नई दिल्ली :: पहाड़गंज इलाके में बुधवार को हुई लगभग 4 करोड़ की लूट का खुलासा करने मेंपुलिस को पेटीएम के 100 रुपये के भुगतान ने अहम सूचना दे दी। इस सूचना के बाद पुलिस भुगतान करने वाले तक पहुंच गई मगर पुलिस के पहुंचने से पहले बदमाश वहां से फरार हो गया था। दिल्ली पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज की मदद से लूट के आरोपियों को पकड़ा पुलिस अभी अन्य आरोपियों की तलाश कर रही है पुलिस की वर्दी पहने एक शख्स समेत चार लोगों ने दो व्यक्तियों की आंखों में मिर्ची पाउडर डाल कर करीब 4 करोड़ रुपये के गहने कथित रूप से लूट लिए थे. पुलिस ने बताया कि कूरियर सेवा का मालिक तड़के अपने एक साथी के साथ पहाडगंज में खड़ी अपनी गाड़ी के पास जा रहा था तभी यह वारदात हुई चोरों को राजस्थान के जयपुर से गिरफ्तार किया पुलिस के मुताबिक चोरी किए गए गहनों की कीमत 4 करोड़ रूपये है
एक सीनियर पुलिस अधिकारी ने बताया,पुलिस के अनुसार शिकायतकर्ता ने बताया कि उसके बाद आरोपियों ने उनकी आंखों में मिर्ची पाउडर झोंक दिया और वे उनके दो बैग लेकर चंपत हो गए जिनमें ज़ेवरात थे और इन बैगों को चंडीगढ़ और लुधियाना ले जाना था. पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि लूटे गए आभूषणों की कीमत करीब दो करोड़ रुपये आंकी गई. डीसीपी श्वेता चौहान ने कहा, ‘ IPC की धाराओं 392 (लूट), 34 (साझा इरादा) और 506 (धमकी देना) के तहत मामला दर्ज किया गया.’ अब पुलिस ने पूरे मामले का खुलासा कर दिया पेटीएम लेनदेन से दिल्ली पुलिस को चार करोड़ की चोरी के आरोपियों तक पहुंचने का एक बड़ा सुराग मिला और उन्हें गिरफ्तार करने में कामयाबी भी मिली. दरअसल, 100 रुपए के डिजिटल लेनदेन और 200 सीसीटीवी कैमरों के फुटेज के आधार पर चार करोड़ रुपए की ज्वैलरी की चोरी की वारदात के महज 24 घंटे में पुलिस ने जयपुर से अपराध में शामिल चार आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है रिपोर्ट के मुताबिक, बुधवार तड़के मध्य दिल्ली के पहाड़गंज इलाके में चार लोगों ने कथित तौर पर पुलिसकर्मी बनकर दो कूरियर कंपनी के अधिकारियों को लूट लिया चोरों ने उनकी आंखों में मिर्च पाउडर फेंक दिया और फिर वहां से चार करोड़ रुपए के आभूषण की खेप लेकर फरार हो गए दरअसल सेंट्रल दिल्ली के पहाड़गंज इलाके में बुधवार सुबह 4.45 बजे चार युवकों ने 4 करोड़ रुपये की ज्वैलरी का कंसाइनमेंट लूट लिया था पुलिसकर्मी का भेष बनाकर आए युवकों ने दो लोगों की आंखों में मिर्च पाउडर फेंकने के बाद इस लूट को अंजाम दिया था. दिल्ली पुलिस ने इस घटना की जांच शुरू की थी पुलिस सूत्रों के मुताबिक, लूट का शिकार हुए लोग कीमती सामान इधर से उधर पहुंचाने का काम करने वाली प्राइवेट कूरियर कंपनी के कर्मचारी थे ये कर्मचारी ज्वैलरी लेकर सुबह करीब 4.30 बजे अपने ऑफिस से चंडीगढ़ और लुधियाना पहुंचाने के लिए निकले थे इसी दौरान 4 लोगों ने उनके साथ लूट को अंजाम दे दिया
छान-बीन के दौरान पुलिस ने घटनास्थल के आस-पास लगे CCTV कैमरे खंगाले. जांच के दौरान पता चला कि आरोपी पिछले पंद्र दिनों से रेकी कर रहें थे पुलिस ने बताया, ‘वीडियो में एक आरोपी सुबह के वक्त एक चाय के स्टाल पर चाय पी रहा है कुछ देर बाद वो एक प्राइवेट कैब को रोकता है और कैब ड्राइवर से कुछ बात करता जिसके बाद आरोपी कैब ड्राइवर से 100 रुपये लेता है ड्राइवर से बात करते वक्त आरोपी मोबाइल चलाता दिख रहा था ये देखने के बाद पुलिस ने सबसे पहले चाय स्टाल के मालिक से बात की स्टाल के मालिक ने बताया कि आरोपी ने उसके यहां चाय पी थी और उसके पास कैश नहीं था’ चाय स्टाल के मालिक ने पुलिस से इस बात की पुष्टि कि आरोपी ने एक प्राइवेट कैब को रोका था और कैब ड्राइवर को 100 रुपये ऑनलाइन ट्रांसफर कर उससे कैश लिया था इसके बाद पुलिस ने पहले चाय की दुकान के मालिक से पुछताछ की चायवाले ने बताया कि आरोपी ने एक कप चाय खरीदी थी, लेकिन उसके पास नकद पैसे नहीं थे इसके बाद ही उसने कैब को रोककर ड्राइवर से 100 रुपये लिए थे पुलिस ने कैब चालक की डिटेल्स निकालकर उससे पूछताछ की ड्राइवर ने बताया कि आरोपी ने उसे पेटीएम के माध्यम से 100 रुपये ट्रांसफर किए थे, जिसके बदले उसने नकदी दी थी कैब ड्राइबर से पुलिस ने आरोपी की पेटीएम डिटेल्स ली और कंपनी हेडऑफिस से संपर्क किया वहां से पता लगा कि आरोपी नजफगढ़ का रहने वाला है पुलिस टीम को नजफगढ़ में आरोपी के घर भेजा गया, लेकिन पता लगा कि आरोपी पहले ही वहां से अपने साथियों के साथ भाग गया है इसके बाद मोबाइल सर्विलांस की मदद से उसकी लोकेशन तलाशी गई सर्विलांस पर मिली लोकेशन की मदद से लुटेरों का पीछा करना शुरू किया गया सभी लुटेरे जयपुर के एक फ्लैट में जाकर छिप गए, जहां से पुलिस टीम ने उन्हें दबोच लिया.