जैसे ही हम बॉयकॉट शब्द को सुनते हैं वैसे ही हमारे दिमाग में बॉलीवुड की कई फिल्मों को बॉयकॉट करने का ख्याल तुरंत आ जाता है। इन दिनों यह बॉयकॉट शब्द सोशल मीडिया पर काफी चर्चा में है और इसकी चर्चा का अभी इन दिनों मुख्य वजह आमिर खान की फिल्म लाल सिंह चड्ढा एवं अक्षय कुमार की रक्षाबंधन जिसके लिए #बॉयकॉट लाल सिंह चड्ढा और #बॉयकॉट रक्षाबंधन चल रहा है। सिर्फ यही दोनों फिल्में ही नहीं इससे पहले #बॉयकॉटडार्लिंग #बॉयकॉटबॉलीवुड का ट्रेंड भी चला था। इन सभी फिल्मों को आम लोगों के द्वारा बायकाट करने की मांग की गई थी। कुछ फिल्मों को लेकर लोगों की उत्तेजना इतनी अधिक बढ़ गई कि लोग सोशल मीडिया का विरोध फिल्मों के सेट तक या सिनेमाघरों के बाहर तक पहुंच गया जहां पर लोगों ने तोड़फोड़ की पोस्टर जलाए स्क्रीन से फिल्म हटाई तो वहीं कई बार स्लैब्स को धमकी तक दे दी।
बॉयकॉट ट्रेंड की चलते ही लाल सिंह चड्ढा सिर्फ 4 दिनों में 38 करोड़ की ही कमाई कर सकी। वैसे तो यह शब्द बहुत मामूली सा लगता है परंतु इस शब्द के एक ट्रेंड करने से बॉलीवुड को भारी नुकसान सहना पड़ता है सिर्फ बॉलीवुड को ही नहीं उसमें काम कर रहे एक्टर और एक्ट्रेस को इसका शिकार होना पड़ता है। उनकी फिल्मों को नुकसान झेलना पड़ता है। यही नहीं उस फिल्म को बनाने वाले प्रोड्यूसर और डायरेक्टर को भी भारी नुकसान जिला पड़ता है।
कब-कब रहा बायकॉट ट्रेंड का असर-
शाहरुख खान-
2008 में हुए 26/11 हमले के बाद भारत पाकिस्तान के बीच तनाव बहुत अधिक बढ़ गया। पाकिस्तानी क्रिकेटर्स को आईपीएल में भी बैन कर दिया गया। कोलकाता नाइट राइडर्स के मालिक शाहरुख खान ने 2009 में पाकिस्तानी प्लेयर्स को आईपीएल में जगह दिए जाने की बात कही जिसके कारण विवादों में घिर गए और उनकी उस वक्त आने वाली फिल्म माय नेम इज खान का लोगों ने काफी जमकर विरोध किया। शाहरुख को पाकिस्तानी का सपोर्टर बताया गया और उनका सपोर्ट कर रहे लोगों की फिल्मों को भी बायकॉट किए जाने की मांग होने लगी। सोशल मीडिया पर आए दिन फिल्में बाय कार्ड की जाने लगी।
आमिर खान-
बॉयकॉट ट्रेंड का आमिर खान शिकार हुए। 2015 में इंडियन एक्सप्रेस के दिल्ली में हुए इवेंट के दौरान आमिर खान ने ऐसा बयान दे दिया जिसके बाद वे विवादों में घिर गए। जिसमें आमिर खान ने कहा कि उनकी पत्नी को भारत में डर महसूस होता है और वह विदेश सेटल होना चाहते हैं। जिसके कारण विवाद इतने बढें और इसके चलते आमिर खान का विरोध किया जाने लगा। आमिर का सपोर्ट करने वालों की फिल्में बायकॉट की जाने लगी।
सुशांत सिंह राजपूत
सुशांत सिंह राजपूत की आकस्मिक मृत्यु के बाद #बायकाट का ट्रेंड सिर चढ़कर बोलने लगा। सुशांत सिंह राजपूत की मौत के बाद बॉलीवुड स्टार फिल्में और पूरी इंडस्ट्री को बायकाट करने का मुद्दा सबसे ज्यादा गर्माया था और कई स्टार, स्टारकिड्स और उनकी फिल्मों को बायकाट किया गया। जिसमें आलिया भट्ट उसका शिकार हुई स्टार किड्स की फिल्में बुरी तरह से फ्लॉप हो गई सुशांत की मौत के बाद से आए दिन में बात की जा रही है।
