Monday, December 23, 2024
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आखिर भारत को क्यों माना जाता है दुनिया का विश्व गुरु?

आज हम आपको बताएंगे कि भारत को दुनिया का विश्व गुरु क्यों माना जाता है! भारत पूरी दुनिया में एक ऐसा देश बन चुका है जो विश्व गुरु कहलाता है, प्राचीन समय से ही भारत पूरी दुनिया में एक विशेष दर्जा प्राप्त किए हुए हैं, लेकिन अगर वर्तमान पीढ़ी की बात करें तो उनके लिए विश्व गुरु जैसा शब्द एक नाटकीय रूप रखता है, लेकिन फिर भी भारत समस्त देशों के बीच में अपना वर्चस्व बनाए हुए हैं, आज हम आपको उन सभी बातों के बारे में बताएंगे जो भारत को पूरी दुनिया से अलग बनाता है और पूरी दुनिया को भारत का कायल बनता है! आपको बता दें कि भारत की विविधता और एकता पूरी दुनिया को इसके प्रति आकर्षित करती है. प्राचीन इतिहास, विविध संस्कृति, अलग-अलग धर्मों और भाषाओं की खूबसूरती ने दुनिया का ध्यान इस देश की ओर खींचा है. कहीं विशाल समुद्र तो कहीं ऊंचे-ऊंचे बर्फीले पहाड़, कहीं घने जंगल तो कहीं दूर-दूर तक फैला रेगिस्तान, कहीं मैदानी इलाकों की सुंदरता तो कहीं चट्टानों का आकर्षण, प्रकृति का ऐसा रंग शायद ही किसी देश में एक साथ देखने को मिले. हिन्दुस्तान की ऐसी कई बातें हैं, जो पूरी दुनिया को इसके प्रति आकर्षित करती है. 

यहां हम उन्ही कुछ बातों का जिक्र करने जा रहे हैं… बता दे कि भारत दुनिया का सबसे बड़ा लोकतांत्रिक देश है. इसका कुल क्षेत्रफल 3.28 मिलियन वर्ग किमी है. संयुक्त राष्ट्र के अनुमान के मुताबिक, भारत देश में दुनिया की 18 फीसदी आबादी रहती है. भारत दुनिया में सबसे अधिक आबादी वाले लोकतंत्र के रूप में प्रसिद्ध है. साल 2019 के लोकसभा चुनाव में रजिस्टर्ड वोटर्स की संख्या लगभग 911 मिलियन के करीब थी… बता दे कि भारत में 22 आधिकारिक भाषाएं हैं. भारतीय संविधान की 8वीं अनुसूची आधिकारिक भाषाओं को सूचीबद्ध करती है. इसमें मूल रूप से 14 भाषाएं शामिल थीं. 1967 में इसमें 21वें संशोधन के बाद सिंधी भाषा को जोड़ा गया. 1992 में 71वें संशोधन द्वारा कोंकणी, मैतेई (मणिपुरी) और नेपाली भाषाओं को शामिल किया गया. 2003 में 92वें संशोधन द्वारा चार और भाषाओं- बोडो, डोगरी, मैथिली और संथाली को जोड़ा गया. भारत की 22 आधिकारिक भाषाओं में- असमिया, बंगाली, बोडो, डोगरी, गुजराती, हिंदी, कन्नड़, कश्मीरी, कोंकणी, मैथिली, मलयालम, मराठी, मैतेई, नेपाली, उड़िया, पंजाबी, संस्कृत, संथाली, सिंधी, तमिल, तेलुगु और उर्दू शामिल हैं… 

इसी के साथ माना जाता है कि शतरंज के खेल का आविष्कार भारत में किया गया था. ऐतिहासिक प्रमाण बताते हैं कि छठी शताब्दी में गुप्त साम्राज्य के शासनकाल के दौरान शतरंज भारत में एक लोकप्रिय खेल हुआ करता था. भारत से यह खेल फिर अरब और उसके बाद यूरोप के अलग-अलग हिस्सों तक फैल गया. यही नहीं योग साधना का इतिहास पूर्व-वैदिक काल का रहा है. ऐसा माना जाता है कि योग की उत्पत्ति 5 हजार साल पहले भारत में ही हुई थी. वेदों और उपनिषदों में भी योग का जिक्र मिलता है. भगवान शिव को हिंदू लोक-कथाओं में पहला योगी या आदियोगी माना गया है… बता दें कि भारत के जंगलों में बाघों की संख्या लगभग 2967 है. यह देश दुनिया की बाघों की आबादी का 70 प्रतिशत है और इनकी संख्या देश में तेजी से बढ़ भी रही है… 

इन सभी खासियतों के अलावा भारत चार धर्मों- हिंदू धर्म, बौद्ध धर्म, जैन धर्म और सिख धर्म की जन्मस्थली है. इन धर्मों की उत्पत्ति भारत में हुई है. इतना ही नहीं, इन धर्मों का पालन अब दुनिया की लगभग 25 प्रतिशत आबादी भी करती है…. भारत में ही दुनिया के लगभग 70 प्रतिशत मसालों का उत्पादन किया जाता है.. भारत 109 किस्मों में से लगभग 75 मसालों का प्रोडक्शन करता है. इसके अलावा, भारत देश को मसालों के सबसे बड़े उपभोक्ता और निर्यातक के रूप में भी जाना जाता है… यही नहीं भारत की फिल्म इंडस्ट्री एक ऐसी इंडस्ट्री है, जहां हर साल सबसे ज्यादा फिल्में बनती हैं. फिल्मों के मामले में इंडियन फिल्म इंडस्ट्री दुनिया की सबसे बड़ी फिल्म इंडस्ट्री है. भारत हर साल हिंदी और क्षेत्रीय भाषाओं में 1500 से 2000 फिल्में बनाता है….बता दें भारत अकेला ऐसा गैर-इस्लामिक मुल्क है, जहां 3,00,000 से ज्यादा सक्रिय मस्जिद हैं. यह देश दुनिया में सबसे ज्यादा मस्जिदों का घर है. कई इस्लामी देशों में भी भारत की तुलना में मस्जिदों की संख्या कम है… आयुर्वेद की उत्पत्ति भी भारत में हुई थी. कहा जाता है कि वैदिक युग के दौरान भारत में आयुर्वेद की उत्पत्ति हुई थी…. तो आपको समझ आ गया होगा कि आखिर भारत को दुनिया से अलग क्यों समझा जाता है और यह विश्व गुरु क्यों कहलाता है!

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