नई दिल्ली।अभिनेता सिद्धार्थ मल्होत्रा रविवार को मुंबई में हुए एक पुरस्कार समारोह में ‘क्रिटिक्स बेस्ट एक्टर’ अवार्ड पाकर काफी खुश नजर आए। सिद्धार्थ को ये पुरस्कार बीते साल सीधे ओटीटी पर रिलीज हुई फिल्म ‘शेरशाह’ के लिए दिया गया है। इस फिल्म में सिद्धार्थ ने करगिल में पाकिस्तानी सेना से लड़ते हुए शहीद हुए भारतीय सेना के कैप्टन विक्रम बत्रा का किरदार निभाया था। धर्मा प्रोडक्शंस की इस फिल्म को सिद्धार्थ मल्होत्रा के करियर की बड़ी उपलब्धि माना जाता है।
‘शेरशाह’ फिल्म पर काफी कुछ काम होने के बाद निर्माता करण जौहर ने अपनी कंपनी धर्मा प्रोडक्शंस के बैनर तले बनाने का एलान किया था और इस फिल्म के लिए इसके निर्देशक विष्णुवर्धन ने काफी मेहनत भी की। विष्णुवर्धन की हिंदी सिनेमा में ये पहली फिल्म रही। फिल्म मे कियारा आडवाणी ने कैप्टन विक्रम बत्रा की मंगेतर डिंपल चीमा का किरदार निभाया। बीते साल 12 अगस्त को सीधे ओटीटी पर रिलीज हुई इस फिल्म के प्रचार के लिए फिल्म की टीम ने कारगिल में एक खास कार्यक्रम भी आयोजित किया था।
सिद्धार्थ मल्होत्रा के अभिनय की फिल्म ‘शेरशाह’ में काफी प्रशंसा हुई हालांकि फिल्म को दर्शकों की मिली जुली प्रतिक्रिया हासिल हुई थी। विश्व स्तर पर भी युद्ध आधारित फिल्मों की तरफ दर्शकों की दिलचस्पी कम होती दिख रही है और हाल ही में एक शोध में भी पाया गया कि बीते कुछ साल से दर्शक युद्ध पर आधारित फिल्मों व वेब सीरीज की तरफ कम आकर्षित हो रहे हैं। लेकिन, फिल्म ‘शेरशाह’ को सीधे ओटीटी पर रिलीज करना धर्मा प्रोडक्शंस के लिए फायदे का सौदा रहा। इस विषय पर फिल्म की सबसे पहले चर्चा विद्युत जामवाल के साथ जंगली पिक्चर्स में शुरू हुई थी।
रविवार को फिल्म ‘शेरशाह’ के लिए ‘क्रिटिक्स बेस्ट एक्टर’ देने वाली संस्था ने ये पुरस्कार दादासाहेब फाल्के इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल अवार्ड्स के नाम से दिए हैं। यहां गौरतलब है कि दादा साहेब फाल्के के नाम से एक पुरस्कार भारत सरकार हर साल सिनेमा की किसी ऐसी शख्सीयत को देती है जो किंवदंती बन चुका हो। 67वें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार समारोह के दौरान भारत सरकार ने दादा साहेब फाल्के पुरस्कार फिल्म अभिनेता रजनीकांत को दिया।
इस राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार से मिलते जुलते पुरस्कार मुंबई में कई संस्थाएं दादा साहेब फाल्के के नाम से देती रही हैं। इन्हीं में से एक संस्था दादासाहेब फाल्के इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल अवार्ड्स के नाम से कई साल से पुरस्कार देती रही है। हालांकि पुरस्कार पाने वाले अधिकतर कलाकार या तकनीशियन इस समारोह में पहुंचते नहीं हैं।
बीते साल के लिए घोषित हुए दादासाहेब फाल्के इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल अवार्ड्स में फिल्म ‘83’ के लिए रणवीर सिंह को बेस्ट एक्टर का खिताब मिला। वेब सीरीज के लिए बेस्ट एक्टर का खिताब मनोज बाजपेयी को ‘द फैमिली मैन 2’ के लिए मिला। फिल्म ‘मिमी’ के लिए कृति सेनन ने बेस्ट एक्ट्रेस का खिताब जीता। रवीना टंडन को वेब सीरीज ‘अरण्यक’ के लिए बेस्ट एक्ट्रेस के लिए अवॉर्ड मिला। अहान शेट्टी को बेस्ट डेब्यू का खिताब मिला है।
अल्लू अर्जुन और रश्मिका मंदाना की फिल्म ‘पुष्पा: द राइज’ को बीते साल की बेस्ट फिल्म का अवॉर्ड मिला। अपने वक्त की बेहतरीन अदाकारा रहीं आशा पारेख ने सिनेमा में अपने उत्कृष्ट योगदान के लिए ये पुरस्कार जीता। बेस्ट एक्टर इन सपोर्टिंग रोल का अवॉर्ड सतीश कौशिक ने फिल्म ‘कागज’ के लिए जीता। बेस्ट एक्टर इन निगेटिव रोल का खिताब आयुष शर्मा ने फिल्म ‘अंतिम: द फाइनल ट्रुथ’ के लिए जीता।