Friday, May 2, 2025
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आखिर यह अविश्वास पात्र पर क्या बोले पीएम मोदी?

हाल ही में पीएम मोदी ने अविश्वास पत्र पर बयान दिया है! पीएम मोदी ने लोकसभा में अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान मणिपुर में फिर से शांति का सूरज उगने की उम्मीद जताई। पीएम मोदी ने 2 घंटे 10 मिनट के भाषण के दौरान 29 बार मणिपुर का जिक्र किया। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मणिपुर की स्थिति को लेकर कहा कि निकट भविष्य में इस प्रदेश में शांति का सूरज उगेगा और वह नए आत्मविश्वास के साथ आगे बढ़ेगा। उन्होंने लोकसभा में अविश्वास प्रस्ताव पर हुई चर्चा का जवाब देते हुए यह भी कहा कि मणिपुर में महिलाओं के खिलाफ अपराधों को अंजाम देने वालों को सजा दिलाने के लिए कोई कोर-कसर नहीं छोड़ी जाएगी। प्रधानमंत्री मोदी ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि उसने अतीत में ‘मां भारती’ की भुजाएं काट दी। उन्होंने कहा कि मणिपुर पर अदालत का एक फैसला आया। उसके पक्ष- विपक्ष में जो परिस्थितियां बनीं, हिंसा का दौर शुरू हो गया। कई लोगों ने अपने लोगों को खोया। महिलाओं के साथ गंभीर अपराध हुए। ये अपराध अक्षम्य हैं। दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा दिलवाने के लिए केंद्र और राज्य सरकार भरपूर प्रयास कर रही है। उन्होंने कहा, ”निकट भविष्य में शांति का सूरज जरूर उगेगा। मणिपुर फिर एक बार फिर शांति के साथ आगे बढ़ेगा।”

मोदी ने कहा कि वहां की माताओं-बहनों, बेटियों से कहना चाहता हूं कि देश आपके साथ है, यह सदन आपके साथ है, हम सब मिलकर इस चुनौती का समाधान निकालेंगे। वहां फिर से शांति की स्थापना होगी। उनका कहना था कि मणिपुर विकास के मार्ग पर तेज गति से आगे बढ़े, इसमें कोई कोर-कसर नहीं रखी जाएगी। उन्होंने कहा कि हमारे लिए पूर्वोत्तर हमारे जिगर का टुकड़ा है। प्रधानमंत्री मोदी ने राहुल गांधी के बयान का परोक्ष रूप से हवाला देते हुए कहा कि मां भारती के बारे में जो कहा गया है, उससे देश को ठेस पहुंची…क्या सत्ता सुख के बिना नहीं जी सकते। क्या भाषा बोल रहे हैं? पता नहीं, कुछ लोग भारत मां की मृत्यु की कामना कर रहे हैं। ये लोग कभी लोकतंत्र की हत्या की बात करते हैं, संविधान की हत्या की बात करते हैं। जो इनके मन में है, वही उनके कृत्य में सामने आ जाता है।

प्रधानमंत्री ने कहा कि विभाजन की विभीषिका सामने है। उन्होंने कहा कि मां भारती के तीन-तीन टुकड़े कर दिए गए। जब मां भारती की जंजीरों को तोड़ना था तो इन लोगों ने मां भारती की भुजाएं काट दीं। ये लोग किस मुंह से ऐसा बोलने की हिम्मत करते हैं, तुष्टीकरण की राजनीति के चलते वंदे मातरम गीत के टुकड़े कर दिए। मोदी ने कांग्रेस और विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा कि ये लोग भारत तेरे टुकड़े होंगे, कहने वालों को बढ़ावा देने के लिए पहुंच जाते हैं…सिलीगुड़ी गलियारा को अलग करने का सपना देने वालों का समर्थन करते हैं। उन्होंने कहा, ”कांग्रेस का इतिहास मां भारती को छिन्न-भिन्न करने का रहा है। प्रधानमंत्री ने कहा कि पूर्वोत्तर में समस्याओं की एकमात्र जननी कांग्रेस है।

यहि नहीं आपको बता दें कि विपक्ष ने मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल में भी अविश्वास प्रस्ताव लाया है। दो दिनों 8 अगस्त से इस प्रस्ताव पर चर्चा चल रही है। पक्ष-विपक्ष के सांसद लोकसभा में अपनी-अपनी बातें रख रहे हैं। आम जनता सबको सुन रही है और अपने-अपने विचार भी जाहिर कर रही है कि किसके भाषण में कितना दम था। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी के भाषण को लेकर एक बड़ा वर्ग बहुत मायूस है। उसका कहना है कि राहुल ने एक अच्छा अवसर खो दिया। उन्होंने भाषण की तैयारी बिल्कुल नहीं की थी।

खैर, अब सबकी नजर आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के होने वाले भाषण पर है। प्रधानमंत्री आज शाम करीब 4 बजे लोकसभा में अविश्वास प्रस्ताव पर हुई चर्चा का जवाब देंगे। उनके भाषण को लेकर तरह-तरह के कयास लगाए जा रहे हैं। वो क्या कहेंगे, किन-किन बातों पर जोर देंगे, यह तो देश सुनेगा ही, यही मौका है उनके पिछले भाषण को भी याद कर लें। 20 जुलाई, 2018 को अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा के जवाब में पीएम मोदी का पूरा भाषण यहां पीडीएफ फाइल में दिया गया है।प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पास मौका है, ऐसे ही तंज कसने का। विपक्ष पर हमले का। अपनी सरकार का बड़प्पन बताने का। और मोदी किसी भी मोर्चे पर चूक हैं, ऐसी आशंका शायद ही किसी को होगी। ऊपर जो शेर लिखा है, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विपक्ष के लाए अविश्वास प्रस्ताव पर हुई चर्चा के जवाब की शुरुआत में ही कहा था। 20 जुलाई, 2018 को पीएम लोकसभा में बोल रहे थे। तब उन्होंने सदन से अविश्वास प्रस्ताव को खारिज करने की अपील करते हुए कहा था, ‘वैसे मैं समझता हूं कि यह अच्छा मौका है कि हमें अपनी बात कहने का मौका तो मिल ही रहा है, लेकिन देश को यह भी चेहरा देखने को मिला है कि कैसी नकारात्मकता है, कैसा विकास के प्रति विरोध का भाव है।’

 

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