Sunday, September 8, 2024
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क्या भारत वंश की कमला हैरिस बन सकती है अमेरिका की राष्ट्रपति?

यह सवाल उठना लाजिमी है कि क्या भारत वंश की कमला हैरिस अमेरिका की राष्ट्रपति बन सकती है या नहीं! अमेरिका में नवंबर में होने जा रहे अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव के लिए मौजूदा राष्ट्रपति जो बाइडन की उम्मीदवारी खतरे में है। 81 साल के बाइडन पर बुढ़ापा हावी हो रहा है। साथ में वह डिमेंशिया यानी भूलने की बीमारी से भी जूझ रहे हैं। डेमोक्रेटिक पार्टी के उम्मीदवार बाइडन वैसे तो पूरा दम-खम लगा रहे हैं, मगर उनकी याददाश्त और फिटनेस को लेकर सवाल उठ रहे हैं। हाल ही में बाइडन वॉशिंगटन में एक कन्वेंशन सेंटर में संबोधन के दौरान उन्होंने यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की को राष्ट्रपति पुतिन कह दिया। यहां तक कि वो उप राष्ट्रपति कमला हैरिस को डोनाल्ड ट्रंप कह बैठे। इससे पहले वह खुद को ही ब्लैक वुमन बता चुके हैं। ऐसे में भुलक्कड़ बाइडन को डेमोक्रेट उम्मीदवारी से हटाए जाने की मांग खुद उनकी पार्टी के ही लोग कर रहे हैं। पार्टी के ज्यादातर लोग उप राष्ट्रपति कमला हैरिस को डेमोक्रेट पार्टी की प्रत्याशी बनाए जाने की मांग कर रहे हैं। 5 नवंबर को होने वाले अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में अगर कमला जीतती हैं तो वह देश की पहली वुमन होंगी, जो इस पद पर काबिज होंगी। बाइडन इस वक्त अपनी उम्मीदवारी के भविष्य को लेकर बढ़ते दबाव का सामना कर रहे हैं। उनकी कैंपेन टीम चुपचाप एक वोटर सर्वे के माध्यम से पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के खिलाफ उपराष्ट्रपति कमला हैरिस की लोकप्रियता का पता लगाने की कोशिश कर रही है। न्यूयॉर्क टाइम्स के अनुसार, यह सर्वे गुप्त रूप से किया गया है। बाइडन को अपना नामांकन वापस लेने के लिए मनाने के तौर-तरीकों पर भी विचार किया जा रहा है। दरअसल, बाइडन अपनी उम्मीदवारी से पीछे हटने को तैयार नहीं हैं। वह कह चुके हैं कि अब ईश्वर ही उन्हें इसके लिए मना सकता है।

दो हफ्ते पहले बाइडेन और रिपब्लिकन प्रत्याशी डोनाल्ड ट्रंप के बीच हुई पहली प्रेसिडेंशियल डिबेट में अमेरिकी राष्ट्रपति के खराब प्रदर्शन से डेमोक्रेट्स काफी परेशान हैं। बाइडन पर प्रत्याशी से हटने का दबाव है। मगर, बाइडन बार-बार डेमोक्रेट्स से एकजुट रहने की नसीहत दे रहे हैं और ट्रंप को हराने का दावा कर रहे हैं। बाइडन ने 9 जुलाई को कांग्रेस के डेमोक्रेट्स को लिखे एक पत्र में कहा कि वह अपनी मानसिक स्थिति के बारे में बढ़ती चिंताओं के बावजूद अपनी चुनावी रेस जारी रखेंगे।

