आज हम आपको 2024 के परिणाम के मायने बताने जा रहे हैं! लोकसभा 2024 आम चुनावों के नतीजे आ चुके हैं और किसी भी एक पार्टी को पूर्ण बहुमत नहीं मिला है। 2014 और 2019 में जहां बीजेपी अपने बलबूते पर ही आसानी से बड़ा बहुमत हासिल कर रही थी, वहीं इस बार बीजेपी बहुमत से दूर रह गई है और इस बार सही मायनों में एनडीए की सरकार नजर आएगी। राजनीतिक विश्लेषकों का कहना है कि पिछले दस वर्षों के बाद पीएम नरेंद्र मोदी को पहली बार साझा सरकार चलाने का अनुभव हो और राजनीतिक तौर पर इसका असर संसद में भी नजर आएगा। उम्मीद की जानी चाहिए कि आने वाले पांच वर्षों में संसद में सार्थक चर्चा होगी और इससे जनता को फायदा होगा। 2024 का जनादेश लोकतंत्र की असली जीत है। साथ ही यह सभी पार्टियों के लिए संदेश है। बीजेपी के लिए भी संदेश है। उन्होंने कहा कि जनता ने बीजेपी के लिए स्पष्ट मत जाहिर किया है कि उनसे जुड़े मुद्दों की अनदेखी नहीं की जा सकती है। बीजेपी के हिसाब से बेशक मंदिर, धारा 370 जैसे मुद्दों ने बड़ा काम किया लेकिन ये सब अपनी जगह है लेकिन जनता के जो रोजमर्रा से जुड़े मुद्दे हैं, उनको भी तवज्जों मिलनी चाहिए। बेरोजगारी, महंगाई जैसे मुद्दों को नजरअंदाज करना आपके लिए नुकसानदेह हो सकता है, जो अभी देखने को मिल रहा है।
जिस तरह से हमने पहले देखा कि कानून बनाने, कई बिलों को पास करने में लंबी- चौड़ी चर्चा नहीं होती थी। कई बार एकतरफा फैसले लिए जाते थे, उससे हटकर अब संसद में एक स्वस्थ वाद- विवाद और चर्चा होगी। कुल मिलाकर यह एक अच्छा जनादेश है। सभी पार्टियों के लिए एक संदेश है। अब सवाल यह है कि पार्टियां उस संदेश को कैसे पढ़ती है, अब ये उनकी जवाबदेही है कि उस संदेश को पढ़े और उस पर अमल करें। अगर विपक्ष की बात करें तो विपक्ष के लिए भी संदेश है कि अगर आप जनता के मुद्दों को उठाते रहेंगे तो जनता आपका साथ देगी और जिस तरह से समाजवादी पार्टी, कांग्रेस व दूसरी पार्टियों का अच्छा प्रदर्शन रहा है, तो एक तरह से ये उनका हौंसला बढ़ाने वाला है। प्रो. कुमार ने एक सवाल के जवाब में यह जनादेश लोकतंत्र की जीत है। इसका एक और पहलू यह है कि अब नई लोकसभा में भी एक बहुमत की सरकार होगी, बहुमत की सरकार मतलब कि एनडीए गठबंधन की सरकार होगी लेकिन साथ ही एक मजबूत विपक्ष भी वहां खड़ा होगा। इससे देश की सत्ता को चलाने की जो व्यवस्था है, वो ज्यादा सुचारू रूप से चलती हुई दिखाई पड़ेगी।
राजनीतिक विश्लेषकों का कहना है कि दस वर्षों के बाद पहली बार सही मायनों में बीजेपी एक तरह से गठबंधन सरकार चलाएगी, इससे पहले को कहने को साझा सरकार थी लेकिन बीजेपी का ही अपना बहुमत था। एक तरह से पहली बार पीएम मोदी को साझा सरकार चलाने का अनुभव होगा। सारे गठबंधन को साथ लेकर चलना होगा। बता दें कि उम्मीद की जानी चाहिए कि आने वाले पांच वर्षों में संसद में सार्थक चर्चा होगी और इससे जनता को फायदा होगा। 2024 का जनादेश लोकतंत्र की असली जीत है। साथ ही यह सभी पार्टियों के लिए संदेश है। बीजेपी के लिए भी संदेश है। उन्होंने कहा कि जनता ने बीजेपी के लिए स्पष्ट मत जाहिर किया है कि उनसे जुड़े मुद्दों की अनदेखी नहीं की जा सकती है। बीजेपी के हिसाब से बेशक मंदिर, धारा 370 जैसे मुद्दों ने बड़ा काम किया लेकिन ये सब अपनी जगह है लेकिन जनता के जो रोजमर्रा से जुड़े मुद्दे हैं, इसका एक और पहलू यह है कि अब नई लोकसभा में भी एक बहुमत की सरकार होगी, बहुमत की सरकार मतलब कि एनडीए गठबंधन की सरकार होगी लेकिन साथ ही एक मजबूत विपक्ष भी वहां खड़ा होगा। इससे देश की सत्ता को चलाने की जो व्यवस्था है, वो ज्यादा सुचारू रूप से चलती हुई दिखाई पड़ेगी।बेरोजगारी, महंगाई जैसे मुद्दों को नजरअंदाज करना आपके लिए नुकसानदेह हो सकता है, जो अभी देखने को मिल रहा है।उनको भी तवज्जों मिलनी चाहिए। विपक्ष के साथ- साथ अपने सहयोगियों को भी साथ लेकर चलना चाहिए। इसी कारण यह कहा जा सकता है कि इश बार बातचीत का दौर ज्यादा दिखाई देगा। साझा सरकार चलाने के लिए सहयोगियों पार्टियों के साथ नियमित रूप से परामर्श व संवाद करना होगा। विपक्ष की भूमिका भी अहम रहेगी।