हाल ही में राज्यसभा में मल्लिकार्जुन खड़गे को पीएम मोदी बड़े ध्यान से सुन रहे थे! राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव को लेकर राज्यसभा में कांग्रेस सांसद मल्लिकार्जुन खरगे ने अपनी बात रखी। उन्होंने राष्ट्रपति के अभिभाषण का स्वागत किया, साथ ही इसकी कमियों को भी बताया। खरगे ने अपनी बात जब शुरू की तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सामने मौजूद थे। जेपी नड्डा, पीयूष गोयल भी प्रधानमंत्री के साथ सदन में मौजूद थे। इस दौरान खरगे ने अपनी बात हिमांशु वाजपेयी की एक कविता से शुरू की। उन्होंने कहा, ‘न खाता न बही है, जो तुम बोले वही सही है। न्यूज एक छप रही है सब कुछ बिल्कुल सही है। सच पर FIR क्यों, राशन की मार क्यों, झूठ की जय जयकार क्यों, निष्ठुर है सरकार क्यों। मगर मेरे शहर के लोग देश के लोग ये सवाल मुझसे पूछ रहे हैं।’ खरगे ने अभिभाषण पर बोलते हुए कहा कि मैं यही पूछना चाहता हूं कि एक तरफ तो आप अपनी बातों को बहुत सी एडजेक्टिव्स लगाकर बोले। सही है कि हर सरकार अपनी बात को राष्ट्रपति के माध्यम से कहलाती है। लेकिन इस राष्ट्र के जो निर्माता हैं उनको कभी भी हमें नहीं भूलना चाहिए। समृद्धि की इस राह पर जाने के लिए सबको मिल के काम करना है। देश के लोगों को ऊपर लाने के लिए शिक्षा जरूरी है। उनका शिक्षित होना जरूरी है। जब तक वो शिक्षित नहीं होंगे तब तक उन्हें इसका फायदा नहीं मिलेगा। आजादी के बाद पंडित जवाहर लाल नेहरू ने शिक्षा पर खास प्राथमिकता दी। लोगों को शिक्षित करने के लिए योजनाएं तैयार की। स्कूल, कॉलेज, आईआईटी खोले। ये इंस्टीट्यूशन देश के लिए विजन बने।
खरगे ने आगे कहा कि टेक्निकल एजुकेशंस हों, मेडिकल कॉलेज, इंजीनियरिंग कॉलेज हों, इसका लाभ सबको मिलना चाहिए। संविधान में एससी-एसटी और ओबीसी के लिए भी रिजर्वेशन बनाया है। लेकिन इसमें आज ओबीसी के लिए 27 पर्सेंट रिजर्वेशन है, वो उनको मिलना चाहिए जो नहीं मिल रहा। कोई कारण लगा के वो घट जाते हैं। एससी-एसटी के साथ भी ऐसा है। उनको घटाने की कोशिश हो रही। कैसे इसमें कटौती की जाए ये किया जा रहा। कोई सरकार इसके लिए जांच नहीं करती, ये हमारे देश के लिए बड़ा नुकसान है। इन चीजों को मैं आपके सामने लाना चाहता हूं। ये समाज की मानसिकता है।
इस दौरान मल्लिकार्जुन खरगे ने बीजेपी के एक मुख्यमंत्री के बयान का जिक्र राज्यसभा में किया। उन्होंने कहा कि बीजेपी के एक चीफ मिनिस्टर जो पहले कांग्रेस में थे अब वो बीजेपी के साथ हैं। उनका ये कमेंट एससी-एसटी से जुड़ा था, इस एक कमेंट का जिक्र उन्होंने सदन में उठाया जिस पर काफी विवाद हुआ है। खरगे ने फिर इस पर कहा कि हम इस मुद्दे को उठा रहे और प्रधानमंत्री से इस मामले में अपील करेंगे कि कार्रवाई करें। हालांकि सदन के सभापति जगदीप धनखड़ ने खरगे की इन बातों को कार्रवाई से अलग कर दिया।
खरगे ने प्राइवेट सेक्टर को जोर देने की सरकार की नीति पर सवाल उठाए। उन्होंने पब्लिक सेक्टर को और आगे बढ़ाने की अपील की। इसे खत्म नहीं करना चाहिए। पब्लिक सेक्टर्स गरीबों और देश के लिए अच्छा है। अग्निपथ योजना पर भी खरगे ने अपनी बात रखी। लोग ये समझे कि जैसा कि स्टाइपेंड के बाद लोग परमानेंट हो जाएंगे। लगा वो 4 साल बाद मिलिट्री में जाएंगे, लेकिन आज स्थिति क्या है आप 75 लोगों को बाहर कर रहे। 25 लोग ही लिए जा रहे। पूर्व चीफ ऑफ आर्मी स्टाफ मनोज नरवणे का जिक्र करते हुए खरगे ने अपनी बात रखी। उन्होंने कहा कि नरवणे ने बताया कि अग्निपथ योजना सिर्फ आर्मी में आना था लेकिन सरकार इसे एयरफोर्स, नेवी के लिए भी ले आई। परेशान हैं अग्निवीर से जुड़े लोग। इस दौरान खरगे ने फिर कहा कि ‘अच्छे दिनों की आस लगाते हुए हबीब हम बेहतरीन दिन भी गंवाते चले गए।’ अग्निपथ में जवानों को चार साल बाद जाना पड़ रहा। महंगाई का मुद्दा भी मल्लिकार्जुन खरगे ने उठाया। इस दौरान खरगे ने बिल्किस बानो का मुद्दा भी उठाया।
कांग्रेस अध्यक्ष और राज्यसभा के नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने कांग्रेस सांसद डीके सुरेश के ‘अलग देश की मांग करने के लिए मजबूर’ बयान पर भी रिएक्ट किया। उन्होंने कहा कि ‘अगर कोई देश को तोड़ने की बात करेगा, तो हम इसे कभी सहन नहीं करेंगे। चाहे वह किसी भी पार्टी का हो। मैं खुद कहूंगा कि कन्याकुमारी से लेकर कश्मीर तक हम एक हैं और एक रहेंगे।’