क्या वर्तमान में बिल्डिंग में लगी लिफ्ट पर नहीं किया जा सकता भरोसा?

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यह सवाल उठना लाजिमी है कि क्या वर्तमान में बिल्डिंग में लगी लिफ्ट पर भरोसा नहीं किया जा सकता! दिल्ली से सटे नोएडा के सेक्टर-137 स्थित पारस टियरा सोसायटी में फिर एक दिल दहला देने वाली घटना घटी है। इस सोसायटी में लिफ्ट की घटनाएं नहीं रुक रहीं है। इससे पहले भी 3 अगस्त 2023 की शाम को पारस टियरा सोसायटी के टॉवर-24 में लिफ्ट गिरने से एक बुजुर्ग महिला की मौत हो चुकी है। जिसके चलते महिला के परिवारजनों ने सोसायटी प्रबंधन और लिफ्ट अधिकारियों के खिलाफ सेक्टर-142 थाने में केस दर्ज करवाया गया था, रविवार रात पारस टियरा हाउसिंग सोसायटी के टावर-5 की लिफ्ट अचानक खराब हो गई। चौथी मंजिल पर खराब हुई लिफ्ट में सवार तीन लोग अंदर फंस गए। लिफ्ट से बाहर निकलने के दौरान लिफ्ट के ब्रेक अचानक फेल हो गए। बेकाबू हुई लिफ्ट तेजी से ऊपर की ओर जाने लगी और सीधे 25वीं मंजिल पर पहुंच गई। अचानक ब्रेक फेल होने की वजह से खराब हुई लिफ्ट सबसे आखिरी मंजिल की छत पर पहुंचकर टकरा गई, जिससे छत क्षतिग्रस्त हो गई।

सोसायटी निवासी ने बताया कि पिछले साल हुई घटना में बुजुर्ग महिला की हुई मौत मामले में उनके परिजनों ने सोसायटी के प्रेसिडेंट और अन्य लोगों के खिलाफ केस दर्ज करवाया था। जिसके चलते सोसायटी के प्रेसिडेंट रमेश गौतम आईपीसी की धारा-304ए के तहत गिरफ्तार भी हुए थे। उनके अलावा कुल आठ लोगों के खिलाफ पुलिस ने नामजद अभियोग पंजीकृत करके चार्जशीट कोर्ट में प्रस्तुत की थी। उसके बाद से रमेश गौतम और अन्य तीन आरोपी अनंगपाल चौहान, सुखपाल सिंह राणा और नीतू सलार फिलहाल जमानत पे रिहा हैं और इस बड़े हादसे के बाद भी सोसायटी प्रबंधन के विभिन्न पदों पर आसीन हैं।

12 मई यानी रविवार की रात ठीक वैसा ही हादसा पारस टियरा सोसायटी के टॉवर-25 में हुआ, जिसमें तीन लोग दुर्घटना के शिकार हुए। एक सोसायटी निवासी मोहन लाल जी थे, जिन्होंने आठवीं मंजिल से नीचे जाने के लिए लिफ्ट पकड़ी थी। साथ में उस लिफ्ट में दो डिलीवरी बॉयज मौजूद थे, जो सामान की डिलीवरी के लिए लिफ्ट में मौजूद थे। लिफ्ट में बैठते ही एक तेज झटका लगा और लिफ्ट नीचे जाने के बजाय तेजी से ऊपर जाते हुए 25वीं मंजिल की छत के जाल को तेजी से तोड़ती हुई आधी छत पे जा के अटक गई। लिफ्ट में फंसे हुए लोगों की तत्काल सहायता के लिए कोई भी टेक्निशियन उपलब्ध नहीं था। सिक्योरिटी गार्ड को लिफ्ट खोलने के बारे में न कोई जानकारी थी और न ही किसी प्रकार की ट्रेनिंग मिली हुई थी। अंततः लिफ्ट में फंसे एक डिलीवरी बॉय की सूझबूझ से लिफ्ट का दरवाजा अन्दर से खोल कर तीनों लोगों को रेस्क्यू किया गया। किसी भी व्यक्ति को ज्यादा चोटें नहीं आई हैं, लेकिन इस हादसे से भय और सदमे की स्थिति है। लिफ्ट में जो हादसा हुआ उसका तकनीकी कारण बिल्कुल पिछली साल के लिफ्ट हादसे की तरह था, जिसमें काउंटर वैट की केबल टूटने से लिफ्ट तेज गति से नीचे जाने की बजाय तेजी से बिल्डिंग की छत की जाली तोड़ते हुए अटक गई थी।

