नई दिल्ली :: अलवर में 300 साल पुराने शिव मंदिर को जमींदोज कर दिया गया। अलवर जिले में सराय मोहल्ला स्थित मंदिर पर बुलडोजर चलाए जाने के बाद से हिन्दूवादी संगठनों में रोष व्याप्त है। वहीं मंदिर तोड़े जाने को लेकर बीजेपी कांग्रेस पर भड़क गयी है। भगवा पार्टी ने कहा कि हिंदुओं की आस्था को ठेस पहुंचाना ही कांग्रेस का सेक्युलरिज्म है। कहा जा रहा है कि 17 अप्रैल को राजगढ़ के शिव मंदिर को तोड़ा गया है। मास्टर प्लान के तहत कस्बे के गोल सर्किल से मेला का चौराहा के मध्य मार्ग में बाधा बने दुकानों और मकानों को ध्वस्त करने को लेकर बुलडोजर चलाया गया। इसी क्रम में मंदिर को अतिक्रमण बताकर प्रशासन की टीम बुलडोजर के साथ पहुंची और उन्होंने मंदिर के गुंबज को तोड़ दिया। इसके बाद शिवलिंग को कटर की मदद से काटा गया। इस दौरान हनुमान जी सहित अन्य देवी-देवताओं की मूर्ति तोड़ी गई है। स्थानीय लोगों ने जब इसका विरोध किया तो पुलिस ने बल का प्रयोग किया। मीडिया रिपोर्टस के अनुसार अलवर के राजगढ़ में मंदिर पर बुलडोजर चलाया गया है। जिससे 300 साल पुराने शिव मंदिर की मूर्तियां खंडित हुई हैं। मंदिर तोड़े जाने की वीडियो और तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल हो रही हैं।
शिव मंदिर पर चले बुलडोजर को लेकर बीजेपी की नेशनल आईटी सेल के चीफ अमित मालवीय ने कांग्रेस पर हमला बोलते हुए कहा है कि हिंदुओं की आस्था को ठेस पहुंचाना ही कांग्रेस का सेक्युलरिज्म है। मालवीय ने ट्वीट कर कहा, ”राजस्थान के अलवर में विकास के नाम पर तोड़ा गया 300 साल पुराना शिव मंदिर… करौली और जहांगीरपुरी पर आंसू बहाना और हिंदुओं की आस्था को ठेस पहुंचाना- यही है कांग्रेस का सेक्युलरिज्म ब्रज भूमि कल्याण परिषद ने कांग्रेस विधायक और तीन अधिकारियों पर तीन मंदिर तोड़े जाने का आरोप लगाया है। जिसके बाद उन्होंने राजगढ़ के कांग्रेस विधायक जौहरीलाल मीणा, एसडीएम और नगरपालिका के सीआईओ के खिलाफ राजगढ़ थाने में शिकायत दर्ज कराई गई। मंदिर तोड़े जाने के विरोध में नगर पालिका के EO, SDM और राजगढ़ विधायक के खिलाफ थाने में मुकदमा दर्ज करवाने के लिए तहरीर दी गई है। लेकिन अभी तक मुकदमा दर्ज नहीं किया गया। वहीं स्थानीय लोगों का आरोप है कि विकास के नाम पर साजिश के तहत मंदिर तोडा गया है।