नई दिल्ली : कोरोना वायरस के मामले दिल्ली सहित एनसीआर में तेजी से बढ़ रहे हैं। जिसको ध्यान में रखते हुए दिल्ली सरकार ने स्कूलों के लिए नई गाइडलाइन जारी की है।दिल्ली में कोरोना संक्रमित रोगियों की संख्या लगातार बढ़ रही है। बीते 24 घंटे में 600 से ज्यादा लोग कोरोना संक्रमित मिले हैं। वहीं, केंद्र सरकार ने संक्रमण प्रसार पर दिल्ली सरकार को चिट्ठी लिखकर चिंता जताई है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि दिल्ली में बीते दो सप्ताह के दौरान कोरोना मरीजों की संख्या में करीब तीन गुना की बढ़ोतरी हुई है। मंगलवार को 24 घंटों में 632 लोग कोरोना संक्रमित मिले हैं। वहीं, नमूनों की जांच में 4.42 फीसदी कोरोना संक्रमित मिले। सोमवार को 7.72 फीसदी नमूने संक्रमित मिले थे जिसमें सरकार ने साफ किया है कि, प्रत्येक स्कूल में कोरोना वायरस के लक्षण वाले स्टूडेंट के लिए अलग से क्वारंटीन रूम होना चाहिए। इसके साथ ही स्कूल की एंट्री और एक्सीड पाइंट पर भीड़भाड़ नहीं होनी चाहिए। स्कूल में लंच पर रोक लगनी चाहिए. इसके साथ ही किताबों की शेयरिंग भी बंद होनी चाहिए. गेट पर बिना थर्मल स्कैनिंग के किसी को एंट्री नहीं दी जाए. छात्रों के हेल्थ की रोजाना निगरानी करनी होगी.स्कूल, क्लास, लैब और पब्लिक यूटिलिटी वाली जगहों के एंट्री पर हैंड सैनिटाइजेशन का इंतजाम हो। पैरंट्स को सुलझा दिया जाए कि अगर बच्चे या घर के किसी सदस्य में कोविड के लक्षण दिखें तो बच्चे को स्कूल ना भेजें। सुबह अटेंडेंस के समय टीचर सभी स्टूडेंट्स से कोविड से जुड़े लक्षणों के बारे में पूछेंगे कि उन्हें या घर में किसी को दिक्कत तो नहीं है। स्कूलों में भीड़ को नियंत्रित किए जाने की जरूरत है. इसके साथ ही कहा माता-पिता को सलाह दी गई है कि अगर घर में कोई भी कोविड-19 टेस्ट कराता है तो वे अपने बच्चों को स्कूल न भेजें. बता दें कि दिल्ली आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की बैठक में बीते दिनों फैसला लिया गया था कि स्कूल कोरोना के चलते बंद नहीं किए जाएंगे. SOP के जरिए स्कूलों में कोरोना से निपटने की तैयारी होगी. इसके तहत दिल्ली सरकार ने SOP जारी की है.
स्कूलों के लिए सामान्य गाइडलाइंस
1 . स्कूलों के प्रमुख पैरंट्स-टीचर्स असोसिएशन की मीटिंग करके कोविड पर चर्चा करेंगे। स्टूडेंट्स और पैरंट्स के बीच वैक्सीनेशन को बढ़ावा दिया जाना चाहिए।
2. कोविड प्रोटोकॉल्स, स्टूडेंट्स की अटेंडेंस और कॉन्फिडेंस बिल्डिंग के लिए समय-समय पर SMC/PTA की मीटिंग हो।
3. सभी योग्य स्टूडेंट्स, टीचर्स और नॉन-टीचिंग स्टाफ को वैक्सीन लग चुकी हो, यह सुनिश्चित किया जाए।
4. स्कूलों के हेड यह सुनिश्चित करेंगे कि स्कूल के भीतर सभी ने मास्क ठीक से पहना हो।
5. स्कूलों का रेगुलर सैनिटाइजेशन सुनिश्चित किया जाए। इसके अलावा थर्मल स्कैनर्स, डिसइन्फेक्टेंट्स, सैनिटाइजर्स, साबुन, मास्क वगैरह उपलब्ध कराए जाएं।
6. भीड़ ना हो इसके लिए सभी एंट्री/एग्जिट गेट्स का इस्तेमाल हो।
7. स्टूडेंट्स को लंच, किताबें, कॉपियां, स्टेशनरी आइटम्स ना शेयर करने को कहा जाए।
8. स्कूलों के लिए हेल्थ एंड सेफ्टी गाइडलाइंस
9. एंट्री गेट्स पर स्टाफ को तैनात किया जाए ताकि किसी भी सिम्प्टोमेटिक व्यक्ति दाखिल ना हो सके।
10 . बिना थर्मल स्क्रीनिंग के किसी को एंट्री ना दी जाए।