27 जून को प्रेसीडेंशियल बहस के बाद राष्ट्रपति बाइडन की जमकर फजीहत हुई। तभी से भारतीय मूल की कमला हैरिस अपने बॉस का लगातार बचाव करती रहीं। कमला ने कहा कि 90 मिनट की बहस से किसी को कमतर आंका नहीं जा सकता है। डेमोक्रेटिक पार्टी के सांसद एडम स्किफ और जिम क्लिबर्न जैसे बड़े नाम 59 वर्षीय कमला हैरिस की उम्मीवारी के समर्थन में हैं। ये सांसद यह मानते हैं कि बाइडन की जगह कमला हैरिस ज्यादा बेहतर उम्मीदवार हैं। एडम स्किफ ने तो यहां तक कहा कि ट्रंप को कमला ही हरा सकती हैं।सार्क यूनिवर्सिटी में प्रोफेसर देवनाथ पाठक के अनुसार, बाइडन के सहयोगी रहे कुछ डेमोक्रेट्स ऐसे भी हैं जो कमला हैरिस को साल 2020 के राष्ट्रपति चुनाव में डमोक्रेटिक उम्मीदवारी की दौड़ में वोटिंग से पहले ही पिछड़ जाने वाले शख्स के रूप में देखते हैं। वो मानते हैं कि कमला का व्हाइटस हाउस में रिकॉर्ड अच्छा नहीं रहा और उनकी अप्रूवल रेटिंग कम रही है। डेमोक्रेट समर्थकों का मानना है कि चुनावी सर्वेक्षणों में भी यह सामने आया है कि बाइडन की तुलना में कमला हैरिस ट्रंप के खिलाफ ज्यादा बेहतर प्रदर्शन कर सकती हैं। पाठक बताते हैं कि कमला का कद खुद उनकी पार्टी में ही बढ़ा है। बाइडन का बचाव करते-करते वह खुद मजबूत होकर उभरी हैं। विपक्षी भी उनकी वकालत कर रहे हैं। यहां तक कि ट्रंप के कुछ समर्थक तो ये भी कह रहे हैं कि ट्रंप का मुकाबला कमला से ही होने वाला है।

दरअसल, कमला हैरिस की एक राष्ट्रीय छवि है। उनके पास चुनाव प्रचार के लिए इंफ्रास्ट्रक्चर है और वे युवा मतदाताओं को अपील कर सकती हैं। इससे चुनाव के चार महीने पहले बिना किसी अड़चन के उम्मीदवार बदला जा सकता है।

ट्रंप के साथ प्रेसीडेंशियल डिबेट में पिछड़ने के बाद बाइडन के साथ कमला हैरिस हर जगह नजर आ रही हैं। इससे खुद उनकी छवि मजबूत हो रही है। यह एक तरह से उनकी छद्म उम्मीदवारी को पुष्ट करता है। 4 जुलाई यानी अमेरिकी स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर हर बार कमला हैरिस अपने लॉस एंजिलिस स्थित अपने घर में फायर फाइटर्स और सीक्रेट सर्विस एजेंट्स के लिए हॉटडॉग बनाती और खिलाती हैं। मगर, इस बार वह सबकुछ छोड़कर व्हाइट हाउस में बाइडन के साथ आजादी का जश्न मना रही थीं। उनका बाइडन का बचाव करना ही अमेरिकी लोगों को रास आ रहा है। पाठक बताते हैं कि हाॅट डॉग ग्रिल करना छाेड़कर व्हाइट हाउस में जाना ये सांकेतिक रूप से कमला की छवि की मजबूती है। इससे डेमोक्रेट्स के बीच उनकी स्वीकार्यता और ज्यादा बढ़ेगी।

अगर बाइडन नॉमिनेशन वापिस लेते हैं और उसके बाद पार्टी हैरिस के अलावा किसी और को मैदान में उतारती है तो ये बात डेमोक्रेट्स के ताकतवर ब्लैक कॉकस को नागवार गुजरेगी। खास बात यह है कि ट्रंप की रिपब्लिकन पार्टी भी कमला को ही सबसे ज्यादा योग्य मानती है, जो बाइडन की जगह ले सकती हैं। डोनाल्ड ट्रंप तो पहले ही कमला हैरिस को अपना प्रतिद्वंद्वी उम्मीदवार मानने लग गए हैं और उनको ‘निराश करने वाली शख्स’ करार दिया है। हाल में हुए सीएनएन पोल में कहा गया था कि ट्रंप के खिलाफ कमला राष्ट्रपति बाइडन से बेहतर प्रदर्शन कर सकती हैं। इस पोल में कमला को ट्रंप से बस 2 अंक पीछे बताया गया, जबकि बाइडन को ट्रंप से 6 अंक पीछे बताया गया है।

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