हाल ही में पाकिस्तान में स्वतंत्रता दिवस पर कई लोगों ने काले झंडे लहराए हैं! पाकिस्तान में बुधवार को स्वतंत्रता दिवस मनाया जा रहा है। देशभर में आजादी के जश्न के बीच खैबर पख्तूनख्वा प्रांत से कुछ ऐसी तस्वीरें और वीडियो सामने आए हैं, जो पाक की सत्ता में बैठे लोगों को परेशान कर सकते हैं। खैबर पख्तूनख्वा के वजीरिस्तान में स्थानीय बच्चों ने पाक झंडा लिए लोगों पर हमला किया और झंडा फाड़ने की कोशिश की। यहां बच्चों ने पाक के राष्ट्रीय झंडे को लिए लोगों को काले झंडे भी दिखाए। एक्स पर शेयर किए गए एक वीडियो में देखा जा सकता है कि एक कार में कुछ लोग पाकिस्तान का झंडा लहराते हुए निकल रहे हैं। इस दौरान कुछ बच्चे उनको घेर लेते हैं और झंडा छीनने की कोशिश करते हैं। एक शख्स गाड़ी से उतरता है तो उसके साथ धक्कामुक्की होती है। झंडे को छीनकर फाड़ने की भी कोशिश होती है। इस दौरान बच्चे इनको काले झंडे भी दिखाते हैं। इस वीडियो के वजीरिस्तान के होने का दावा किया जा रहा है। इसमें यह भी कहा गया है कि राजनीतिक हितों के लिए काम करने वाले कुछ सेवानिवृत्त अधिकारियों और उनके सहयोगियों की जांच जारी है।वीडियो शेयर करते हुए दावा किया गया है कि पश्तून स्वतंत्रता दिवस पर पाकिस्तान के झंडे को फाड़ रहे हैं क्योंकि वे पाकिस्तान सेना की ओर से लगातार हो रहे अत्याचारों से तंग आ चुके हैं।
पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा और बलूचिस्तान में केंद्र सरकार और सेना के लिए गुस्सा नया नहीं है। बीते कई दशकों से इन प्रान्तों के लोगों को लगता रहा है कि उनके संसाधनों को सरकार लूटकर पंजाब के विकास में लगाती है। खैबर पख्तूनख्वा प्रांत के ना सिर्फ लोग बल्कि मुख्यमंत्री भी कई बार आक्रामक रुख दिखा चुके हैं। पाक सेना के प्रस्तावित एंटी टेरर ऑपरेशन ने भी क्षेत्र में गुस्से को बढ़ाया है।
पाकिस्तान के बलूचिस्तान प्रांत में तो हालिया समय में बड़े पिरोध प्रदर्शन हुए हैं। ग्वादर में हजारों की तादाद में बलूच समुदाय बीते कुछ समय से लगातार विरोध प्रदर्शन कर रहा है। बलूचों का कहना है कि पाकिस्तान में बलूचों की जनसंख्या करीब डेढ़ करोड़ है लेकिन उनको मुख्यधारा से दूर रखा जा रहा है। बलूचिस्तान के तेल, कोयला, सोना, तांबा और गैस जैसे प्राकृतिक संसाधनों को लूटा जा रहा है और इससे स्थानीय लोगों को कोई लाभ नहीं मिल रहा है। यही नहीं आपको बता दें कि पाकिस्तानी में सेना की खुफिया एजेंसी आईएसआई के पूर्व चीफ फैज हमीद की गिरफ्तारी के बाद अब तीन और रिटायर्ड सैन्य अफसरों को हिरासत में लिया गया है। पाकिस्तानी सेना की मीडिया शाखा आईएसपीआर ने जानकारी देते हुए बताया कि तीनों पूर्व सैन्य अधिकारियों को फैज हमीद से कनेक्शन के मामले में हिरासत में लिया गया है। आईएसपीआर ने कहा कि सेवानिवृत्त अधिकारियों को सैन्य अनुशासन के खिलाफ काम करने के लिए हिरासत में लिया गया है। इसमें यह भी कहा गया है कि राजनीतिक हितों के लिए काम करने वाले कुछ सेवानिवृत्त अधिकारियों और उनके सहयोगियों की जांच जारी है।
आईएसपीआर ने कहा, ‘लेफ्टिनेंट जनरल (सेवानिवृत्त) फैज हमीद की फील्ड जनरल कोर्ट मार्शल कार्यवाही के संबंध में, तीन सेवानिवृत्त अधिकारी भी सैन्य अनुशासन के प्रतिकूल कार्यों के लिए सैन्य हिरासत में हैं।’ इसके पहले 12 अगस्त को आईएसआई के पूर्व प्रमुख जनरल फैज हमीद को सेना ने 12 अगस्त को गिरफ्तार कर लिया था। उनके खिलाफ कोर्ट मार्शल की कार्रवाई शुरू की गई है। फैज हमीद पर आईएसआई चीफ रहते हुए एक निजी हाउस सोसायटी के मालिक से कीमती सामान छीनने का आरोप है। इसके लिए आईएसआई और रेंजर्स का इस्तेमाल किया था।
टॉप सिटी केस में की गई शिकायत पर पाकिस्तान सुप्रीम कोर्ट ने फैज हमीद के खिलाफ जांच करने का आदेश दिया था। इसके बाद सेना ने हमीद के खिलाफ जांच शुरू की थी। आईएसपीआर ने कहा था कि पाकिस्तान सेना के अधिनियम के तहत लेफ्टिनेंट जनरल (सेवानिवृत्त) फैज हमीद के खिलाफ फील्ड जनरल कोर्ट मार्शल की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है और उन्हें हिरासत में ले लिया गया है।एक शख्स गाड़ी से उतरता है तो उसके साथ धक्कामुक्की होती है। झंडे को छीनकर फाड़ने की भी कोशिश होती है। इस दौरान बच्चे इनको काले झंडे भी दिखाते हैं। इस वीडियो के वजीरिस्तान के होने का दावा किया जा रहा है। हाउसिग सोसायटी टॉप सिटी के सीईओ ने पूर्व आईएसआई महानिदेशक पर जमीन हड़पने और छापेमारी के दौरान कीमती समान चोरी करने का आरोप लगाया था।