इस बार बारिश और भी तेज हो सकती है! भीषण गर्मी के बीच लोगों के मन में यह सवाल है कि आखिर इससे राहत कब मिलेगी। देश के अधिकांश राज्य इस वक्त भीषण गर्मी की चपेट में हैं। कई राज्यों में पारा 45 के पार बना हुआ है। मॉनसून की एंट्री देश में हो चुकी है लेकिन इसने अभी तक रफ्तार नहीं पकड़ी है। लोग जल्द बारिश के लिए पूजा-पाठ कर रहे हैं। इस भीषण गर्मी के बीच मौसम विभाग की ओर से मंगलवार कहा गया कि अगले 24 घंटों तक उत्तर भारत के कुछ हिस्सों में भीषण गर्मी की स्थिति बनी रहेगी लेकिन उसके बाद धीरे-धीरे इसमें कमी आ सकती है। मॉनसून को लेकर आईएमडी ने अगले दो दिनों के दौरान पश्चिम बंगाल, असम और मेघालय में भारी बारिश का अनुमान लगाया है। मौसम विभाग ने 19 जून से दिल्ली में भी भीषण गर्मी से कुछ राहत मिलने का अनुमान जताया है। यूपी के प्रयागराज में सोमवार को 47.6 डिग्री सेल्सियस तापमान दर्ज किया गया, जो 17 जून को देश में सबसे अधिक था। आईएमडी ने पंजाब, हरियाणा-चंडीगढ़-दिल्ली, उत्तराखंड, बिहार में 18-19 जून को और उत्तर प्रदेश में 18 से 20 जून तक भीषण गर्मी के बीच रेड अलर्ट जारी किया है। मध्य प्रदेश में 18 और 19 जून, उत्तर प्रदेश में 21 और 22 जून और झारखंड में 18 जून को ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। दिल्ली में भीषण गर्मी का प्रकोप जारी है और मंगलवार को भी अधिकतम तापमान 45 डिग्री सेल्सियस से ऊपर दर्ज किया गया। हालांकि मौसम विभाग ने 19 जून से भीषण गर्मी से कुछ राहत मिलने का अनुमान जताया है। मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि जितनी तेज गर्मी पड़ेगी। मॉनसून उतना ही अच्छा होने की उम्मीद होती है, क्योंकि हवाएं जब गर्म होकर ऊपर उठती हैं तो उस खाली जगह को भरने के लिए मॉनसूनी हवाएं तेजी के साथ आती हैं। फिर वह झमाझम बारिश करती हैं। अभी 21 जून तक दिन में हीट वेव और गर्म रातें रहेंगी।राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में मंगलवार तक के लिए ‘रेड’ अलर्ट जारी किया गया था।
मौसम विभाग ने दिल्ली के लिए 19 और 20 जून को येलो अलर्ट जारी किया है। आसार है कि अगले दो दिनों में कुछ जगहों पर धूलभरी आंधी चले और कहीं-कहीं बौछारें पड़ें। मगर, इससे भी गर्मी से राहत नहीं मिलेगी। अब तो दिल्ली वालों को मॉनसून का इंतजार है। हाल फिलहाल में बड़ी राहत मिलने के आसार नहीं हैं और दिल्ली वालों को 10 दिनों तक प्रचंड गर्मी सहनी होगी। 27 जून के करीब दिल्ली में प्री मॉनसून की बारिश हो सकती है। जून के आखिर या जुलाई के पहले सप्ताह में मॉनसून दिल्ली पहुंच सकता है।
मौसम विभाग की मानें तो गाजियाबाद और नोएडा 26 जून के आसपास मॉनसून की बारिश शुरू हो जाएगी, लेकिन उससे पहले प्री मॉनसून की बारिश से भीषण गर्मी से राहत मिलने की उम्मीद है। प्री मॉनसून की बारिश की संभावना 22 जून के आसपास बन रही है। मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि जितनी तेज गर्मी पड़ेगी। मॉनसून उतना ही अच्छा होने की उम्मीद होती है, क्योंकि हवाएं जब गर्म होकर ऊपर उठती हैं तो उस खाली जगह को भरने के लिए मॉनसूनी हवाएं तेजी के साथ आती हैं। फिर वह झमाझम बारिश करती हैं। अभी 21 जून तक दिन में हीट वेव और गर्म रातें रहेंगी।
आईएमडी ने कहा है कि अगले तीन से चार दिनों के दौरान महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़, ओडिशा,बंगाल, बिहार और झारखंड के कुछ हिस्सों में दक्षिण-पश्चिम मॉनसून के आगे बढ़ने के लिए परिस्थितियां अनुकूल हैं। यही नहीं लू का असर पहाड़ी राज्यों जैसे हिमाचल और उत्तराखंड में भी देखने को मिल रहा है। यहां 22 जून तक येलो और ऑरेंज अलर्ट दोनों है। हिमाचल प्रदेश की बात करें तो यहां 22 जून तक राहत नहीं है। आज यहां हीटवेव का येलो अलर्ट है जो 22 जून तक रहेगा। उत्तराखंड में भी कमोबेश यही स्थिति है। इस दौरान जरूर 40-5- किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलेंगी।पंजाब और हरियाणा में भी लू और भीषण गर्मी का अटैक है। दोनों प्रदेशों में 22 जून तक राहत के कोई आसार नहीं हैं। यहां हीटवेव का अलर्ट 22 जून तक है जिसमें कहीं कहीं इसका येलो तो कहीं कहीं ऑरेंज अलर्ट भी है। मध्य प्रदेश के लिए सोमवार और मंगलवार का दिन काफी राहत भरा रहा।
पश्चिम बंगाल और बिहार में अलग-अलग स्थानों पर भारी से बहुत भारी बारिश की संभावना है। आईएमडी ने अगले पांच दिनों के दौरान अरुणाचल प्रदेश, असम और मेघालय, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा में आंधी, बिजली और तेज हवाओं के साथ हल्की से तेज बारिश की बात कही है। अगले पांच दिनों के दौरान गुजरात, कोंकण और गोवा में हल्की बारिश की संभावना है।