलरी, मोबाइल नंबर आदि। आज हम आपको बताते हैं कि प्रधानमंत्री मोदी हर महीने कितनी सैलरी पाते हैं।

प्रधानमंत्री के पास काफी कार्यकारी अधिकार होने के अलावा, वे भारत सरकार के प्रमुख भी हैं। उन्हें भारत का राष्ट्रपति नियुक्त करता है और उन्हें संसद के दो सदनों में से किसी एक के सदस्य होने की आवश्यकता होती है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को प्रति माह 1.66 लाख रुपये वेतन के रूप में मिलते हैं। इसमें 45,000 रुपये का संसदीय भत्ता, 3,000 रुपये का व्यय भत्ता, 2,000 रुपये का दैनिक भत्ता और 50,000 रुपये का मूल वेतन शामिल है। बाकी चीजें हटा दें तो पीएम को केवल सैलरी के रूप में 50 हजार रूपये मिलते हैं।

प्रधानमंत्री के रूप में नरेंद्र मोदी को मिलने वाले सबसे बड़े फायदों में से एक उनका आवास है। पीएम मोदी दिल्ली में 7, लोक कल्याण मार्ग पर रहते हैं, जो देश की राजधानी सबसे अच्छे स्थानों में से एक है। इस आवास का कोई किराया या आवास लागत नहीं है। प्रधानमंत्री को एक विशेष लाभ भी मिलता है, जो है एयर इंडिया वन, जो उनका निजी और विशेष विमान है। जब प्रधानमंत्री मोदी दूसरे देशों का दौरा करते हैं, तब अक्सर उन्हें इस विमान में चढ़ते-उतरते देखा जाता है। भारतीय वायु सेना द्वारा संचालित, एयर इंडिया वन विमानों में स्व-सुरक्षा सूट और पूर्ण कार्यालय स्थान के साथ केबिन हैं।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी विशेष सुरक्षा समूह (SPG) सुरक्षा के हकदार हैं, जो एक ऐसी इकाई है जो केवल उनकी रक्षा के लिए समर्पित है। एसपीजी अधिकारी उच्च नेतृत्व गुणों, व्यावसायिकता और निकट सुरक्षा देने में दक्ष हैं। एसपीजी अधिकारियों को यह सुनिश्चित करने के लिए सर्वोच्च बलिदान देने के लिए प्रशिक्षित किया जाता है कि सरकार की ओर से संगठन को सौंपा गया पवित्र कार्य किसी भी कीमत पर पूरा हो।