अब आने वाले समय में तेज बारिश हो सकती है !दिल्ली में बारिश के साथ ही लोगों को उमस झेलनी पड़ रही है। राजधानी के कुछ हिस्सों में वीकेंड के सुबह की शुरुआत बारिश के साथ हुई। हालांकि, दोपहर में धूप निकलने से लोगों को उमस ने परेशान कर दिया। उमस की वजह लोग पसीने से तरबतर रहे। दिल्ली में अधिकतम तापमान सामान्य से दो डिग्री सेल्सियस कम दर्ज किया गया। भारत मौसम विभाग के मुताबिक, अधिकतम तापमान 34.7 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जबकि न्यूनतम तापमान 27.1 डिग्री सेल्सियस रहा। यह इस मौसम के औसत तापमान से 0.8 डिग्री सेल्सियस कम है। दिल्ली में 7 जुलाई से लेकर 12 जुलाई तक हल्की बारिश का अनुमान है। मौसम विभाग के अनुसार दिल्ली में इस दौरान बादल छाए रहेंगे। 11 जुलाई को अधिकतम पारा 37 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच सकता है।इसके अलावा 845.1 एमएम, असम में 600.3 एमएम, त्रिपुरा में 605.0 एमएम, अंडमान और निकोबार में 629.6 एमएम, बारिश हुई है। वहीं, सबसे कम बारिश वाले प्रदेशों में लद्दाख में महज 14.1 एमएम, हरियाणा में 61.3 एमएम, चंडीगढ़ में 90.3 एमएम, पंजाब में 68.3 एमएम बारिश हुई है। मौसम विभाग का कहना है कि अगले कुछ दिनों तक पंजाब, हरियाणा, ईस्ट राजस्थान, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड और वेस्ट मध्य प्रदेश में तेज बारिश का अलर्ट जारी किया गया है। 7 जुलाई को ओडिशा, 9 जुलाई तक अरुणाचल प्रदेश, 9 और 10 जुलाई को असम, मेघालय में भारी बारिश का अलर्ट है।
दो दिन जमकर बरसात के बाद मॉनसून अब रूठने लगा है। पिछले तीन दिनों में शहर के कुछ हिस्सों में ही हल्की बारिश हुई है। इस कारण उमस भरी गर्मी परेशान करने लगी है। मौसम विभाग 12 जुलाई तक बारिश का अनुमान जता रहा है। मौसम विभाग के अनुसार मॉनसून कमजोर पड़ने लगा है। इस कारण आने वाले दिनों में शहर के कुछ स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है। मौसम वैज्ञानिक डॉ़ मंजीत के अनुसार अभी बारिश की संभावनाएं क्षीण नहीं हुई हैं। 12 जुलाई तक लगातार बारिश के संकेत हैं, लेकिन अलग-अलग दिन हल्की बारिश की संभावना नजर आ रही है।
भारत के पूर्वी भागों में मूसलाधार बारिश होने से बिहार में कई स्थानों पर विभिन्न नदियों का जलस्तर बढ़ने लगा है। असम में बाढ़ की स्थिति गंभीर बनी हुई है। यहां बाढ़ से 30 जिलों के 24.5 लाख लोग प्रभावित हैं। बिहार में 4 जुलाई से कई जिलों में हल्की से मध्यम बारिश दर्ज की गई। राज्य के कुछ जिलों में लगातार बारिश के कारण नदियां और नाले उफान पर हैं। पानी का बहाव बढ़ने से कई बांधों में पानी का स्तर भी बढ़ गया है। इसके अलावा नेपाल के जलग्रहण क्षेत्रों में लगातार बारिश के कारण भी कई जगहों पर नदियां खतरे के स्तर को छू रही हैं या उससे ऊपर बह रही हैं। हिमाचल प्रदेश के कई इलाकों में भारी बारिश हुई है जिसमें कांगड़ा का धर्मशाला और पालमपुर शामिल है जहां 200 मिलीमीटर से अधिक बारिश हुई।
बीते कुछ दिनों से कई प्रदेशों में हो रही जोरदार बारिश की वजह से शनिवार को इस मॉनसून सीजन में बारिश की भरपाई हो गई। अब जून से शुरू हुए मॉनसून सीजन में एक प्रतिशत तक अधिक बारिश देश भर में हुई है। इस सीजन में पहली बार मॉनसून सरप्लस में पहुंचा है। मौसम विभाग के अनुसार, मॉनसून के दौरान एक जून से अब तक देश भर में सामान्य तौर पर 213.3 एमएम बारिश होती है। वहीं अब तक इस सीजन में 214.9 एमएम बारिश हो चुकी है।
मौसम विभाग के अनुसार सबसे अधिक बारिश मेघालय में 1248.4 एमएम, गोवा में 1167.7 एमएम बारिश हो चुकी है। इसके अलावा 845.1 एमएम, असम में 600.3 एमएम, त्रिपुरा में 605.0 एमएम, अंडमान और निकोबार में 629.6 एमएम, बारिश हुई है। मौसम विभाग 12 जुलाई तक बारिश का अनुमान जता रहा है। मौसम विभाग के अनुसार मॉनसून कमजोर पड़ने लगा है। इस कारण आने वाले दिनों में शहर के कुछ स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है। मौसम वैज्ञानिक डॉ़ मंजीत के अनुसार अभी बारिश की संभावनाएं क्षीण नहीं हुई हैं। 12 जुलाई तक लगातार बारिश के संकेत हैं, लेकिन अलग-अलग दिन हल्की बारिश की संभावना नजर आ रही है।वहीं, सबसे कम बारिश वाले प्रदेशों में लद्दाख में महज 14.1 एमएम, हरियाणा में 61.3 एमएम, चंडीगढ़ में 90.3 एमएम, पंजाब में 68.3 एमएम बारिश हुई है। मौसम विभाग के अनुसार, अब तक मॉनसून के दौरान छह राज्यों में कम बारिश 21 राज्यों में सामान्य बारिश, 5 राज्यों में सामान्य से अधिक बारिश और 4 राज्यों में सामान्य से बहुत अधिक बारिश हुई है।