आज हम आपको बताएंगे कि कश्मीरी टाइगर्स आतंकी संगठन किसने और कैसे बनाया है! हाल ही में जम्मू कश्मीर के कठुआ इलाके में एक आतंकी हमला हुआ, जिसमें सेना के पांच से ज्यादा जवान शहीद हो गए! इसी बीच अचानक से एक पोस्टर वायरल होती है, नाम था कश्मीर टाइगर! जिसने लिखा कि इस आतंकी हमले की जिम्मेदारी हम लेते हैं! यहां कुछ नए आतंकी संगठन भी बन गए हैं। साल 2019 के बाद से कश्मीर टाइगर्स, TRF, PAFF और लश्कर-ए- मुस्तफा नए आतंकी संगठ भी बन गए। पहले कश्मीर में मुख्यत: तीन टेररिस्ट ग्रुप सक्रिय थे। इनमें जैश,लश्कर और हिजबुल थे। बाद में अल बदर आया। इन नए आतंकी संगठनों को पाकिस्तान से मदद मिल रही है। सवाल यह कि आखिर यह आतंकी संगठन कश्मीर टाइगर्स है क्या? यह कब बना और किसने बनाया? तो आज हम इन सभी अनसुलझे सवालों का जवाब देने वाले हैं!
आपकी जानकारी के लिए बता दे कि जम्मू-कश्मीर के कठुआ में सोमवार आतंकवादियों ने घात लगाकर सेना की गाड़ी को निशाना बनाया। इस हमले में सेना के पांच जवान शहीद हो गए। कठुआ के बदनोटा इलाके में भारी हथियारों से लैस आतंकवादियों ने सेना के ट्रक को निशाना बनाया। आतंकवादियों के पास हाईटेक हथियार थे और उनकी ओर से ग्रेनेड से भी हमला किया गया। आतंकवादियों ने पहाड़ी से घात लगाकर सेना के ट्रक पर पहले ग्रेनेड फेंका और फिर बताया जा रहा है कि उनकी ओर से स्नाइपर गन से फायरिंग की गई। सूत्रों का कहना है कि जिस वक्त हमला किया गया उस वक्त ट्रक की रफ्तार धीमी थी क्योंकि एक तरफ ऊंची पहाड़ी और दूसरी ओर खाई थी। हमले के बाद आतंकवादी जंगल की ओर भाग गए। पाकिस्तान स्थित प्रतिबंधित जैश-ए-मोहम्मद से जुड़े आतंकी संगठन कश्मीर टाइगर्स ने इस हमले की जिम्मेदारी ली है। यह शैडो संगठन है जो जैश ए मोहम्मद के लिए काम करता है।
जम्मू-कश्मीर से धारा 370 हटने के बाद आतंकी संगठन कश्मीर टाइगर्स का नाम चर्चा में आता है। पिछले कुछ वर्षों में सेना ने आतंकियों की कमर तोड़ दी है और पुराने कई संगठन खत्म हो गए हैं। वहीं कुछ नए आतंकी संगठन भी बन गए हैं। साल 2019 के बाद से कश्मीर टाइगर्स, TRF, PAFF और लश्कर-ए- मुस्तफा नए आतंकी संगठ भी बन गए। पहले कश्मीर में मुख्यत: तीन टेररिस्ट ग्रुप सक्रिय थे। इनमें जैश,लश्कर और हिजबुल थे। बाद में अल बदर आया। इन नए आतंकी संगठनों को पाकिस्तान से मदद मिल रही है।
आतंकवादी संगठन कश्मीर टाइगर्स का नाम पहली बार जम्मू-कश्मीर से धारा 370 हटने के बाद सुर्खियों में आया था। पुलिस के अनुसार यह आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद का शैडो ग्रुप है। इसने पहली बार जून 2021 में दक्षिण कश्मीर में ग्रेनेड हमले को अंजाम देने की जिम्मेदारी ली थी। सेना की ओर से आतंकवाद के खिलाफ कड़े कदम उठाए जाने के बाद अब आतंकी संगठन अपने छोटे ग्रुप बनाने में लगे हुए हैं और पाकिस्तान के इशारे पर ऐसा किया जा रहा है। कठुआ हमले की जिम्मेदारी कश्मीर टाइगर्स ने ली है। कुछ साल पहले जैश का आतंकी मुफ्ती अल्ताफ उर्फ अबू जार निवासी अनंतनाग की ओर से एक वीडियो जारी किया गया। अबू जार ने इस वीडियो के जरिए यह बताया कि उसने नया आतंकी संगठन कश्मीर टाइगर्स बना लिया है। उसने बताया कि उसके संगठन में काफी लोग हैं और जो इसके बैनर के तले काम करने वाले हैं। अबू जार लोकल है और कुछ सालों तक वह आतंकवादियों की मदद करता था। उसके बाद वह जैश में शामिल हो गया। आतंकी हमले के बाद कश्मीर टाइगर्स का कबूलनामा भी सामने आया है। बता दें कि जम्मू-कश्मीर के कठुआ में सोमवार आतंकवादियों ने घात लगाकर सेना की गाड़ी को निशाना बनाया। जम्मू-कश्मीर से धारा 370 हटने के बाद आतंकी संगठन कश्मीर टाइगर्स का नाम चर्चा में आता है। पिछले कुछ वर्षों में सेना ने आतंकियों की कमर तोड़ दी है और पुराने कई संगठन खत्म हो गए हैं।इस हमले में सेना के पांच जवान शहीद हो गए। कठुआ के बदनोटा इलाके में भारी हथियारों से लैस आतंकवादियों ने सेना के ट्रक को निशाना बनाया।आतंकी संगठन की ओर से एक पोस्ट में लिखा गया है कि 26 जून को डोडा में मारे गए तीन आतंकियों की मौत का बदला है। जल्द ही और हमले किए जाएंगे। ये लड़ाई कश्मीर की आजादी तक चलती रहेगी। खैर, यह थी इस आतंकवादी संगठन कश्मीर टाइगर्स के बारे में पूरी जानकारी!