हादसे के समय पिछली बार की तरह इस बार भी सोसायटी के अपार्टमेंट ऑनर्स एसोसिएशन के सभी पदाधिकारी मौजूद नहीं थे। पारस टियरा सोसायटी काफी दुर्दशा में चल रही है और आए दिन यहां के निवासी विरोध-प्रदर्शन और धरना देते रहते है। 22 जनवरी 2024 को सोसायटी की एओए कार्यकारिणी का एक वर्ष का कार्यकाल कानूनन समाप्त हो चुका है। उसके बावजूद भी बिना चुनाव कराए कालातीत एओए कुर्सी पे काबिज हैं। डिप्टी रजिस्ट्रार सोसायटीज से इसकी कई बार शिकायतें की गईं और निवासियों की तरफ से विधिवत चुनाव कराने की गुहार की गई। जिस पर निर्णय लंबित है। एसडीएम सदर के कोर्ट में भी चुनाव के विषय में मामला लंबित है। जिस पर 15 तारीखें लगने के बाद भी अभी तक मामला लंबित है। प्रशासन के इस सुस्त रवैए के चलते सोसायटी के प्रबंधन पर अवैध कालातीत एओए बोर्ड का कब्जा है। जिसके अध्यक्ष रमेश गौतम हैं, जो पिछले छह साल से सोसायटी के सभी बैंक अकाउंट्स का संचालन कर रहे हैं।

1 अप्रैल 2024 से कालातीत अध्यक्ष रमेश गौतम में बिना किसी जीबीएम यानी जनरल बॉडी मीटिंग की सहमति से सोसायटी मेंटेनेंस शुल्क में 32% की बढ़ोतरी कर दी है, जिसमें सिंकिंग फंड में 400% की बढ़ोतरी करते हुए 10 पैसा प्रति स्क्वायर फीट से बढ़ा कर 50 पैसा कर दिया है, जिससे निवासियों पर अधिक आर्थिक दबाव आ गया है। यहां पर मेंटेनेंस शुल्क बढ़ाने के बाद भी सर्विसेज और उसकी क्वालिटी में कोई सुधार नहीं हुआ है। इस विषय पर भी डिप्टी रजिस्ट्रार को निवासियों की ओर से शिकायत की गई है। जिस पर भी मामला लंबित है।

12 मई 2024 का लिफ्ट मामला, जिसमे टीकेई कंपनी की लिफ्ट लगी है, उसके साथ हुए लिफ्ट मेंटेनेंस एग्रीमेंट की कॉपी भी रमेश गौतम के पास उपलब्ध नहीं है। 26 फरवरी से उत्तर प्रदेश में लिफ्ट अधिनियम 2024 लागू है, लेकिन उस एक्ट के तहत अभी तक पारस टियरा का पंजीयन हुआ भी है या नहीं इसकी जानकारी रमेश गौतम की तरफ से नहीं दी गई है। गुस्साएं निवासियों ने 12 मई के लिफ्ट हादसे के लिए सोसायटी प्रबंधन को लापरवाही का जिम्मेदार मानते हुए रमेश गौतम, सुखपाल सिंह राणा, अनंगपाल चौहान एवं अन्य के खिलाफ सेक्टर-142 पुलिस थाना प्रभारी को कल रात तहरीर दी गई है।