बॉयकॉट कल्चर का बॉलीवुड पर असर
#बॉयकॉट लाल सिंह चड्ढा #बॉयकॉट रक्षाबंधन जैसी फिल्मों के अलावा 2019 में दीपिका पादुकोण को भी बायकाट का सामना करना पड़ा। दीपिका पादुकोण को जेएनयू में हुए प्रोटेस्प में शामिल होने के लिए भारी कीमत चुकानी पड़ी जिसके चलते उनकी फिल्म छपाक को बायकाट का असर सहना पड़ा। 36 करोड़ में बनी यह फिल्म 56 करोड़ का ही बिजनेस कर सके। ठीक इसी तरह सुशांत सिंह राजपूत की मौत के बाद से ही बॉलीवुड में नेपोटिज्म का मुद्दा खूब चर्चा का विषय बना रहा। ऐसे में कई स्टार किड्स को बायकाट किया गया जिसमें आलिया भट्ट की फिल्म सड़क टू रिलीज हुई तो बायकॉट के चलते फिल्म बुरी तरह से पिट गई लोगों का नेपोटिज्म पर गुस्सा इतना अधिक था कि ट्रेलर रिलीज होते ही 2 दिन में से 5.3 मिलियन डिसलाइक मिले यह ट्रेलर यूट्यूब का दूसरा सबसे ज्यादा डिसलाइक किया गया वीडियो था।
इस बॉयकॉट कल्चर के चलते इसका असर फिल्म बिजनेस पर बहुत पड़ता है। इसे ट्रेंड के चलते लोगों ने सेंसर बोर्ड का काम खुद करने लगे हैं सेंसर बोर्ड का काम ही होता है भड़काऊ फिल्म , विवादित कंटेंट वाली या भावनाएं आहत करने वाली फिल्म को लोगों तक ना पहुंचाना। ऐसे में सेंसर बोर्ड मेकर्स देश में बदलाव करने की अपील कर रिलीज को टाल देता है। लेकिन अब इस काम को भी जनता खुद ही करने लगी है। लोग फिल्में रिलीज होने से पहले ही उस पर प्रतिबंध की मांग करने लगते हैं। ज्यादातर ऐसा इसलिए होता है फिल्मों में हिंसक कंटेंट होता है या फिर धार्मिक भावनाएं या इतिहास को गलत तरीके से पेश करने के कारण। परंतु इसका दूसरा पहलू यह है कि यह सिर्फ बॉयकॉट ट्रेंड धार्मिक भावनाएं आहत या हिंसक कंटेंट पर ही सीमित नहीं है। यह ट्रेंड एक्टर एक्ट्रेस की जुड़ी हुई कंट्रोवर्सी के चलते भी उनकी फिल्मों में बॉयकॉट ट्रेंड का इस्तेमाल किया जाने लगा है।
बॉयकॉट कल्चर पर अर्जुन कपूर भड़क उठे
बॉयकॉट कल्चर सी बॉलीवुड बॉलीवुड की फिल्मों को भारी नुकसान झेलना पड़ता है। इस पर अर्जुन कपूर ने तीखी प्रतिक्रिया दी है जिसके चलते लोग उन्हें बहुत ज्यादा ट्रॉल कर रहे हैं। अर्जुन कपूर ने कहा कि हम सब में इस बारे में चुप रह कर गलती की है। जब सब इस पर चुप रहकर अपनी डिग्निटी बना रहे थे तब लोग इसका फायदा उठाने लगे। इंडस्ट्री में लोग सोच रहे हैं कि उनका काम उनके लिए बोलेगा परंतु अब ट्रेलर्स ने इसे अपनी आदत बना ली है। अर्जुन कहते हैं कि अब इंडस्ट्री के लोगों को एक साथ आने और इस बारे में खुलकर बात करने की जरूरत है क्योंकि उनके बारे में क्या लिखते हैं वह सच्चाई से बहुत दूर होता है। जब हम ऐसी फिल्में करते हैं जो बॉक्स ऑफिस पर अच्छा परफॉर्म करते हैं तो उन्हें हमारे नाम की वजह से नहीं बल्कि फिल्म की है अब बहुत ज्यादा हो रहा है और यह गलत है। इस बयान के बाद ट्रेलर्स उन्हें जमकर ट्रॉल कर रहे हैं लोगों ने कहा कि अर्जुन कपूर खुद से ही बात करते हैं क्योंकि इनकी फिल्में तो कोई देखता ही नहीं है वहीं एक दूसरे यूज़र ने यह भी कहा कि यह किस भ्रम में जी रहे हो पार्थ।