नई दिल्ली वाराणसी के ज्ञानवापी मस्जिद सर्वे के बाद अब मथुरा का श्रीकृष्ण जन्मभूमि और शाही ईदगाह मस्जिद विवाद तूल पकड़ता नजर आ रहा है। दरअसल काशी विश्वनाथ ज्ञानवापी मस्जिद विवाद में सर्वे की तैयारी के साथ ही मथुरा ईदगाह के भी सर्वे की मांग करते हुए कोर्ट में याचिका दायर की गई हैकोर्ट ने इस मामले में मनीष यादव की याचिका को स्वीकार कर लिया है. कोर्ट शाही ईदगाह का वीडियोग्राफी सर्वे कराने की याचिका की सुनवाई 1 जुलाई को करेगा.बता दें कि हाई कोर्ट ने 4 महीने के अंदर मामले के निस्तारण का आदेश दिया है. एडवोकेट महेंद्र प्रताप सिंह और मनीष यादव की याचिकाओं पर 1 जुलाई को सुनवाई होगी. वहीं, सिविल जज सीनियर डिवीजन की अदालत ने 21 जुलाई को सुनवाई की तारीख दी है
दरअसल, लखनऊ निवासी रंजना अग्निहोत्री ने इलाहबाद हाईकोर्ट में याचिका दाखिल कर मथुरा स्थित भगवान श्री कृष्ण के मंदिर के बगल में निर्मित ईदगा ह मस्जिद को हटाने की मांग की थी। इस प्रकरण को लेकर विगत 6 मई को सभी सुनवाई संपन्न की जा चुकी है। कथित तौर पर 1660-70 में औरंगजेब के निर्देश पर उक्त मस्जिद का निर्माण किया गया था। जिसे लेकर अब कोर्ट में याचिका दाखिल की गई है। अब इसे लेकर आगामी 19 मई को फैसला सुनाया जाएगा। खैर, अब इसे लेकर क्या कुछ फैसला लिया जाएगा। इस पर सभी की निगाहें टिकी रहेंगी। फिलहाल तो सियासी गलियारों में ज्ञानवापी मस्जिद को लेकर बहस का सिलसिला जारी है। कोर्ट की तरफ से ज्ञानवापी मस्जिद को लेकर सर्वे की तारीख मुकर्रर की जा चुकी है।
गौरतलब है कि शाही ईदगाह मामले में हाई कोर्ट द्वारा मथुरा कोर्ट को दिए गए 4 महीने में निस्तारण के निर्देश पर मथुरा के लोगों में खुशी है. मथुरा के साधु, संत, धर्माचार्य और याचिकाकर्ता चाहते हैं कोर्ट इस मामले में जल्द सुनवाई करके फैसला सुनाए. धर्माचार्य नागेंद्र महाराज ने कहा कि वह कोर्ट के आदेश का स्वागत करते हैं. उन्होंने कहा कि ज्ञानवापी के सर्वे के आदेश के बाद अब मथुरा के शाही ईदगाह का सर्वे भी न्यायालय द्वारा कराए जाए, साथ ही इस मामले को जल्द निपटाया जाए. स मामले में एक और वादी महेंद्र सिंह का कहना है, ‘उन्होंने सबसे पहले श्री कृष्ण जन्मस्थान और ईदगाह मस्जिद मामले में 24 फरवरी 2021 को एक प्रार्थना पत्र दिया था, जिसमें वीडियोग्राफी कराने की कमिश्नर की नियुक्ति की मांग की थी, प्लेस ऑफ बर्थ एक्ट के कारण उस पर कोई निर्णय नहीं हो सका, एक बार फिर 9 मई 2022 को एक प्रार्थना पत्र दिया गया था।’ श्रीकृष्ण जन्मस्थान शाही ईदगाह को लेकर कोर्ट में श्रीकृष्ण के वंशज होने का दावा करने वाले मनीष यादव ने आज (शुक्रवार को) सिविल जज सीनियर डिवीजन की कोर्ट में एक प्रार्थना पत्र दिया. इस प्रार्थना पत्र में मनीष यादव ने मांग की कि एडवोकेट कमिश्नर नियुक्त करके शाही ईदगाह की वीडियोग्राफी करा कर रिपोर्ट मांगी जाए.